AMAR UJALA : Jul 12, 2020, 08:02 AM
Delhi: भारत में गरीब बच्चे अमीर घरों के बच्चों की तुलना में शैक्षणिक रूप से वंचित महसूस करते हैं, जबकि लड़कों की तुलना में लड़कियां भी शिक्षा के मामले में पिछड़ापन महसूस करती हैं। ब्रिटिश एजुकेशनल रिसर्च जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि लड़के और लड़कियों के शैक्षणिक प्रदर्शन में विभिन्नता माता-पिता की उम्मीदों और बच्चों से अपेक्षाओं पर भी निर्भर करती है।
अध्ययन के निष्कर्षों में यह भी पाया गया कि नामांकन दर में बढ़ोतरी और लड़के एवं लड़कियों के लिए शिक्षा की पहुंच बढ़ाने की खातिर शैक्षणिक सुधार के बावजूद बच्चों की शिक्षा पर लैंगिक और संपत्ति के अंतर का असर पड़ता है।शोधकर्ताओं के मुताबिक, चूंकि संस्कृति में बदलाव काफी कठिन है इसलिए शैक्षणिक नीति के इतर हस्तक्षेप की जरूरत है। विशेषतौर पर धनी परिवारों में जन्मे लड़कों का गणित में प्रदर्शन आर्थिक रूप से पिछड़े परिवार में जन्मे बच्चों की तुलना में ज्यादा बेहतर होता है।
अध्ययन के निष्कर्षों में यह भी पाया गया कि नामांकन दर में बढ़ोतरी और लड़के एवं लड़कियों के लिए शिक्षा की पहुंच बढ़ाने की खातिर शैक्षणिक सुधार के बावजूद बच्चों की शिक्षा पर लैंगिक और संपत्ति के अंतर का असर पड़ता है।शोधकर्ताओं के मुताबिक, चूंकि संस्कृति में बदलाव काफी कठिन है इसलिए शैक्षणिक नीति के इतर हस्तक्षेप की जरूरत है। विशेषतौर पर धनी परिवारों में जन्मे लड़कों का गणित में प्रदर्शन आर्थिक रूप से पिछड़े परिवार में जन्मे बच्चों की तुलना में ज्यादा बेहतर होता है।