Zoom News : Apr 17, 2021, 11:52 AM
नई दिल्ली। सोने चांदी की कीमत (Gold Silver Rate Today) में इस समय उतार चढ़ाव लगातार जारी है। सराफा बाजार में सोने की कीमत में तेजी आई है वहीं चांदी भी महंगी हो गई है। पिछले 15 दिनों में सोने के दाम में 6 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। ऐसे में लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा है कि क्या फिर से सोने के दाम पिछले साल अगस्त के रिकॉर्ड हाई तक पहुंच जाएंगे। बता दें कि अगस्त, 2020 में सोने के दाम 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए थे।
पिछले 15 दिनों में एमसीएक्स में सोने की कीमत 6% बढ़कर, 46 से 47,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी गोल्ड के रेट 4% बढ़कर 1781 डॉलर प्रति औंस पर आ हए हैं।क्या फिर पहुंच जाएंगे 56,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर दामभारत में कोरोना खतरा एक बार फिर से बढ़ता जा रहा है। इस बीच निवेशकों का रुझान फिर से सुरक्षित निवेश माने जाने वाले गोल्ड की तरफ बनता हुआ दिखाई दे रहा है, जिसके कारण पिछले कुछ दिनों से सोने के दामों में भी इजाफा देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि सोने की तेजी को कई फैक्टर्स सपोर्ट कर रहे हैं, जिसके कारण सोने में तेजी आने वाले दिनों में बनी रह सकती है।विशेषज्ञों का कहना 2021 में रिकॉर्ड स्तर को छूएगा सोने का भाव
विशेषज्ञों का कहना है कि जैसे जैसे दुनियाभर में कोरोना वैक्सीनेशन का अभियान रफ्तार पकड़ रहा है, वैसे वैसे लोग दूसरे निवेश विकल्पों का रुख कर रहे हैं। इससे सोने के दामों में गिरावट हुई है। हालांकि, उन्हें नहीं लगता कि ये स्थिति ज्यादा समय तक बनी रहेगी। दुनिया के ज्यादातर शेयर बाजारों समेत इंडियन स्टॉक एक्सचेंज भी काफी रफ्तार पकड़ चुके हैं। अब बीच बीच में मुनाफावसूली के कारण बाजारों में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है।शेयर बाजारों के ज्यादा ऊपर जाने पर मुनाफे के साथ जोखिम भी बढ़ जाता है। ऐसे में बड़ी संख्या में निवेशक फिर सबसे सुरक्षित निवेश विकल्प गोल्ड का रुख करेंगे। इससे सोने की कीमतों को सहारा मिलेगा और ये फिर ऊपर की ओर बढ़ना शुरू हो जाएंगी। विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले सालों के आंकड़ों के आधार पर 2021 में भी गोल्ड की कीमतें बढ़ना तय है। अनुमान है कि 2021 में सोने की कीमतें नया रिकॉर्ड बनाते हुए 63,000 रुपये के स्तर को पार कर जाएंगी।जानिए क्यों बढ़ रही सोने की कीमतकोविड 19 मामलों की संख्या में वृद्धि, अमेरिका में बढ़ती मुद्रास्फीति, कम पैदावार, कमजोर अमेरिकी डॉलर और अमेरिकी सरकार द्वारा QE प्रोग्राम ने भी सोने की कीमतों को मजबूती प्रदान की है। कोरोना के बढ़ते मामले पटरी पर आती अर्थव्यवस्था पर प्रभाव डाल सकते हैं। निवेश परामर्श फर्म मिलवुड केन इंटरनेशनल के संस्थापक और सीईओ, निश भट्ट का कहना है कि स्थिति स्थिर होने तक सोने की कीमतों में वृद्धि हो सकती है।
पिछले 15 दिनों में एमसीएक्स में सोने की कीमत 6% बढ़कर, 46 से 47,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी गोल्ड के रेट 4% बढ़कर 1781 डॉलर प्रति औंस पर आ हए हैं।क्या फिर पहुंच जाएंगे 56,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर दामभारत में कोरोना खतरा एक बार फिर से बढ़ता जा रहा है। इस बीच निवेशकों का रुझान फिर से सुरक्षित निवेश माने जाने वाले गोल्ड की तरफ बनता हुआ दिखाई दे रहा है, जिसके कारण पिछले कुछ दिनों से सोने के दामों में भी इजाफा देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि सोने की तेजी को कई फैक्टर्स सपोर्ट कर रहे हैं, जिसके कारण सोने में तेजी आने वाले दिनों में बनी रह सकती है।विशेषज्ञों का कहना 2021 में रिकॉर्ड स्तर को छूएगा सोने का भाव
विशेषज्ञों का कहना है कि जैसे जैसे दुनियाभर में कोरोना वैक्सीनेशन का अभियान रफ्तार पकड़ रहा है, वैसे वैसे लोग दूसरे निवेश विकल्पों का रुख कर रहे हैं। इससे सोने के दामों में गिरावट हुई है। हालांकि, उन्हें नहीं लगता कि ये स्थिति ज्यादा समय तक बनी रहेगी। दुनिया के ज्यादातर शेयर बाजारों समेत इंडियन स्टॉक एक्सचेंज भी काफी रफ्तार पकड़ चुके हैं। अब बीच बीच में मुनाफावसूली के कारण बाजारों में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है।शेयर बाजारों के ज्यादा ऊपर जाने पर मुनाफे के साथ जोखिम भी बढ़ जाता है। ऐसे में बड़ी संख्या में निवेशक फिर सबसे सुरक्षित निवेश विकल्प गोल्ड का रुख करेंगे। इससे सोने की कीमतों को सहारा मिलेगा और ये फिर ऊपर की ओर बढ़ना शुरू हो जाएंगी। विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले सालों के आंकड़ों के आधार पर 2021 में भी गोल्ड की कीमतें बढ़ना तय है। अनुमान है कि 2021 में सोने की कीमतें नया रिकॉर्ड बनाते हुए 63,000 रुपये के स्तर को पार कर जाएंगी।जानिए क्यों बढ़ रही सोने की कीमतकोविड 19 मामलों की संख्या में वृद्धि, अमेरिका में बढ़ती मुद्रास्फीति, कम पैदावार, कमजोर अमेरिकी डॉलर और अमेरिकी सरकार द्वारा QE प्रोग्राम ने भी सोने की कीमतों को मजबूती प्रदान की है। कोरोना के बढ़ते मामले पटरी पर आती अर्थव्यवस्था पर प्रभाव डाल सकते हैं। निवेश परामर्श फर्म मिलवुड केन इंटरनेशनल के संस्थापक और सीईओ, निश भट्ट का कहना है कि स्थिति स्थिर होने तक सोने की कीमतों में वृद्धि हो सकती है।