Rahul Gandhi News / राहुल गांधी पहुंचे पुंछ, पाकिस्तानी गोलीबारी से पीड़ित परिवारों से करेंगे मुलाकात

कांग्रेस नेता राहुल गांधी शनिवार को पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित परिवारों से मिलने पुंछ पहुंचे। यह दौरा पहलगाम आतंकी हमले के बाद दूसरा है। उन्होंने राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया। पाकिस्तान की हालिया फायरिंग में 27 नागरिकों की मौत और 70 से अधिक घायल हुए थे।

Rahul Gandhi News: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम अहमद मीर ने बताया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले पहुंचे, जहाँ उन्होंने हाल ही में पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। यह दौरा केवल एक राजनीतिक यात्रा नहीं, बल्कि मानवीय संवेदनाओं और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बनकर सामने आया है।

राहुल गांधी का यह दौरा 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद दूसरी बार जम्मू-कश्मीर की धरती पर हुआ है। उस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। राहुल गांधी ने तब भी आतंकवाद के विरुद्ध एक सशक्त संदेश देते हुए कहा था कि इस तरह के हमलों का उद्देश्य देश को बांटना है, और इसका जवाब केवल राष्ट्रीय एकता और भाईचारे से दिया जा सकता है।

पुंछ में हालात गंभीर

पुंछ में हाल ही में जो घटनाएं घटित हुई हैं, वे जम्मू-कश्मीर में लगातार अस्थिरता फैलाने की पाकिस्तानी कोशिशों का हिस्सा हैं। 7 मई को भारत द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए गए। इन लक्ष्यों में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के ठिकाने शामिल थे।

इन जवाबी कार्रवाइयों के बाद पाकिस्तान ने बौखलाहट में पुंछ सेक्टर में भारी गोलाबारी शुरू कर दी। 8 से 10 मई के बीच हुए तोपखाने, मिसाइल और ड्रोन हमलों में पाकिस्तान ने सिविलियनों को भी निशाना बनाया। भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने जहां अधिकांश हमलों को निष्फल किया, वहीं इस हमले में 27 नागरिकों की मौत और 70 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर ने पूरे देश को झकझोर दिया।

शोक संतप्त परिवारों से संवाद

राहुल गांधी ने पुंछ में जाकर उन परिवारों से मुलाकात की जिन्होंने अपने प्रियजनों को इस हमले में खो दिया। गुलाम अहमद मीर के अनुसार, यह यात्रा केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि संवेदना और समर्थन की गहरी भावना से प्रेरित थी। राहुल गांधी ने पीड़ित परिवारों के दुःख को साझा किया और उन्हें भरोसा दिलाया कि देश उनके साथ है।

उन्होंने यह भी दोहराया कि आतंकवाद से लड़ाई केवल हथियारों से नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करके ही संभव है। उनका यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब जम्मू-कश्मीर एक बार फिर असुरक्षा और तनाव की स्थिति से गुजर रहा है।

एकजुटता का संदेश

राहुल गांधी का पुंछ दौरा एक बड़ा राजनीतिक संकेत भी देता है—कि राष्ट्र के किसी भी हिस्से में यदि नागरिक संकट में हैं, तो देश का हर नागरिक और हर नेता उनके साथ खड़ा है। यह दौरा उन लोगों के लिए एक आशा की किरण है, जिन्होंने अपने जीवन के सबसे मुश्किल क्षणों में देश की ओर मदद की आस लगाई थी।

पुंछ में उनकी मौजूदगी ने यह साफ कर दिया कि विपक्ष की भूमिका केवल सवाल उठाने तक सीमित नहीं, बल्कि ज़मीनी स्तर पर पीड़ितों तक पहुंचने और उनके साथ खड़े होने की भी है।