- भारत,
- 26-May-2025 07:03 PM IST
PM Modi News: गुजरात की धरती एक बार फिर इतिहास की गवाही बनी, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद और उसके संरक्षकों को कड़ी चेतावनी दी। अपने प्रखर भाषण में पीएम मोदी ने साफ कर दिया कि भारत अब सहनशीलता की सीमाओं को पार नहीं होने देगा। उनका यह संदेश सिर्फ पाकिस्तान के लिए नहीं, बल्कि उन सभी ताकतों के लिए था जो भारत की शांति और समृद्धि को बाधित करने की कोशिश करते हैं।
टूरिज्म बनाम टेररिज्म: एक वैश्विक तुलना
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "भारत टूरिज्म पर विश्वास करता है क्योंकि यह लोगों को जोड़ता है। लेकिन पाकिस्तान ऐसा देश है, जो टेररिज्म को ही टूरिज्म समझ बैठा है।" यह वाक्य एक गहरा व्यंग्य मात्र नहीं, बल्कि एक कड़वी सच्चाई है जिसे विश्व समुदाय को स्वीकारना होगा। उन्होंने दो टूक कहा कि भारत की नीति आतंकवाद के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' की है, और 'ऑपरेशन सिंदूर' ने इस नीति को स्पष्टता से दुनिया के सामने रखा है।
सीमा पार आतंक के खिलाफ निर्णायक रुख
पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि भारत की लड़ाई किसी धर्म, जाति या देश से नहीं है, बल्कि उस आतंकवाद से है जो सीमा पार फल-फूल रहा है। उन्होंने बताया कि भारत के निशाने पर आतंक के मुख्यालय थे, और भारतीय सेना ने अत्यंत सटीकता से उन पर प्रहार किया। भारत की कार्रवाई अनुशासन और रणनीतिक कौशल का प्रतीक थी।
ड्रोन हमला और करारा जवाब
प्रधानमंत्री ने बताया कि पाकिस्तान ने गुजरात के कच्छ क्षेत्र में ड्रोन से हमला कर भारी गलती की, क्योंकि वह भूल गया कि यह वही धरती है, जहां 1971 में भारत की वीर नारी शक्ति ने 72 घंटों में हवाई पट्टी बना दी थी। जब पाकिस्तान ने भारत के नागरिकों पर कायरतापूर्ण हमला किया, तो भारत ने जवाबी कार्रवाई में उसके एयरबेस को 'आईसीयू' में भेज दिया। यह कार्रवाई भारत की शक्ति और संकल्प दोनों का परिचायक थी।
आतंकवाद: पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था का आधार
पीएम मोदी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आतंकवाद पाकिस्तान की सरकार और सेना के लिए अब सिर्फ एक विचारधारा नहीं, बल्कि पैसा कमाने का साधन बन चुका है। उन्होंने पाकिस्तान को दो विकल्प दिए: "सुख चैन की जिंदगी जिओ, रोटी खाओ… वरना मेरी गोली तो है ही।" यह वाक्य न सिर्फ भारत की रक्षा नीति की गंभीरता को दर्शाता है, बल्कि यह बताता है कि भारत अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं देगा, बल्कि निर्णायक कार्रवाई करेगा।
शांति, समृद्धि और विकास: भारत का संकल्प
प्रधानमंत्री मोदी ने अंत में कहा कि भारत ने अपना मार्ग चुन लिया है – शांति, समृद्धि और विकास का मार्ग। भारत अब किसी भी उकसावे को नजरअंदाज नहीं करेगा। चाहे वह सीमा पार से हो या अंदरूनी तत्वों से, हर खतरे का जवाब उसकी भाषा में दिया जाएगा।
