- भारत,
- 16-Aug-2025 03:20 PM IST
Trump-Putin Meeting: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात के बाद पहली बार दोनों देशों के बीच क्षेत्रीय निकटता का जिक्र किया। यह मुलाकात न केवल दोनों नेताओं के बीच व्यक्तिगत तालमेल को दर्शाती है, बल्कि वैश्विक राजनीति में भी एक नया अध्याय शुरू करने की संभावना को उजागर करती है। पुतिन ने इस मुलाकात को "रचनात्मक और सम्मानजनक" बताया और ट्रंप के साथ अपनी बातचीत को पड़ोसियों जैसी आत्मीयता से भरा हुआ करार दिया।
मुलाकात का अनोखा स्वागत
पुतिन 10 साल बाद अमेरिका पहुंचे थे, और उनकी यह यात्रा कई मायनों में ऐतिहासिक रही। अलास्का के हवाई अड्डे पर उतरते ही ट्रंप ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। पुतिन ने ट्रंप से हाथ मिलाते हुए मजाकिया लहजे में कहा, "गुड आफ्टरनून मेरे प्यारे पड़ोसी, आपको स्वस्थ और जीवित देखकर बहुत अच्छा लगा।" यह बयान ट्रंप पर हाल ही में हुए जानलेवा हमले के संदर्भ में था, जिसने वैश्विक स्तर पर सुर्खियां बटोरी थीं।
स्वागत के दौरान अमेरिकी सैन्य विमानों, जिसमें लड़ाकू जेट और एक B-2 स्टील्थ बॉम्बर शामिल था, ने ऊपर से उड़ान भरी, जो इस मुलाकात के भव्य आयोजन को दर्शाता था। ट्रंप ने पुतिन को अपनी प्रसिद्ध बख्तरबंद गाड़ी 'द बीस्ट' में सवारी के लिए आमंत्रित किया। हैरानी की बात यह थी कि पुतिन ने अपने रूसी काफिले को छोड़कर ट्रंप के साथ 'द बीस्ट' में यात्रा की, जो दोनों नेताओं के बीच बढ़ते विश्वास का प्रतीक माना जा रहा है।
तीन घंटे की बातचीत और विवाद
दोनों नेताओं के बीच लगभग तीन घंटे तक चली इस मुलाकात में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। पुतिन ने कहा, "हमारी बातचीत एक रचनात्मक और सम्मानजनक माहौल में हुई, जो बेहद उपयोगी रही।" उन्होंने अलास्का आने के निमंत्रण के लिए ट्रंप को धन्यवाद दिया और जोड़ा, "हमारे देश अलग-अलग हैं, हम एक-दूसरे से भी बहुत अलग हैं, लेकिन जब भी हम मिले, हमने एक-दूसरे के लिए कुछ अच्छी बातें कहीं।"
हालांकि, इस मुलाकात की अमेरिका में काफी आलोचना भी हुई। ट्रंप पर पुतिन के लिए लाल कालीन बिछाने, उन्हें पहले बोलने का मौका देने और किसी ठोस समझौते तक न पहुंच पाने के लिए सवाल उठे। विशेष रूप से, ट्रंप को उम्मीद थी कि पुतिन यूक्रेन संकट पर युद्धविराम के लिए सहमत होंगे, लेकिन इस मुद्दे पर कोई प्रगति नहीं हुई।
पुतिन का दावा: ट्रंप होते तो युद्ध नहीं होता
मुलाकात के दौरान पुतिन ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि अगर 2022 में डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति होते, तो यूक्रेन के साथ रूस का संघर्ष शुरू ही नहीं होता। उन्होंने कहा, "अमेरिका और रूस के संबंधों के लिए पिछला दौर मुश्किल रहा है, और अब स्थिति को सुधारना बेहद जरूरी है।" यह बयान दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों को सामान्य करने की दिशा में एक कदम के रूप में देखा जा रहा है।
वैश्विक मंच पर प्रभाव
पुतिन और ट्रंप की इस मुलाकात ने वैश्विक राजनीति में कई सवाल खड़े किए हैं। क्या यह मुलाकात रूस और अमेरिका के बीच संबंधों में सुधार की शुरुआत है, या यह केवल एक औपचारिक कूटनीतिक मुलाकात थी? दोनों नेताओं के बीच व्यक्तिगत तालमेल और पड़ोसी जैसी आत्मीयता की बातें वैश्विक मंच पर सहयोग की नई संभावनाओं को जन्म दे सकती हैं। हालांकि, आलोचकों का मानना है कि बिना ठोस समझौतों के यह मुलाकात केवल सतही स्तर पर प्रभावी रही।
इस मुलाकात ने एक बार फिर साबित किया कि वैश्विक नेताओं के बीच व्यक्तिगत संबंध और कूटनीतिक मुलाकातें जटिल अंतरराष्ट्रीय मुद्दों को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। भविष्य में इन दोनों नेताओं के बीच होने वाली बातचीत पर पूरी दुनिया की नजर रहेगी।
