महुआ विधानसभा सीट से जदयू का टिकट नहीं मिलने पर पार्टी की प्रदेश महासचिव डॉक्टर आशमा परवीन फूट-फूटकर रो पड़ीं। टिकट कटने से आहत होकर उन्होंने न केवल अपने पद से इस्तीफा दे दिया बल्कि पार्टी की प्राथमिक सदस्यता भी छोड़ दी और अब परवीन ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है और नामांकन दाखिल करने के लिए निकल चुकी हैं। उनकी भावुक अपील का वीडियो भी सामने आया है।
गठबंधन बना वजह
दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में सीट बंटवारे के तहत महुआ सीट गठबंधन में शामिल लोजपा (रामविलास) के खाते में चली गई है। चिराग पासवान की पार्टी ने एक बार फिर संजय सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। इसी कारण जदयू से आशमा परवीन का टिकट कट गया। यह उनके लिए बड़ा झटका है क्योंकि वह इस बार भी जदयू से उम्मीदवार बनने की दौड़ में थीं।
आपको बता दें कि साल 2020 के विधानसभा चुनाव में भी आशमा परवीन ने जदयू के सिंबल पर महुआ से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें लगभग 13 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा था। तब उन्हें राजद के मुकेश रोशन ने हराया था। उस चुनाव में चिराग पासवान ने जदयू के खिलाफ लगभग सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे और महुआ में भी संजय सिंह को खड़ा किया था और संजय सिंह ने लगभग 30,000 वोट काटकर आशमा परवीन की हार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अब 2025 में भी चिराग पासवान के संजय सिंह को फिर से उम्मीदवार बनाने से आशमा परवीन का राजनीतिक सफर एक नए मोड़ पर आ गया है। उन्होंने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए पार्टी से इस्तीफा दिया और अब निर्दलीय मैदान में उतरने का फैसला किया है।