भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान शुभमन गिल गर्दन में खिंचाव के कारण। गुवाहाटी में होने वाले दूसरे टेस्ट मैच से बाहर हो गए हैं। उनकी अनुपस्थिति में उप-कप्तान ऋषभ पंत टीम इंडिया की कमान संभालते हुए नजर आएंगे। यह खबर टीम इंडिया के लिए एक बड़ा झटका है, खासकर तब जब टीम साउथ अफ्रीका के खिलाफ महत्वपूर्ण टेस्ट सीरीज खेल रही है। गिल को कोलकाता टेस्ट मैच के दूसरे दिन बल्लेबाजी करते समय यह चोट। लगी थी, जिसके बाद से उनकी फिटनेस को लेकर लगातार चिंताएं बनी हुई थीं।
चोट की शुरुआत और कोलकाता टेस्ट का प्रभाव
शुभमन गिल को यह चोट कोलकाता टेस्ट मैच के दूसरे दिन के पहले सत्र में लगी थी। भारतीय पारी के दौरान जब गिल बल्लेबाजी करने उतरे, तो एक स्वीप। शॉट खेलने के प्रयास में उनकी गर्दन में अचानक खिंचाव आ गया। दर्द के कारण वह असहज दिखे और केवल तीन गेंदें खेलकर ही रिटायर्ड हर्ट हो गए और इस घटना के बाद वह पूरे मैच में दोबारा बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर नहीं लौटे। उसी शाम उन्हें कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने पूरी रात बिताई और अगले दिन उन्हें छुट्टी दे दी गई। गिल की गैरमौजूदगी का असर कोलकाता टेस्ट पर भी पड़ा, जहां भारतीय टीम दूसरी पारी में उनकी बल्लेबाजी के बिना 30 रन से मैच हार गई।
गुवाहाटी टेस्ट से बाहर और पंत की कप्तानी
जिस बात का अंदेशा था, अब वह सच साबित हो गई है। शुभमन गिल गर्दन की चोट से पूरी तरह उबर नहीं पाए हैं और इसलिए वह गुवाहाटी में 22 नवंबर से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में हिस्सा नहीं ले पाएंगे और रिपोर्ट्स के अनुसार, गिल टीम के साथ गुवाहाटी जरूर गए थे, लेकिन उनकी चोट अभी भी पूरी तरह से ठीक नहीं हुई है। उनकी अनुपस्थिति में, उप-कप्तान ऋषभ पंत को टीम इंडिया की कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी और पंत ने कोलकाता टेस्ट की दूसरी पारी में भी टीम की कमान संभाली थी, लेकिन यह पहली बार होगा जब वह किसी टेस्ट मैच में भारतीय टीम की पूर्ण कप्तानी करेंगे। यह उनके करियर का एक महत्वपूर्ण पड़ाव होगा।
वनडे सीरीज में भी खेलना मुश्किल
शुभमन गिल की चोट की गंभीरता को देखते हुए, उनका केवल टेस्ट सीरीज से बाहर होना ही नहीं, बल्कि 30 नवंबर से साउथ अफ्रीका के खिलाफ शुरू होने वाली वनडे सीरीज में भी खेलना मुश्किल नजर आ रहा है। गिल वनडे टीम के भी कप्तान हैं, और उनकी अनुपस्थिति में वनडे टीम की कप्तानी का जिम्मा भी किसी और खिलाड़ी को सौंपना पड़ सकता है। यह भारतीय टीम के लिए एक दोहरी चुनौती है, क्योंकि उन्हें एक। साथ दो प्रारूपों में अपने नियमित कप्तान के बिना खेलना पड़ सकता है। उनकी चोट का लंबा खिंचना टीम की आगामी योजनाओं पर भी असर डाल सकता है।
भविष्य की योजनाओं पर संभावित प्रभाव
शुभमन गिल की चोट और उसके प्रबंधन को लेकर अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और टीम इंडिया के प्रबंधन पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं और यदि गिल अभी भी पूरी तरह से ठीक नहीं थे और उनका दूसरे टेस्ट में खेलना पहले से ही संदिग्ध था, तो उन्हें कोलकाता में आराम करने के बजाय टीम के साथ गुवाहाटी क्यों ले जाया गया? डॉक्टरों ने उन्हें पूरी तरह से आराम करने और यात्रा से बचने की सलाह दी थी, क्योंकि इससे उनकी चोट बढ़ सकती थी और ठीक होने में अधिक समय लग सकता था। इस निर्णय ने टीम प्रबंधन और खुद भारतीय कप्तान की फिटनेस को लेकर उठाए गए जोखिम पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
गर्दन से जुड़ी कोई भी चोट पूरे शरीर पर बड़ा असर डाल सकती है और इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं और टीम इंडिया को आने वाले समय में वनडे सीरीज, टी20 सीरीज और अगले साल फरवरी में होने वाला टी20 वर्ल्ड कप भी खेलना है। शुभमन गिल टी20 टीम के उप-कप्तान भी हैं। ऐसे में अगर उनकी चोट बढ़ती है या ठीक होने में अधिक समय लगता है, तो। वह टी20 सीरीज और यहां तक कि टी20 वर्ल्ड कप से भी बाहर हो सकते हैं। यह भारतीय टीम की पूरी योजना को बिगाड़ सकता है और टीम। को एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के बिना मैदान पर उतरना पड़ सकता है। इसलिए, गिल की फिटनेस और उनके चोट प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने की। आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी किसी भी स्थिति से बचा जा सके।