आर माधवन, जिन्हें 'मैडी' के नाम से भी जाना जाता है, ने भारतीय फिल्म उद्योग में एक असाधारण यात्रा तय की है। तमिल सिनेमा से लेकर बॉम्बे फिल्म इंडस्ट्री तक, उन्होंने अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। मणिरत्नम और राजकुमार हिरानी जैसे प्रतिष्ठित निर्देशकों के साथ काम करते हुए, उन्होंने विभिन्न शैलियों की फिल्मों में अपनी छाप छोड़ी है। 2026 में अपने 30 साल पूरे करने जा रहे माधवन ने हाल ही में अपनी आगामी रोमांटिक कॉमेडी-ड्रामा फिल्म 'दे दे प्यार दे 2' में अजय देवगन, रकुल प्रीत और मीजान जाफरी के साथ काम किया है। इस फिल्म के सेट पर उन्हें जिस चिंता का सामना करना पड़ा, उसके बारे में उन्होंने खुलकर बात की है। उन्होंने बताया कि कैसे हर नई परियोजना के साथ उनका यह डर और भी गहरा होता जा रहा है।
सेट पर बढ़ती चिंता और 'खत्म हो गया' का खौफ
मिर्ची प्लस के साथ एक विशेष बातचीत में, आर माधवन ने अपने भीतर के डर को साझा किया। उन्होंने बताया कि आजकल जब भी वे किसी फिल्म के सेट पर जाते हैं, तो उन्हें एक अजीब सा और बहुत बड़ा डर महसूस होता है। यह डर पहले दिन से ही शुरू हो जाता है, जब उन्हें लगता है कि सेट पर मौजूद हर व्यक्ति उन्हें गौर से देख रहा है और मन ही मन सोच रहा है कि 'बस, अब मैडी का काम खत्म हो गया है' या 'वह अब ठीक से एक्टिंग नहीं कर सकता' और माधवन ने स्वीकार किया कि यह भावना हर नई फिल्म के साथ और भी बदतर होती जा रही है। यह केवल उनके सहकर्मियों या निर्देशकों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें अपने असिस्टेंट्स से भी डर लगता है। उन्हें लगता है कि उनके असिस्टेंट्स भी उन्हें देखकर यह सोच रहे होंगे कि अब समय आ गया है कि किसी और को काम पर रखा जाए, क्योंकि 'इसे कुछ नहीं आता है'। यह 'खत्म हो गया' का खौफ उनके हर नए प्रोजेक्ट के साथ बढ़ता ही। जा रहा है, जो एक कलाकार के रूप में उनकी असुरक्षा को दर्शाता है।
इसी बातचीत के दौरान, माधवन ने सुपरस्टार अजय देवगन के। साथ काम करने के अपने सुखद अनुभव को भी साझा किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने अजय देवगन के साथ पहले हिट फिल्म 'शैतान' में काम किया था और अब वे 'दे दे प्यार दे 2' में भी उनके साथ नजर आएंगे और माधवन ने अजय देवगन की प्रशंसा करते हुए कहा कि जब उन्होंने पहली बार 'शैतान' के सेट पर उनके साथ काम करना शुरू किया, तो पहले दिन उन्हें लगा कि अजय देवगन को अकेला छोड़ देना चाहिए, क्योंकि शायद उन्हें ज्यादा बातचीत करना पसंद नहीं है। हालांकि, एक बार जब अजय देवगन सहज हो जाते हैं, तो उनके साथ बातचीत करना और उनके विचारों को सुनना बहुत मजेदार होता है। माधवन ने बताया कि अजय देवगन को समझने में थोड़ा समय लगता है,। लेकिन उनकी मासूमियत और माधवन की जिज्ञासा दोनों ही चीजें उन्होंने बनाए रखी हैं। माधवन को अजय देवगन पर बहुत गर्व है और वे। उनके साथ काम करने को एक विशेष अनुभव मानते हैं।
तीन साल का ब्रेक: एक महत्वपूर्ण मोड़
आर माधवन ने पहले भी अपने करियर में तीन साल का ब्रेक लेने के बारे में बात की थी। उन्होंने बताया था कि उन्होंने यह ब्रेक इसलिए लिया था क्योंकि वे उस तरह के काम से बहुत निराश थे जो वे कर रहे थे और वे उससे जुड़ नहीं पा रहे थे। उन्होंने एक घटना का भी जिक्र किया था जिसने उन्हें यह बड़ा फैसला लेने के लिए प्रेरित किया। माधवन ने बताया कि वे स्विट्जरलैंड में एक तमिल गाने की शूटिंग कर रहे थे, जिसमें उन्होंने नारंगी पैंट और हरी शर्ट पहनी हुई थी और म्यूजिक पर नाच रहे थे। सड़क के बीच में नाचते हुए उन्होंने देखा कि एक स्विस किसान। उन्हें गुस्से से देख रहा था और अपना सिर हिला रहा था। माधवन ने उस समय सोचा कि 'तुम चेन्नई आओ, मैं तुम्हें दिखाऊंगा कि मैं कौन हूं'। हालांकि, उन्हें तुरंत ही अपनी इस प्रतिक्रिया पर बुरा लगा और उन्हें अचानक एहसास हुआ कि वे सचमुच 'दूसरे लोगों के इशारों पर नाच रहे थे'। यह घटना उनके लिए एक वेक-अप कॉल थी, जिसने उन्हें अपने काम की गुणवत्ता और अपनी रचनात्मक संतुष्टि पर विचार करने के लिए मजबूर किया, जिसके परिणामस्वरूप उन्होंने तीन साल का ब्रेक लिया ताकि वे बेहतर और अधिक सार्थक परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर सकें।