दिल्ली / जेएनयू के वीसी को नहीं हटाएगा मंत्रालय, ढाई घंटे चली बैठक में नहीं निकला हल

AMAR UJALA : Jan 10, 2020, 07:26 AM
नई दिल्ली | मानव संसाधन विकास मंत्रालय के उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे और छात्रसंघ व शिक्षक संघ के बीच ढाई घंटे बैठक चली। शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो. डीके लोबियाल की अध्यक्षता में छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष, उपाध्यक्ष, महासचिव, सचिव के अलावा शिक्षक संघ के पदाधिकारी शामिल रहे। 

जेएनयू प्रतिनिधिमंडल की पहली मांग थी कि कुलपति प्रो. एम जगदीश कुमार को पद से हटाया जाए। इसके अलावा हॉस्टल फीस बढ़ोतरी का फैसला वापस लेने व नकाबपोश भीड़ में एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करना शामिल था। इस मुद्दे पर लंबी चली बैठक के बाद भी मंत्रालय द्वारा तत्काल समाधान न करने पर छात्रों ने आगे के विरोध का आह्वान किया।

मंत्रालय की तरफ से साफ कर दिया गया कि जेएनयू के वीसी एम जगदीश कुमार को नहीं हटाया जाएगा। मंत्रालय का कहना है कि उन्हें हटाना कोई हल नहीं है। सरकार चाहती है कि जो मुद्दे हैं उनका हल निकाला जाए। शुक्रवार को एक बार फिर बातचीत की जाएगी। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने ट्विटर पर कहा कि, वाइस चांसलर जगदीश कुमार को हटा दिया जाना चाहिए।

मंत्रालय के अधिकारियों का कहना था कि छात्रों और प्रशासन के बीच फीस वृद्धि पर जो फार्मूला बनाया गया था उसे लागू होना चाहिए। मंत्रालय में सचिव अमित खरे, छात्र संगठन और टीचर एसोसिएशन के बीच बात हुई। खरे ने कहा वीसी को हटाना कोई हल नहीं है। पहले जो समस्या है उस तक पहुंचना होगा। 

मंत्रालय का मकसद राजनीतिक नहीं अकादमिक मुद्दों पर ध्यान देना है। वीसी ने कहा कि पिछले माह जो फार्मूला निकाला गया था उसी के तहत हम यूटिलिटी फीस नहीं ले रहे हैं। 

नवंबर में सभी पक्षों की बैठक के बाद तय हुआ था कि जेएनयू प्रशासन केवल बढ़ी हुई हास्टल फीस लेगा और यूटिलिटी चार्ज का भुगतान यूजीसी करेगा। बदले में छात्र अपना आंदोलन खत्म कर लेंगे। लेकिन छात्रों का आरोप है यह फार्मूला कभी लागू नहीं किया गया।

वीसी को हटाना जरूरी

छात्रों और शिक्षकों पर हुए हमला बेहद भयावह था। इसे हम अंतिम सांस तक याद रखेंगे। वीसी को हटाने से कम कुछ भी हमें मंजूर नहीं है। हमारी मंत्रालय से यही अपील है।

आईशी घोष, छात्र संघ अध्यक्ष

वीसी को हटाना हल नहीं

वाइस चांसलर को हटाना समस्या का समाधान नहीं है। हमें उन मुद्दों का हल खोजना पड़ेगा जिनकी वजह से परिसर में दिक्कतें बढ़ रही हैं। हम चाहते हैं इस मामले पर शुक्रवार को भी बात की जाए।

अमित खरे, उच्च शिक्षा सचिव

हंगामे के बाद सुरक्षा बढ़ी

इस हंगामे के बाद राष्ट्रपति भवन, संसद मार्ग और इंडिया गेट समेत अन्य अतिसंवेदनशील इलाके में पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एहतियात के तौर पर इंडिया गेट के पास आरएएफ के अतिरिक्त टुकड़ी को बुला लिया गया है। पुलिस को आशंका है कि छात्र दोबारा से एकजुट होकर प्रदर्शन कर सकते हैं।

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