भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने अनुभवी बल्लेबाजों विराट कोहली और रोहित शर्मा के 2027 वनडे वर्ल्ड कप में खेलने की संभावनाओं पर अपनी राय दी है। रोहित और विराट पहले ही टी-20 इंटरनेशनल और टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं, जिससे यह सवाल उठ रहा है कि वे कब तक वनडे फॉर्मेट में सक्रिय रहेंगे।
ऑस्ट्रेलिया सीरीज होगी निर्णायक
शास्त्री का मानना है कि इन दोनों दिग्गजों की 2027 वर्ल्ड कप में भागीदारी उनकी मौजूदा फॉर्म, शारीरिक फिटनेस और खेल के प्रति उनके जज्बे पर बहुत अधिक निर्भर करेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि 19 अक्टूबर से शुरू हो रही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी वनडे सीरीज उनके प्रदर्शन का आकलन करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच होगी और शास्त्री ने कहा कि उन्हें वनडे टीम में अपनी जगह बनाए रखने के लिए इस सीरीज में शानदार प्रदर्शन करना होगा।
रवि शास्त्री का बयान
पीटीआई न्यूज एजेंसी के हवाले से 'काया स्पोर्ट्स' के एक कार्यक्रम में शास्त्री ने कहा, "वे इसीलिए यहां हैं (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज खेल रहे हैं) और वे इस टीम कॉम्बिनेशन का हिस्सा हैं। उनका खेलना न खेलना उनकी फिटनेस, जज्बे और जाहिर है फॉर्म पर निर्भर करता है। मुझे लगता है कि उनके प्रदर्शन के आकलन के लिए यह सीरीज बहुत महत्वपूर्ण है। इस सीरीज के आखिर में उन्हें खुद भी पता चल जाएगा कि वे कैसा महसूस कर रहे हैं और फिर वो अपने फ्यूचर को लेकर फैसला करेंगे। "
अनुभव की भूमिका
शास्त्री ने ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ का उदाहरण देते हुए कहा कि उम्र के साथ खेल का आनंद लेना और जज्बा बनाए रखना जरूरी है और हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि बड़े मैचों में अनुभव का कोई विकल्प नहीं होता। चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट्स में बड़े खिलाड़ी ही आगे आकर टीम को जीत दिलाते हैं। ऐसे में रोहित और विराट का अनुभव टीम के लिए बेहद मूल्यवान साबित हो सकता है।