Zoom News : Sep 24, 2021, 10:41 AM
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में दिल्ली से जयपुर के बीच इलेक्ट्रिक हाईवे के निर्माण के बारे में बातचीत की। केंद्रीय मंत्री का कहना है कि, “दिल्ली से जयपुर तक इलेक्ट्रिक हाईवे बनना मेरा सपना है। इसके लिए हम एक विदेश कंपनी के साथ चर्चा कर रहे हैं। यह अभी एक प्रस्तावित परियोजना है।” गडकरी का कहना है कि, उन्होंने परिवहन मंत्री होने के रूप में देश में पेट्रोल और डीजल के उपयोग को खत्म करने का संकल्प लिया है।इलेक्ट्रॉनिक हाईवे तैयार होने के बाद पेट्रोल और डीजल के उपयोग में भी कमी आएगी। साथ ही यह पर्यावरण के लिए भी कम हानिकारक होगा।
बता दें, नितिन गडकरी ने यह घोषणा राजस्थान के दौसा में दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे की प्रगति की समीक्षा करने के दौरान कही। गडकरी का कहना है कि, इलेक्ट्रिक गाड़ियों के अलावा बस, ट्रक भी मेट्रो की तरह ऊपर लगे इलेक्ट्रिक तार के जरिए दौड़ेगी। उन्होंने बताया कि, इलेक्ट्रिक हाईवे शुरू होने के बाद से यात्रियों का सफर 4 से 5 घंटे तक कम हो जाएगा। खबरों की माने तो इलेक्ट्रिक हाईवे हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, मध्यप्रदेश और गुजरात से होकर गुजरेगा।
नितिन गडकरी ने बताया कि, पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए ही इस परियोजना को डिजाइन किया जाएगा। इलेक्ट्रिक हाईवे का काम साल 2023 से शुरू होने की उम्मीद है। इलेक्ट्रिक हाईवे बनने के बाद सरकार को हर महीने 1 हजार से 1500 करोड़ रुपए की कमाई होगी। नितिन गडकरी ने कहा कि, नया हाईवे बनने के बाद जयपुर और दिल्ली के बीच की दूरी महज 2 घंटे में पूरी हो सकती है। 22 ग्रीन एक्सप्रेस वे पर काम चल रहा है जिसमें से 7 एक्सप्रेसवे पर काम की शुरुआत भी हो चुकी है।
क्या होता है इलेक्ट्रिक हाईवे?यदि आसान भाषा में कहा जाए तो इलेक्ट्रिक हाईवे एक ऐसा हाइवे होता है जिस पर इलेक्ट्रिक वाहन चलते हैं। यदि आपने गौर किया होगा तो देखा होगा कि ट्रेन के ऊपर एक इलेक्ट्रिक वायर होता है। यह वायर ट्रेन के इंजन से आर्म के जरिए जुड़ा होता है जिससे पूरी ट्रेन को इलेक्ट्रिसिटी मिलती है।ठीक इसी तरह हाईवे पर भी इलेक्ट्रिसिटी वायर लगाए जाएंगे जिसके चलते हाईवे पर चलने वाले सभी वाहनों को इलेक्ट्रिसिटी मिलेगी। इतना ही नहीं बल्कि इन वाहनों को थोड़ी-थोड़ी दूरी पर चार्जिंग पॉइंट भी मिलेंगे जिससे वाहनों को आसानी से चार्ज किया जा सकेगा।
बता दें, नितिन गडकरी ने यह घोषणा राजस्थान के दौसा में दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे की प्रगति की समीक्षा करने के दौरान कही। गडकरी का कहना है कि, इलेक्ट्रिक गाड़ियों के अलावा बस, ट्रक भी मेट्रो की तरह ऊपर लगे इलेक्ट्रिक तार के जरिए दौड़ेगी। उन्होंने बताया कि, इलेक्ट्रिक हाईवे शुरू होने के बाद से यात्रियों का सफर 4 से 5 घंटे तक कम हो जाएगा। खबरों की माने तो इलेक्ट्रिक हाईवे हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, मध्यप्रदेश और गुजरात से होकर गुजरेगा।
नितिन गडकरी ने बताया कि, पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए ही इस परियोजना को डिजाइन किया जाएगा। इलेक्ट्रिक हाईवे का काम साल 2023 से शुरू होने की उम्मीद है। इलेक्ट्रिक हाईवे बनने के बाद सरकार को हर महीने 1 हजार से 1500 करोड़ रुपए की कमाई होगी। नितिन गडकरी ने कहा कि, नया हाईवे बनने के बाद जयपुर और दिल्ली के बीच की दूरी महज 2 घंटे में पूरी हो सकती है। 22 ग्रीन एक्सप्रेस वे पर काम चल रहा है जिसमें से 7 एक्सप्रेसवे पर काम की शुरुआत भी हो चुकी है।
क्या होता है इलेक्ट्रिक हाईवे?यदि आसान भाषा में कहा जाए तो इलेक्ट्रिक हाईवे एक ऐसा हाइवे होता है जिस पर इलेक्ट्रिक वाहन चलते हैं। यदि आपने गौर किया होगा तो देखा होगा कि ट्रेन के ऊपर एक इलेक्ट्रिक वायर होता है। यह वायर ट्रेन के इंजन से आर्म के जरिए जुड़ा होता है जिससे पूरी ट्रेन को इलेक्ट्रिसिटी मिलती है।ठीक इसी तरह हाईवे पर भी इलेक्ट्रिसिटी वायर लगाए जाएंगे जिसके चलते हाईवे पर चलने वाले सभी वाहनों को इलेक्ट्रिसिटी मिलेगी। इतना ही नहीं बल्कि इन वाहनों को थोड़ी-थोड़ी दूरी पर चार्जिंग पॉइंट भी मिलेंगे जिससे वाहनों को आसानी से चार्ज किया जा सकेगा।