News18 : Aug 18, 2020, 07:53 AM
इस्लामाबाद। पाकिस्तान (Pakistan) के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करने सोमवार को सऊदी अरब (Saudi Arabia) पहुंचे। उनका यह दौरा ऐसे वक्त हो रहा है जब सऊदी अरब द्वारा कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का रूख खारिज किए जाने के कारण दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव पैदा हो गया है। पाकिस्तान ने कश्मीर विषय पर इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के विदेश मंत्रियों की बैठक बुलाने का बार-बार अनुरोध किया। लेकिन, संगठन ने उसकी मांग पर ध्यान नहीं दिया जिसके बाद खफा होकर पाकिस्तान ने धमकी दी थी कि वह मुद्दे पर अलग से बैठक बुला सकता है। राजनयिक सूत्रों ने यहां बताया कि जनरल बाजवा के साथ पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी, आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद भी गए हैं।
सऊदी अरब में उनके कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत विवरण जारी नहीं किया गया है लेकिन संभावना है कि संबंधों में आई दूरियों को खत्म करने पर बातचीत होगी। भारत द्वारा पिछले साल अगस्त में जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद से पाकिस्तान ओआईसी के विदेश मंत्रियों की बैठक बुलाने पर जोर देता रहा है। ओआईसी के 57 सदस्य हैं। हालांकि, ओआईसी की तरफ से पाकिस्तान के अनुरोध पर अब तक कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला है। ओआईसी से सकारात्मक जवाब नहीं मिलने के लिए सबसे बड़ा कारण यह है कि सऊदी अरब इस पर इच्छुक नहीं है।सऊदी का समर्थन महत्वपूर्णओआईसी में किसी भी महत्वपूर्ण फैसले के लिए सऊदी अरब का समर्थन महत्वपूर्ण है। इस संगठन पर सऊदी अरब और बाकी अरब देशों का दबदबा है। जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म होने के बाद से पाकिस्तान, भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन पाने के लिए कई कोशिशें कर चुका है लेकिन वह सफल नहीं हो पाया है।
सऊदी अरब में उनके कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत विवरण जारी नहीं किया गया है लेकिन संभावना है कि संबंधों में आई दूरियों को खत्म करने पर बातचीत होगी। भारत द्वारा पिछले साल अगस्त में जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद से पाकिस्तान ओआईसी के विदेश मंत्रियों की बैठक बुलाने पर जोर देता रहा है। ओआईसी के 57 सदस्य हैं। हालांकि, ओआईसी की तरफ से पाकिस्तान के अनुरोध पर अब तक कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला है। ओआईसी से सकारात्मक जवाब नहीं मिलने के लिए सबसे बड़ा कारण यह है कि सऊदी अरब इस पर इच्छुक नहीं है।सऊदी का समर्थन महत्वपूर्णओआईसी में किसी भी महत्वपूर्ण फैसले के लिए सऊदी अरब का समर्थन महत्वपूर्ण है। इस संगठन पर सऊदी अरब और बाकी अरब देशों का दबदबा है। जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म होने के बाद से पाकिस्तान, भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन पाने के लिए कई कोशिशें कर चुका है लेकिन वह सफल नहीं हो पाया है।