खेल / रूस पर लगा 4 साल का बैन, 546 ओलिंपिक मेडल जीतने वाला देश हुआ सभी खेलों से बाहर

News18 : Dec 09, 2019, 05:29 PM
नई दिल्‍ली: वर्ल्‍ड एंटी डोपिंग एजेंसी (World Anti Doping Agency) ने रूस (Russia) पर चार साल का प्रतिबंध लगा दिया है।  इसके चलते अब रूस अगले साल टोक्‍यो ओलिंपिक (Tokyo Olympic) और 2022 बीजिंग विंटर ओलिंपिक (2022 Beijing Winter Olympic) में भी हिस्‍सा नहीं ले पाएगा।  वाडा ने रूस पर एक डोपिंगरोधी प्रयोगशाला से गलत आंकड़े देने के आरोप लगाए और इस कारण उस पर चार साल का प्रतिबंध लगा दिया।  वाडा की लुसाने में कार्यकारी समिति की बैठक में यह फैसला किया गया।   इस फैसले के बाद भी जो रूसी एथलीट डोपिंग से दूर हैं वे अगले 4 साल के दौरान बिना रूस के झंडे और राष्‍ट्रगान के अंतरराष्‍ट्रीय खेलों में भाग ले सकते हैं।  पिछले साल 2018 प्‍योंगचांग ओलिंपिक में भी ऐसा ही हुआ था। 

वाडा की ओर से आगे कहा गया है कि यदि रूसी एंटी डोपिंग एजेंसी प्रतिबंधों के खिलाफ अपील करती है तो मामला कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्‍पोर्ट को रैफर कर दिया जाएगा। 

पिछले 6 ओलिंपिक में जीते 546 मेडल

समर ओलिंपिक में रूस का इतिहास वैसे तो काफी पुराना है।  लेकिन 1996 के बाद से यह लगातार ओलिंपिक में उतर रहे हैं।  पिछले 20 सालों में रूसी खिलाड़ियों ने दुनिया को अपना दम दिखाया।  रूस ने पिछले 6 ओलिंपिक में  546 मेडल जीते हैं।  ओलिंपिक में रूस ने अभी तक 195 गोल्ड, 163 सिल्वर और 188 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। 

डोपिंग मामले छुपाए, डेटाबेस को छेड़ा

इससे पहले पिछले महीने वाडा के जांचकर्ताओं और अंतरराष्‍ट्रीय ओलिंपिक समिटी ने कहा था कि रूसी अधिकारियों ने कई संभावित डोपिंग मामलों को छुपाने और इस मामलों की खुलासा करने वाले लोगों पर दोष डालने के लिए मॉस्‍को लेबोरेट्री के डेटाबेस में छेड़छाड़ की।  आईओसी ने कहा था, 'मॉस्‍को लेब के डेटा में खुली धोखेबाजी करना दुनियाभर में चल रहे खेलों के आंदोलन का अपमान है। 

2015 में लगा था रूस पर आरोप

वाडा ने 2015 में एक रिपोर्ट दी थी जिसमें कहा गया था कि उसे बड़े स्‍तर पर रूसी खिलाड़ियों के डोपिंग करने के सबूत मिले हैं।  इसके बाद रूस की समस्‍याएं बढ़ गई थीं।  इसके बाद से रूसी खिलाड़ियों के डोपिंग में लिप्‍त पाए जाने के मामले सामने आए हैं।  साथ ही कई खिलाड़ी पिछले दो ओलिंपिक से हट गए।  वहीं 2014 सोची गेम्‍स के दौरान राज्‍य प्रायोजित डोपिंग को छुपाने के चलते पिछले साल प्‍योंगचांग विंटर गेम्‍स के दौरान रूस के ध्‍वजवाहक को ही हटा दिया गया था। 

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