नॉर्थ कोरिया / किम जोंग उन नहीं अब ये महिला ले रही है नॉर्थ कोरिया में बड़े फैसले, बदल गई सत्ता!

News18 : Apr 30, 2020, 02:42 PM
प्योंगयोंग। नॉर्थ कोरिया (North Korea) के सुप्रीम लीडर और तानाशाह किम जोंग उन (Kim Jong-Un) की गुमशुदगी को लेकर कई तरह के दावे किये जा रहे हैं। हालांकि ये अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि किम जोंग कहां हैं या फिर उनकी सेहत अब कैसी है। इसी बीच जापानी मीडिया में दावा किया गया है कि किम जोंग की अनुपस्थिति में सरकार के सभी बड़े फैसले उनकी छोटी बहन किम यो जोंग (Kim yog jong) ले रही हैं। किम यो को बीते महीने किम जोंग ने ही देश के लिए अहम फैसले लेने वाले एक कोर ग्रुप में शामिल किया था। उनका नाम किम जोंग के उत्तराधिकारी के तौर पर भी बार-बार सामने आ रहा है।

जापानी अखबार गेंदई बिजनेस के हवाले से मिरर यूके ने खबर दी है कि किम जोंग के प्योंगयोंग में न होने की स्थिति में उनका काम किम यो देख रहीं हैं। किम जोंग की अचानक अनुपस्थिति के बाद से कई सारे ज़रूरी सरकारी काम रुके हुए थे और कई प्रस्तावों पर मंजूरी ली जानी थी। ऐसे सभी कागजात जिन पर अक्सर किम जोंग के दस्तखत होने होते हैं, मध्य अप्रैल के बाद से ही प्योंगयोंग ने वापस नहीं लौटाए थे। हालांकि अब ये काम फिर से शुरू हो गया है और कई कागजों पर किम जोंग की जगह किम यो के दस्तखत देखें जा सकते हैं।

बीते दिनों किम जोंग ने ही दी थीं शक्तियां

बता दें कि किम जोंग की राजनीतिक सलाहकार मानी जाने वालीं किम यो जोंग को देश के लिए प्रमुख निर्णय लेना वाले इलीट ग्रुप और पार्टी के पोलित ब्यूरो में 11 अप्रैल को ही शामिल किया गया था। उत्तर कोरिया के सभी रणनीतिक कदम यहीं ग्रुप मिलकर लेता है और इसमें किम यो की एंट्री के बाद माना जा रहा था कि वे अब किम जोंग उन के बाद सबसे शक्तिशाली नेता बन गयी हैं। जापानी मीडिया के मुताबिक सरकार के फैसलों में अब नज़र भी आ रहा है कि किम यो धीरे-धीरे सत्ता पर पकड़ बना रही हैं।

कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी के मुताबिक अपने भाई की लंबे समय से करीबी सलाहकार रहीं, किम यो जोंग को शीर्ष अधिकारियों के पदक्रम में को हुए फेरबदल के बाद केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो का फिर से सदस्य चुना गया। किम यो जोंग को पिछले साल उनके भाई और उत्तर कोरिया के सबसे ताकतवर नेता तथा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हनोई में दूसरी शिखर वार्ता नाकाम होने के बाद इस पद से हटा दिया गया था। बताया जाता है कि इसके बाद दोनों के बीच तल्खियां भी आ गयीं थीं।

काफी वक़्त से बीमार थे किम जोंग

इसी रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि किम जोंग बीते कई महीनों से बीमार थे और एक जर्मन डॉक्टर को फरवरी में भी उनके इलाज के लिया बुलाया गया था। इसके कुछ ही दिन बाद नॉर्थ कोरिया ने फ्रांस से एक डॉक्टर्स की टीम भेजने की अपील भी की थी। योनहाप न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक बीमार किम जोंग ने अपने परिवार को सत्ता में बनाए रखने के लिए ही किम यो को अचानक पार्टी के पोलित ब्यूरो और सरकार के सलाहकार ग्रुप में शामिल कर लिया।

कौन हैं किम यो जोंग?

किम जोंग उन के पिता किम जोंग इल की पांच पत्नियां थी, उनके कुल सात बच्चे थे। किम जोंग उन और किम यो जोंग दोनों एक ही माता-पिता की संतान हैं। उनके पिता किम जोंग-इल और माता किम जोंग-इल की तीसरी पत्नी और कभी नृत्यांगना रहीं को योंग-हुई हैं। तीन भाई-बहनों में यो जोंग सबसे छोटी हैं, उनसे बड़ा एक भाई और है जिनका नाम किम जोंग चोल है। किम यो जोंग अक्सर अपने भाई किम जोंग उन के साथ उनके फील्ड दौरों पर दिखती रहती हैं। वे पार्टी के प्रचार अभियान में प्रमुखता से शामिल रहती हैं।

किम यो जोंग ने साल 1996 से लेकर 2000 तक बर्न, स्विट्जरलैंड में पढ़ाई की। इसी दौरान किम जोंग उन भी वहां पढ़ाई कर रहे थे। बताया जाता है कि यो-जोंग ने अपनी ही पार्टी के सचिव चोए योंग-हे के बेटे से शादी की है। उन्होंने साल 2014 से पार्टी के प्रचार विभाग में प्रमुख भूमिका निभानी शुरू कर दी थी। वे किम जोंग उन की राजनीतिक सलाहकार के तौर पर भी काम करती हैं। वे अपने भाई के यात्रा कार्यक्रमों और उसमें प्रयोग होने वाली सामग्री तक का ध्यान खुद रखती हैं। यो जोंग पहली बार जनता की नज़रों में तब आईं जब वे साल 2012 में अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल हुईं, इसके बाद वे साल 2014 में अपने भाई के सत्ता संभालने के मौके पर भी दिखाई दीं।


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