दिल्ली में बस लेन ड्राइविंग / नियमों के उल्लंघन पर 3300 से अधिक वाहनों पर जुर्माना

Zoom News : May 02, 2022, 09:12 AM
बसों के लिए लेन ड्राइविंग के लिए शुरू प्रवर्तन अभियान के तहत एक महीने में 3300 से अधिक वाहनों को जुर्माना किया गया। इस दौरान नियमों की अनदेखी पर 401 बसों पर भी कार्रवाई की गई।


इनमें दिल्ली परिवहन निगम(डीटीसी) और क्लस्टर की बसें भी शामिल हैं। रास्ते में बसों को रुकावट न आए, इसलिए बसों के लिए लेन ड्राइविंग को लागू किया गया। लेन नियमों का पालन नहीं करने पर बस पर 10 हजार रुपये का जुर्माना किया जा रहा है। जबकि, दूसरे वाहनों के लिए 500 से 2000 रुपये तक का जुर्माना है। तीसरे चरण में यह अभियान रिंग रोड और आउटर रिंग पर चलाया जाएगा।


दिल्ली के परिवहन विभाग, पुलिस सहित दूसरे विभागों की 130 से अधिक टीमें लगातार सड़कों पर मुस्तैद हैं। इस दौरान नियमों की अनदेखी होने पर तत्काल कार्रवाई की जा रही है। ताकि यात्रियों को किसी भी सड़क पर दिक्कत न आए। लेन नियमों का पालन न करने वालों पर जुर्माना किया जा रहा है। बार-बार अगर गलती करने पर लाइसेंस निलंबित करने सहित कई सख्त कार्रवाई के प्रावधान भी हैं। 


सड़कों पर बेहतर ट्रैफिक प्रबंधन बनाए रखने और बसों की लेन नियमों का पालन करने के लिए टीमें गठित की गई हैं। एक अप्रैल से अभियान की शुुरुआत की गई थी। इसके बाद से लगातार विभागीय टीमें कार्रवाई कर रही हैं। अगले चरण में रिंग रोड और आउटर रिंग रोड के 10 अलग-अलग हिस्से में लेन ड्राइविंग व्यवस्था लागू की जाएगी।


बसों पर जागरूकता संदेश 

लेन ड्राइविंग लागू किए जाने के बाद क्लस्टर और डीटीसी बसों के जरिये भी लेन ड्राइविंग के लिए जागरूकता संदेश दिए जा रहे हैं। लेन ड्राइविंग को सुरक्षित बताते हुए सभी से अपील की जा रही है कि निर्धारित लेन में ही रहें। ताकि सभी को सहूलियत हो सके। लेन ड्राइविंग का अगर सभी सड़कों पर सख्ती से पालन किया जाता है तो ट्रैफिक व्यवस्था में काफी हद तक सुधार हो सकता है। हालांकि, कुछ संकरी सड़कों पर इसे लागू करने में दिक्कतें पेश आ रही हैं।


100 इलेक्ट्रिक बसों की मिलेगी सौगात

दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की खस्ताहाल बसों में सफर करने वाले यात्रियों को जल्द ही 100 इलेक्ट्रिक बसों की सौगात मिलने वाली है। इसके लिए डिपो में सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है और अगले सप्ताह इन्हें सड़कों पर उतार दिए जाने की संभावना है। इससे यात्रियों को डीटीसी बसों की कमी से छुटकारा मिलने के साथ ही गंतव्य तक पहुंचना आसान हो जाएगा। पहले चरण में तीन डिपो से 300 ई-बसों का परिचालन शुरू किया जाएगा।


फिलहाल डीटीसी के बेड़े में पुरानी बसें हैं। इस वजह से यात्रियों को कई बार सफर के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बीच रास्ते में बसों के खराब होने, आग लगने की घटना सहित पुरानी बसों में यात्रियों को सुरक्षा की चिंता भी सताती है। डीटीसी के बेड़े में ई बसों को शामिल करने से पहले डिपो में चार्जिंग की बुनियादी सुविधाएं दुरुस्त की जा रही हैं। सूत्रों के मुताबिक पहले चरण में मुुंडेला कलां और रोहिणी सेक्टर-37 सहित तीन डिपो से ई-बसों का संचालन शुरू होगा।

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