बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से ठीक एक दिन पहले, कांग्रेस सांसद। राहुल गांधी आज दोपहर 12 बजे एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने वाले हैं। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर कांग्रेस पार्टी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से बड़ा दावा किया है, जिसमें इसे 'हाइड्रोजन बम' बताया गया है। यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब बिहार में राजनीतिक सरगर्मियां अपने चरम पर हैं और सभी दल मतदाताओं को लुभाने के अंतिम प्रयास कर रहे हैं और राहुल गांधी की यह प्रेस कॉन्फ्रेंस निश्चित रूप से चुनावी माहौल में एक नई हलचल पैदा कर सकती है।
'हाइड्रोजन बम' का रहस्य
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने अपने एक्स (पहले ट्विटर) हैंडल पर लिखा, 'हाइड्रोजन बम लोडिंग। राहुल गांधी प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। ' यह 'हाइड्रोजन बम' शब्द राहुल गांधी के पिछले बयानों से जुड़ा है। 1 सितंबर को राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को चेतावनी देते हुए कहा था कि वह वोट चोरी के अपने आरोपों के बारे में जल्द ही 'हाइड्रोजन बम' छोड़ेंगे। उन्होंने उस समय कहा था कि महादेवपुरा के बारे में जो दिखाया गया था, वह सिर्फ एक 'एटम बम' था, और अब इससे भी बड़ा खुलासा होने वाला है। इस बयान ने तभी से राजनीतिक गलियारों में उत्सुकता बढ़ा दी थी कि आखिर राहुल गांधी किस बड़े खुलासे की बात कर रहे हैं और आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस रहस्य से पर्दा उठने की उम्मीद है।
वोटर अधिकार यात्रा का समापन और बीजेपी पर हमले
राहुल गांधी की यह प्रेस कॉन्फ्रेंस उनकी 16 दिनों तक चली 'वोटर अधिकार यात्रा' के समापन के बाद हो रही है। इस यात्रा का उद्देश्य मतदाता अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और वोट चोरी तथा मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) में कथित अनियमितताओं का विरोध करना था। यात्रा के अंतिम दिन एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने बीजेपी पर तीखे हमले किए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि जिन ताकतों ने महात्मा गांधी की हत्या की, वे अब भारत के संविधान को नष्ट करने की कोशिश कर रही हैं। यह एक गंभीर आरोप था जो उन्होंने बीजेपी के खिलाफ लगाया था, और आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में वे इन आरोपों को और पुख्ता करने के लिए सबूत पेश कर सकते हैं।
'महादेवपुरा' और 'हाइड्रोजन बम' के बीच का संबंध
राहुल गांधी ने अपनी पिछली टिप्पणियों में 'महादेवपुरा' का जिक्र करते हुए कहा था कि यह सिर्फ एक 'एटम बम' था, लेकिन 'हाइड्रोजन बम' अभी आना बाकी है। उन्होंने बीजेपी को चेतावनी दी थी कि वे जल्द ही। 'हाइड्रोजन बम' लेकर आएंगे और उनकी सच्चाई देश को दिखाई जाएगी। उन्होंने बिहार की जनता का आभार व्यक्त किया था कि उन्होंने कांग्रेस की मदद की। राहुल गांधी ने यह भी गारंटी दी थी कि 'हाइड्रोजन बम' के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस देश को अपना चेहरा नहीं दिखा पाएंगे। यह बयान उनकी ओर से एक बहुत ही मजबूत दावा था,। जो आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस के महत्व को और बढ़ा देता है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने वोट चोरी को अधिकारों, आरक्षण, रोज़गार, शिक्षा और लोकतंत्र की चोरी करार दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और लोगों को दिखाया कि चुनाव आयोग उन्हें मतदाता सूची और वीडियोग्राफी नहीं देता है। उन्होंने देश के सामने सबूत पेश करने का दावा किया। राहुल गांधी के अनुसार, वोट चोरी का मतलब है हमारे अधिकारों, आरक्षण, रोज़गार, शिक्षा और लोकतंत्र की चोरी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी लोगों का राशन कार्ड और ज़मीन छीनकर उसे अडानी और अंबानी को दे देगी। ये आरोप सीधे तौर पर आम जनता के हितों से जुड़े हुए हैं और चुनावी माहौल में इनका गहरा असर हो सकता है।
वोट चोरी के आरोप और उनके निहितार्थ
बिहार चुनाव का महत्वपूर्ण संदर्भ
यह प्रेस कॉन्फ्रेंस बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण समय पर हो रही है। बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को होनी है, जो कि कल है और दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को होगी और चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। ऐसे में मतदान से ठीक पहले राहुल गांधी का यह। 'हाइड्रोजन बम' मतदाताओं के मन पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। कांग्रेस की रणनीति स्पष्ट है कि वे मतदान से ठीक पहले बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाकर मतदाताओं के बीच एक मजबूत संदेश देना चाहते हैं, जिससे चुनाव के नतीजों पर असर पड़ सके। यह देखना दिलचस्प होगा कि राहुल गांधी आज अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कौन से नए तथ्य या सबूत पेश करते हैं और उनका बिहार की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ता है।