IND vs SA / टीम इंडिया के लिए बोझा बनता जा रहा ये खिलाड़ी, वर्ल्ड कप से पहले बढ़ गई टेंशन

साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टी20 में शुभमन गिल बिना खाता खोले आउट हो गए, जिससे टीम इंडिया की चिंता बढ़ गई है। एशिया कप 2025 के बाद से 14 टी20 मैचों में गिल एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए हैं, जिससे टी20 वर्ल्ड कप से पहले उनके फॉर्म को लेकर सवाल उठ रहे हैं।

भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल का मौजूदा फॉर्म टीम प्रबंधन और प्रशंसकों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन गया है, खासकर आगामी टी20 वर्ल्ड कप को देखते हुए। साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली जा रही पांच मैचों की टी20 सीरीज के दूसरे मुकाबले में, जब टीम इंडिया को 214 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करना था, तो सभी की निगाहें शुभमन गिल पर टिकी थीं। न्यू चंडीगढ़ के मुल्लांपुर स्टेडियम में बल्लेबाजी के लिए मुफीद पिच पर उनसे एक बड़ी और तेज पारी की उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने एक बार फिर सभी को निराश किया और बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए। यह घटनाक्रम भारतीय टीम के लिए टी20 वर्ल्ड कप से पहले एक गंभीर सिरदर्द पैदा कर रहा है।

खराब फॉर्म का सिलसिला

शुभमन गिल का बिना खाता खोले आउट होना सिर्फ एक मैच की बात नहीं है, बल्कि यह उनके हालिया टी20 इंटरनेशनल प्रदर्शन का एक चिंताजनक पैटर्न दर्शाता है। जब अफ्रीकी टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में 213 रनों का चुनौतीपूर्ण। स्कोर खड़ा किया, तो टीम इंडिया को एक मजबूत और विस्फोटक शुरुआत की सख्त जरूरत थी। अभिषेक शर्मा के साथ ओपनिंग करने आए गिल से उम्मीद थी कि वे पावरप्ले का फायदा उठाएंगे और टीम को तेज गति देंगे, लेकिन उनका शून्य पर आउट होना न केवल टीम के लिए शुरुआती झटका था, बल्कि इसने उनकी फॉर्म पर चल रही बहस को और तेज कर दिया है। बल्लेबाजी के लिए अनुकूल पिच पर भी उनका रन न बना पाना, उनकी मौजूदा लय पर गंभीर सवाल खड़े करता है।

एशिया कप के बाद से प्रदर्शन

शुभमन गिल को जब एशिया कप 2025 के लिए भारतीय टीम की स्क्वाड में शामिल किया गया था, तो उस समय कई लोगों को हैरानी हुई थी और उनके चयन को सही साबित करने के लिए उन पर काफी दबाव था, लेकिन वे इसमें कामयाब नहीं हो सके हैं। टी20 इंटरनेशनल में अपनी वापसी के बाद से, साल 2025 में गिल ने कुल 14 मुकाबले खेले हैं। इन 14 मैचों में, वे एक भी अर्धशतकीय पारी खेलने में सफल नहीं हो पाए हैं, जो एक सलामी बल्लेबाज के लिए बेहद निराशाजनक आंकड़ा है। उनका सर्वाधिक स्कोर 47 रन रहा है, जो उन्होंने एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था। इन 14 टी20 इंटरनेशनल मैचों में, गिल सिर्फ 263 रन ही बना पाए हैं, जो उनकी क्षमता और उनसे की जाने वाली उम्मीदों से काफी कम है। यह आंकड़े स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि वे टी20 प्रारूप में अपनी लय हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

टीम इंडिया के लिए बढ़ता बोझ

शुभमन गिल का लगातार खराब प्रदर्शन अब टीम इंडिया के लिए एक बोझ बनता जा रहा है। एक सलामी बल्लेबाज से टीम को तेज और ठोस शुरुआत की उम्मीद होती है, ताकि मध्यक्रम के बल्लेबाजों पर दबाव कम हो सके और लेकिन जब सलामी बल्लेबाज लगातार विफल होता है, तो इससे मध्यक्रम पर अतिरिक्त दबाव आ जाता है और टीम की रन गति भी प्रभावित होती है। गिल की मौजूदा फॉर्म न केवल उनके व्यक्तिगत प्रदर्शन को प्रभावित कर रही है, बल्कि यह टीम की समग्र रणनीति और संतुलन पर भी असर डाल रही है। टीम प्रबंधन को अब यह सोचना पड़ रहा है कि क्या वे टी20 वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट। में एक ऐसे खिलाड़ी पर भरोसा कर सकते हैं, जो लगातार रन बनाने में नाकाम हो रहा है।

वर्ल्ड कप से पहले बढ़ी चिंता

भारतीय टीम को साउथ अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज के बाद,। जनवरी में न्यूजीलैंड के खिलाफ भी घर पर पांच मैचों की टी20 सीरीज खेलनी है। इन दोनों सीरीज के खत्म होने के तुरंत बाद टी20 वर्ल्ड कप की शुरुआत हो जाएगी। ऐसे में, शुभमन गिल का यह खराब फॉर्म भारतीय टीम के लिए मेगा इवेंट से पहले एक बड़ा सिरदर्द बन गया है। वर्ल्ड कप जैसे बड़े मंच पर हर खिलाड़ी का फॉर्म में होना बेहद जरूरी होता है, खासकर सलामी बल्लेबाजों का, जो टीम को मजबूत नींव प्रदान करते हैं। गिल की मौजूदा स्थिति टीम चयनकर्ताओं और कप्तान के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि उनके पास अब बहुत कम समय बचा है अपनी अंतिम टीम संयोजन को तय करने के लिए।

बेंच पर बैठे विकल्प

शुभमन गिल के खराब फॉर्म के बीच, टीम इंडिया के पास स्क्वाड में संजू सैमसन जैसे विकल्प भी मौजूद हैं और गिल की वापसी से पहले, संजू सैमसन अभिषेक शर्मा के साथ ओपनिंग में जिम्मेदारी निभा रहे थे और उन्होंने कुछ अच्छी पारियां भी खेली थीं। लेकिन अब, गिल के टीम में आने के बाद से संजू सैमसन को प्लेइंग इलेवन में भी जगह नहीं मिल रही है। यह स्थिति टीम प्रबंधन के लिए एक दुविधा पैदा करती है। एक तरफ एक अनुभवी और फॉर्म में दिख रहे खिलाड़ी को बेंच पर बैठना पड़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ एक ऐसे खिलाड़ी को लगातार मौके दिए जा रहे हैं जो अपनी लय हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहा है। वर्ल्ड कप से पहले इस तरह की चयन संबंधी चुनौतियां टीम के लिए मुश्किलें बढ़ा सकती हैं। कुल मिलाकर, शुभमन गिल का खराब फॉर्म भारतीय टीम के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है। टी20 वर्ल्ड कप नजदीक है और टीम को अपने सर्वश्रेष्ठ संयोजन के साथ मैदान पर उतरना होगा। गिल को जल्द से जल्द अपनी लय हासिल करनी होगी, अन्यथा टीम प्रबंधन को उनके स्थान पर किसी और। विकल्प पर विचार करना पड़ सकता है ताकि वर्ल्ड कप में टीम की उम्मीदों को कोई झटका न लगे।