IND vs WI / कुलदीप यादव का बड़ा बयान: पांच विकेट हॉल के बाद पिच को लेकर कही ये बात

वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में कुलदीप यादव ने पांच विकेट हॉल अपने नाम किया। मैच के बाद उन्होंने अपनी गेंदबाजी और दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम की पिच को लेकर अहम बयान दिए। उन्होंने पिच को धीमा और बल्लेबाजी के लिए अच्छा बताया, लेकिन कहा कि रिस्ट स्पिनरों को खुद से कुछ करना पड़ता है।

Kuldeep Yadav: वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया के चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पांच विकेट हॉल अपने नाम किया। इस बेहतरीन उपलब्धि के बाद उन्होंने अपनी गेंदबाजी रणनीति और अरुण जेटली स्टेडियम की पिच के बारे में खुलकर बात की।

दिल्ली में कुलदीप का कमाल

भारत के 518 रन के जवाब में वेस्टइंडीज की टीम पहली पारी में 248 रन बनाकर ऑलआउट हो गई, जिसमें कुलदीप यादव की अहम भूमिका रही। तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद उन्होंने कहा, "हमने दूसरे दिन वाकई अच्छी शुरुआत की थी। विकेट बल्लेबाजी के लिए अच्छा था और विकेट में कोई पेस नहीं थी, इसलिए हमने सही लेंथ पर गेंद डालने की कोशिश की। मेरा प्लान यही था कि मैं स्टंप टू स्टंप गेंद डालूं। पहली पारी में हमारे गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की। " वेस्टइंडीज को फॉलोऑन मिलने के बाद शाई होप और जॉन कैंपबेल ने अच्छी बल्लेबाजी की, जिससे मेहमान टीम ने वापसी की कोशिश की।

पिच पर कुलदीप की राय

दिल्ली की पिच के बारे में कुलदीप ने कहा, "विकेट बल्लेबाजी के लिए काफी अच्छी लग रही है। विकेट बेशक धीमा है और विकेट में कोई पेस नहीं है, इसलिए आपको खुद से कुछ न कुछ करना होगा। रिस्ट स्पिनरों के लिए, यह कभी-कभी मुश्किल होता है। मेरा प्लान था कि मैं सही लेंथ पर गेंद डालूं और बल्लेबाजों को हवा में बीट करूं। मुझे लगा कि कल मैंने अच्छी गेंदबाजी की।

'मेरा काम बस अच्छी गेंदबाजी करना है'

पांच विकेट हॉल को लेकर कुलदीप ने अपनी सोच साझा की, "मेरी सोचा यही है कि मुझे जो भी गेंद मिले, मुझे बस गेंदबाजी करनी है और और मैं जिस भी फॉर्मेट में खेलूं, बस अपना बेस्ट देना है। काफी लंबे समय के बाद पांच विकेट लेना खास था और पांच विकेट लेने के लिए आपको कुछ न कुछ खास करना होता है। मैं हमेशा यही सोचता हूं। और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं 18 महीने बाद खेलूँगा या एक महीने बाद। मेरा काम बस अच्छी गेंदबाजी करने का है।