बिहार / एक बेटा, एक बेटी..अस्पताल में बच्चो की अदला-बदली, अब हो रही है दोनो पक्ष में लड़ाई, मामला पहुंचा कोर्ट

Zoom News : Nov 24, 2020, 06:19 AM
बिहार के औरंगाबाद सदर अस्पताल में, दो महिलाओं के बच्चों को परस्पर बदल दिया गया। अब दोनों के बीच एक गर्म युद्ध शुरू हो गया कि यह किसका बेटा है। दोनों माताओं की डिलीवरी एक ही दिन हुई। एक ने बेटे को जन्म दिया, जबकि दूसरे ने बेटी को जन्म दिया। पुलिस से शिकायत करने के बाद यह मामला अदालत में पहुंचा। अब कोर्ट के आदेश पर बच्चों का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। इसके आधार पर बच्चों की असली मां की पहचान की जाएगी।

नवाडीह रोड जगजीवन नगर निवासी नीरज कुमार की पत्नी कुसुम देवी और भकुड़िया गांव निवासी राहुल पासवान की पत्नी बबीता देवी को औरंगाबाद के सदर अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था। 20 नवंबर को डिलीवरी के बाद अस्पताल प्रशासन ने दोनों महिलाओं को उनके बच्चे दिए।

दोनों महिलाएं अपने बच्चों के साथ घर गईं, लेकिन जब कुसुम ने लड़की को अपनी गोद में देखा, तो वह हैरान रह गई। इसके बाद, वह अस्पताल से बबीता का पता लेकर उसके घर पहुंची। जहां दोनों महिलाएं एक लड़का-लड़की के चक्कर में लड़ने लगीं। बबीता ने कहा कि उसने एक लड़के को जन्म दिया है।

यह झगड़ा थाने तक पहुंच गया। पुलिस ने दोनों महिलाओं के परिवारों को भी बुलाया, लेकिन यह तय नहीं किया जा सका कि बच्चा किसका है। अस्पताल के अनुसार, बबीता देवी को एक बेटी पैदा हुई थी। फिलहाल पुलिस ने लड़के को कुसुम को दे दिया है, जबकि बबीता को लड़की दी गई है।

इस मामले में, एसडीपीओ अनूप कुमार, मुफस्सिल थाना प्रभारी एचएन झा और सिटी थाना प्रभारी अंजनी कुमार की मौजूदगी में समझौता हुआ। उसी समय, अदालत के आदेश पर डीएनए परीक्षण किया जाएगा, जिसके बाद यह साबित किया जा सकता है कि यह किसका बच्चा है।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER