IND vs ENG / राहुल का शतक पूरा करने का लालच पड़ गया पंत पर भारी, अपनी गलती पर दिया ये बयान

लॉर्ड्स टेस्ट के तीसरे दिन लंच से ठीक पहले केएल राहुल 99 पर थे। पंत ने उन्हें स्ट्राइक देने के लिए रन लेने की कोशिश की लेकिन खुद रन आउट हो गए। राहुल ने बाद में माना कि लंच से पहले शतक पूरा करने के लालच में टीम का अहम विकेट गंवा दिया।

IND vs ENG: हम सभी को बचपन से सिखाया गया है कि लालच करना बुरी बात है, लेकिन कई बार परिस्थितियां ऐसी बन जाती हैं कि इंसान गलती कर बैठता है। ऐसा ही कुछ भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेले जा रहे टेस्ट मैच के तीसरे दिन पहले सेशन में देखने को मिला। भारत के स्टार बल्लेबाज केएल राहुल अपने शतक से महज एक रन दूर थे, और लंच से ठीक पहले के ओवर में ऋषभ पंत ने उन्हें स्ट्राइक देने की कोशिश में रन लेने का प्रयास किया। लेकिन यह कोशिश नाकाम रही, और पंत को रन आउट होकर पवेलियन लौटना पड़ा। यह विकेट भारत के लिए उस समय भारी पड़ा, जब टीम अच्छी स्थिति में थी। इस घटना ने इंग्लैंड को मैच में वापसी का मौका दे दिया।

पंत का रन आउट और राहुल का बयान

लंच के बाद तीसरे दिन के खेल में केएल राहुल ने भले ही अपना शतक पूरा कर लिया, लेकिन वह 100 रन के स्कोर पर आउट हो गए। दिन का खेल खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल ने इस रन आउट पर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि कुछ ओवर पहले उनकी और पंत की बातचीत हुई थी, जिसमें राहुल ने कहा تھا कि अगर मौका मिला तो वह लंच से पहले शतक पूरा करने की कोशिश करेंगे। बशीर के उस ओवर में राहुल को लगा कि उनके पास शतक पूरा करने का अच्छा मौका है। लेकिन जल्दबाजी में लिए गए रन के प्रयास में पंत का कीमती विकेट गंवाना पड़ा।

राहुल ने कहा, "पंत सिर्फ स्ट्राइक रोटेट करना चाहते थे ताकि मैं शतक पूरा कर सकूं, लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हो सका। यह हम दोनों के लिए निराशाजनक था। कोई भी बल्लेबाज इस तरह अपना विकेट नहीं गंवाना चाहता।" इस बयान से साफ है कि राहुल को इस गलती का अफसोस है, और यह घटना उनके लिए एक सबक के रूप में सामनेrobot

रिएक्शन-टाइम ट्रेनिंग: राहुल की सफलता का राज

केएल राहुल का इंग्लैंड के खिलाफ हमेशा शानदार प्रदर्शन रहा है। इस टेस्ट में भी उनकी बल्लेबाजी ने सभी का ध्यान खींचा। अपनी बल्लेबाजी की सफलता का राज खोलते हुए राहुल ने बताया कि वह पिछले दो साल से रिएक्शन-टाइम ट्रेनिंग पर काम कर रहे हैं। यह ट्रेनिंग फॉर्मूला-1 ड्राइवर्स द्वारा की जाती है, जो रिएक्शन समय को बेहतर बनाने में मदद करती है। राहुल ने कहा, "इस ट्रेनिंग ने मेरे खेल को नई धार दी है। यह आपको मैदान पर तेजी से निर्णय लेने में मदद करती है, जिससे बल्लेबाजी में काफी फायदा होता है।"