दिल्ली / '60 मरीजों की जान खतरे में' की चेतावनी के बाद ऑक्सीजन टैंक सर गंगाराम अस्पताल पहुंचे

Zoom News : Apr 23, 2021, 01:19 PM
नई दिल्ली: देशभर में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद भयावह होती जा रही है. ऑक्सीजन की किल्लत लगातार बनी हुई है. इस बीच दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में गंभीर रूप से बीमार 25 मरीजों की मौत हो गई. घटना के पीछे की संभावित वजह ऑक्सीजन की कमी बताई जा रही है. हालांकि अस्पताल के चेयरमैन डॉ डीएस राणा ने इस बात को नकार दिया है कि ऑक्सीजन की कमी की जगह से मरीजों की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि आईसीयू में पहले ऑक्सीजन दबाव कम हो गया था, उस दौरान हम लोगों ने मैनुअल तरह से ऑक्सीजन दी थी.

वहीं सर गंगाराम अस्पताल के चिकित्सा निदेशक ने कहा, 'ऑक्सीजन का भंडार अगले दो घंटे और चलेगा, वेंटिलेटर और बीआईपीएपी मशीनें प्रभावी रूप से काम नहीं कर रही हैं. गंभीर रूप से बीमार अन्य 60 मरीज खतरे में हैं, गंभीर संकट की आशंका है. अस्पताल के आईसीयू और आपात-चिकित्सा विभाग में गैर-मशीनी तरीके से वेंटिलेशन बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है.'

केंद्र सरकार के एक सूत्र ने बताया कि सर गंगाराम अस्पताल में ऑक्सीजन का पर्याप्त भंडार है और एक ऑक्सीजन का एक टैंकर अस्पताल पहुंचा है जो भंडार क्षमता को पूरा करेगा. अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि ऑक्सीजन का टैंकर सुबह करीब नौ बजकर 20 मिनट पर अस्पताल में पहुंच गया. यह खेप करीब पांच घंटे और चलेगी जो ऑक्सीजन की खपत पर निर्भर करता है.

दिल्ली में संक्रमण की ताजा स्थिति

दिल्ली के अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी के बीच राष्ट्रीय राजधानी में कल कोरोना वायरस संक्रमण के 26,169 नए मामले सामने आए जबकि 306 मरीजों की मौत हो गई. दिल्ली में संक्रमण की दर 36.24 फीसदी रही जोकि पिछले साल महामारी की शुरुआत के बाद से सर्वाधिक है. दिल्ली में पिछले 10 दिनों में इस घातक वायरस के चलते 1,750 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. शहर में बुधवार को 24,638, मंगलवार को 28,395 जबकि सोमवार को 23,686 नए मामले सामने आए थे. 

दिल्ली में गुरुवार को सामने आए संक्रमण के नए मामलों के साथ ही शहर में अब तक कुल 9,56,348 लोग महामारी की चपेट में आ चुके हैं जबकि मृतक संख्या बढ़कर 13,193 तक पहुंच गई है. दिल्ली में बुधवार को 72,208 नमूनों की जांच की गई. दिल्ली में अब तक 8.51 लाख से अधिक मरीज ठीक हो चुके हैं जबकि 91,618 मरीज उपचाराधीन हैं.

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