Gold-Silver Price Today / सोना हुआ सस्ता, चांदी ने पकड़ी रफ्तार: जानिए आज के नए भाव

शनिवार को सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जिससे खरीदारों को राहत मिली है। 18 से 24 कैरेट तक का सोना सस्ता हुआ है। हालांकि, चांदी की कीमतों में 3,000 रुपये की भारी बढ़ोतरी हुई है, जिससे यह 1.90 लाख रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गई है।

सोने-चांदी के बाजार में शनिवार को एक दिलचस्प बदलाव देखने को मिला। जहां एक तरफ लगातार नए रिकॉर्ड बना रहे सोने की रफ्तार पर ब्रेक लगा और उसकी कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, वहीं दूसरी तरफ चांदी ने अप्रत्याशित रूप से लंबी छलांग लगाई। यह स्थिति उन खरीदारों के लिए महत्वपूर्ण है जो आगामी शादी-ब्याह के सीजन के लिए आभूषण खरीदने की योजना बना रहे हैं या निवेश के विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। इस उतार-चढ़ाव ने बाजार में एक नई हलचल पैदा कर दी। है, जिससे निवेशकों और उपभोक्ताओं दोनों का ध्यान आकर्षित हुआ है। बीते शनिवार को सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जिसने खरीदारों को थोड़ी राहत दी है। 18 कैरेट से लेकर 24 कैरेट तक, सोने की हर श्रेणी में दाम कम हुए हैं। यह उन लोगों के लिए एक अच्छा अवसर हो सकता है जो। लंबे समय से सोने की कीमतों में कमी का इंतजार कर रहे थे। पिछले कुछ समय से सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही थीं, जिससे आम खरीदारों की पहुंच से यह दूर होता जा रहा था। इस गिरावट ने बाजार में एक सकारात्मक माहौल बनाया है, खासकर उन उपभोक्ताओं के लिए जो त्योहारों और शादी-ब्याह के लिए खरीदारी करना चाहते हैं।

आपकी ज्वेलरी कितनी सस्ती हुई?

शनिवार, 6 दिसंबर को सर्राफा बाजार में हुई हलचल के बाद,। सोने की विभिन्न श्रेणियों के दामों में महत्वपूर्ण कमी आई है। 24 कैरेट सोना, जिसे शुद्धता का उच्चतम मानक माना जाता है, के दाम में 540 रुपये प्रति 10 ग्राम की कमी दर्ज की गई है और इस गिरावट के बाद, 24 कैरेट सोने का नया भाव अब 1,30,150 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है। यह उन निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण आंकड़ा है जो सोने को निवेश के रूप में देखते हैं। वहीं, भारतीय घरों में सबसे अधिक लोकप्रिय और आभूषणों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले 22 कैरेट सोने की कीमतों में भी 500 रुपये की गिरावट आई है और इस कमी के बाद, 22 कैरेट सोने का नया भाव 1,19,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है। यह उन उपभोक्ताओं के लिए एक अच्छी खबर है जो शादी-ब्याह या अन्य अवसरों के लिए आभूषण खरीदने की योजना बना रहे हैं और इसके अतिरिक्त, 18 कैरेट सोने के दाम भी 410 रुपये टूटकर 97,610 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गए हैं। यह गिरावट विभिन्न कैरेट श्रेणियों में सोने की कीमतों को प्रभावित करती है, जिससे। उपभोक्ताओं को अपनी पसंद और बजट के अनुसार खरीदारी करने का अवसर मिलता है।

एक साल में सोने का 'रोलर कोस्टर' सफर

पिछले एक साल में सोने की कीमतों का सफर किसी 'रोलर कोस्टर' से कम नहीं रहा है। बीते 14 से 16 महीनों की अवधि में सोने ने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है, जिससे वे मालामाल हुए हैं। वहीं, दूसरी ओर, आम खरीदारों की जेब पर इसका भारी बोझ पड़ा है, क्योंकि कीमतें लगातार बढ़ती जा रही थीं और आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में सोने की कीमतों में लगभग 80 प्रतिशत तक का प्रभावशाली उछाल दर्ज किया गया है, जो इसकी निवेश क्षमता को दर्शाता है। पिछले साल अगस्त में, 24 कैरेट सोने का भाव लगभग 68,780 रुपये प्रति 10 ग्राम था। यह एक महत्वपूर्ण शुरुआती बिंदु था, जिसके बाद कीमतों में लगातार वृद्धि देखी गई। इस साल अक्टूबर में धनतेरस के आसपास, यही 24 कैरेट सोना। 1 लाख 35 हजार रुपये के ऐतिहासिक स्तर को छू गया था। यह दर्शाता है कि महज सवा साल के भीतर सोने। ने 70 से 80 फीसदी की असाधारण छलांग लगाई है। यह वृद्धि सोने को एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाती है, लेकिन। साथ ही आम उपभोक्ताओं के लिए इसे खरीदना महंगा भी बनाती है।

चांदी ने पकड़ी रफ्तार

1. बाजार का सबसे दिलचस्प पहलू यह रहा कि जहां सोने की कीमतों में नरमी आई, वहीं चांदी ने अप्रत्याशित रूप से लंबी छलांग लगाई। शनिवार को चांदी की कीमतों में भारी तेजी देखने को मिली, जिसने बाजार के जानकारों को भी चौंका दिया। एक किलो चांदी का भाव 3,000 रुपये चढ़कर 1 लाख 90 हजार रुपये के पार पहुंच गया है और यह वृद्धि चांदी के बाजार में एक नई गतिशीलता को दर्शाती है और इसे निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाती है। बाजार के जानकारों का मानना है कि पिछले सप्ताह के कारोबारी सत्रों में चांदी ने रिटर्न के मामले में सोने को भी पीछे छोड़ दिया है। यह दर्शाता है कि चांदी अब केवल एक औद्योगिक धातु या आभूषण का विकल्प नहीं रह गई है, बल्कि एक मजबूत निवेश उपकरण के रूप में भी उभर रही है। चांदी की यह तेजी उन निवेशकों के लिए उत्साहजनक है जिन्होंने इसमें निवेश किया है, और यह उन लोगों के लिए भी एक संकेत है जो अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाना चाहते हैं। चांदी की कीमतों में यह उछाल बाजार में इसकी बढ़ती मांग और सीमित आपूर्ति का परिणाम हो सकता है, जिससे इसकी चमक और भी बढ़ गई है।