कोरोना वायरस / देश में कोविड-19 टेस्ट्स का आंकड़ा 50 करोड़ के पार, पिछले 55 दिन में हुए 10 करोड़ टेस्ट

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने बताया है कि देश में कोविड-19 के कुल परीक्षणों की संख्या 50 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई है। आईसीएमआर ने एक बयान में बताया कि इस महीने अब तक रोज़ाना औसतन 17 लाख से अधिक कोविड-19 टेस्ट हुए। बकौल आईसीएमआर, पिछले 55 दिनों में 10 करोड़ नमूनों की कोविड-19 जांच हुई है।

नई दिल्ली: भारत ने कोरोना जांच के मामले में नया मुकाम हासिल कर लिया है। पूरे देश में अबतक 50 करोड़ कोविड-19 के नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। इसके अलावा भारत ने केवल 55 दिनों में ही 10 करोड़ नमूनों का परीक्षण भी किया है।

आइसीएमआर ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, 'अगस्त के महीने में औसतन 17 लाख से अधिक के दैनिक परीक्षण के साथ भारत ने अब तक देश भर में 50 करोड़ नमूनों का परीक्षण किया है। भारत ने केवल 55 दिनों में 10 करोड़ परीक्षणों कर मील का पत्थर हासिल किया है। 21 जुलाई, 2021 को भारत ने 45 करोड़ कोरोना वायरस के नमूनों का परीक्षण किया था, जो 18 अगस्त, 2021 को 50 करोड़ के आंकड़े तक पहुंच गया।

आइसीएमआर ने कहा कि देश भर में परीक्षण के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और क्षमता में तेजी से वृद्धि करके इस मील के पत्थर को हासिल किया जा सका है। इसके लिए आइसीएमआर ने तकनीक का लाभ उठाकर और किफायती डायग्नोस्टिक किट को सुविधाजनक बनाकर परीक्षण क्षमता का लगातार विस्तार कर रहा है।

आइसीएमआर के महानिदेशक, प्रो (डॉ) बलराम भार्गव ने कहा, 'हमने देखा है कि परीक्षण में तेजी से कोरोना के मामलों की शीघ्र पहचान, शीघ्र आइसोलेशनऔर प्रभावी उपचार सुनिश्चित हुआ है। इस मुकाम से इस तथ्य का प्रमाण मलता है कि भारत 5टी दृष्टिकोण 'टेस्ट, ट्रैक, ट्रेस, ट्रीट, टेक्नोलॉजी' की रणनीति को कुशलता से लागू करने में सफल रहा है, जो हमें महामारी के प्रसार को रोकने में सक्षम करेगा। इसके अलावा, डायग्नोस्टिक किट के बढ़े हुए उत्पादन ने भारत को आत्मनिर्भर बनाया है, जिसके परिणामस्वरूप लागत में कमी आई है और परीक्षण किटों की उपलब्धता में सुधार हुआ है।'