- भारत,
- 23-Sep-2025 05:15 PM IST
Poonam Pandey: दिल्ली में आयोजित होने वाली भव्य लवकुश रामलीला में मंदोदरी का किरदार निभाने वाली पूनम पांडे को इस भूमिका से हटा दिया गया है। लवकुश रामलीला कमेटी ने यह फैसला तीव्र विरोध और आपत्तियों के बाद लिया है। कमेटी ने पूनम पांडे को पत्र लिखकर इस निर्णय की सूचना दी और क्षमा मांगते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
फैसले के पीछे का कारण
लवकुश रामलीला समिति के अध्यक्ष अर्जुन कुमार और महासचिव सुभाष गोयल ने बताया कि पूनम पांडे ने समिति के आमंत्रण पर मंदोदरी की भूमिका निभाने की सहमति दी थी। हालांकि, उनके नाम की घोषणा के बाद विभिन्न संस्थानों और समाज के वर्गों से कड़ी आपत्तियां प्राप्त हुईं। इन आपत्तियों के कारण रामलीला के मूल उद्देश्य—प्रभु श्रीराम का संदेश समाज तक पहुंचाने—में बाधा उत्पन्न हो रही थी। गहन विचार-विमर्श के बाद समिति ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि इस वर्ष मंदोदरी की भूमिका किसी अन्य कलाकार को दी जाएगी।
पूनम पांडे का उत्साह और विवाद
सोमवार को पूनम पांडे ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया था, जिसमें उन्होंने मंदोदरी का किरदार निभाने के लिए अपनी उत्साहपूर्ण तैयारी का जिक्र किया था। उन्होंने यह भी बताया था कि वे नवरात्रि के नौ दिनों का व्रत रखेंगी। हालांकि, उनके इस रोल की घोषणा के बाद से ही विरोध शुरू हो गया था। विश्व हिंदू परिषद (VHP) और कंप्यूटर बाबा जैसे लोगों ने इस फैसले का कड़ा विरोध किया।
विरोध की तीव्रता
विश्व हिंदू परिषद ने एक पत्र लिखकर पूनम पांडे को इस भूमिका से हटाने की मांग की थी। पत्र में कहा गया था कि रामलीला केवल एक नाट्य-प्रस्तुति नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और संस्कारों का जीवंत हिस्सा है। वहीं, कंप्यूटर बाबा ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा था कि पूनम पांडे को मंदोदरी के बजाय सूर्पनखा का किरदार दिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी जोड़ा कि रामलीला समिति को यह समझना चाहिए कि किस किरदार के लिए कौन उपयुक्त है।
समिति का पत्र और भविष्य की योजना
लवकुश रामलीला समिति ने पूनम पांडे को लिखे पत्र में कहा, "हमें क्षमा करें।" समिति ने यह स्पष्ट किया कि यह निर्णय रामलीला के पवित्र उद्देश्य को बनाए रखने के लिए लिया गया है। अब मंदोदरी का किरदार कोई अन्य कलाकार निभाएगा, हालांकि अभी यह घोषणा नहीं की गई है कि यह भूमिका किसे दी जाएगी।
