नई दिल्ली / जेएनयू में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति से तोड़फोड़, लिखा- भगवा जलेगा, F*** BJP

Jansatta : Nov 14, 2019, 06:09 PM
नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में गुरुवार (14 नवंबर, 2019) को उपद्रवियों ने स्वामी विवेकानंद की मूर्ति के साथ छेड़खानी की। कैंपस में प्रदर्शन के बीच आरोपियों ने मूर्ति के आसपास आपत्तिजनक शब्द लिख दिए थे। BJP को निशाना बनाते हुए प्रतिमा के पास फर्श पर ‘भगवा जलेगा’ और कुछ और आपत्तिजनक बातें लिख दी गईं।

हालांकि, यह सब किसने किया? यह अभी तक साफ नहीं हो सका है। विवेकानंद की यह प्रतिमा कैंपस के एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक (प्रशासनिक खंड) में है, जिसके कुछ ही दूर पंडित नेहरू की भी मूर्ति स्थापित है।

प्रतिमा के साथ छेड़खानी की बात तब सामने आई, जब कुछ स्टूडेंट्स वीसी से मिलने एडमिन ब्लॉक जा रहे थे। वे सभी हॉस्टल की बढ़ी फीस के विरोध में वहां जुटे थे। छात्र-छात्राएं फीस के मुद्दे पर बुधवार को भी कुलपति से मिलने गए थे, पर उन्हें वहां कोई मिला ही नहीं।

सूत्रों के मुताबिक, एडमिन ब्लॉक में किसी अधिकारी या जिम्मेदार शख्स के न मिलने पर उनका आक्रोश फूट पड़ा और गुस्से में आकर उन्होंने वीसी ऑफिस की दीवारों पर भी विरोध जताने वाले संदेश लिख डाले। दीवारों पर ‘आप हमारे वीसी नहीं हैं’ और ‘अलविदा’ लिखा मिला।

सूत्रों के मुताबिक, घटना के बाद की तस्वीरें सुरक्षाकर्मियों ने लीं। यही फोटो जांच के दौरान और आरोपियों को सजा देने में सबूत के तौर पर काम आएंगे।

एक अंग्रेजी चैनल की मानें तो विवि इस हरकत के लिए आरोपियों की पहचान पर उन्हें अधिकतम सजा में निष्कासित कर सकता है, जबकि घटना में शामिल अन्य आरोपियों पर 20 हजार रुपए के जुर्माने के साथ उन्हें हॉस्टल से निकाला जा सकता है।

Congress की छात्र इकाई NSUI के नेता सनी धीमान ने इस बारे में समाचार एजेंसी ANI से कहा- हम इसकी निंदा करते हैं। विवेकानंद की मूर्ति के साथ तोड़फोड़ नहीं की गई, बल्कि कुछ लोगों ने इसके प्लैटफॉर्म पर कुछ चीजें लिखीं। मुझे नहीं लगता कि जेएनयू का कोई भी स्टूडेंट ऐसा करेगा। हमने अब इसे साफ कर दिया है।

बता दें कि सोमवार को JNU के पास भारी संख्या में छात्रों ने फीस वृद्धि, ड्रेस कोड जैसे दिशानिर्देश के विरोध में प्रदर्शन शुरू किया था। हालांकि, बाद में छात्रों के आक्रोश और विरोध प्रदर्शन के आगे मोदी सरकार को झुकना ही पड़ा।

बुधवार (13 नवंबर, 2019) को जेएनयू ने हॉस्टल फीस में वृद्धि में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को रियायत दी। साथ ही हॉस्टल में आने के समय और डाइनिंग हॉल से जुड़े ड्रेस कोड से जुड़े निर्देश को भी वापस ले लिया।

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