तबलीगी मरकज़ / अचानक से मौलाना साद के अकाउंट में बढ़ गया था विदेशी चंदा- क्राइम ब्रांच

News18 : Apr 16, 2020, 01:12 PM
नई दिल्ली। तबलीगी मरकज़ (Tablighi Markaz) में होने वाले कार्यक्रम से पहले मौलाना साद (Maulana Saad) के बैंक अकाउंट में विदेशों से आने वाली रकम की ट्रांजेक्शन बढ़ गई थी। इस मामले में जांच कर रही क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने यह खुलासा किया है। यह अकाउंट दिल्ली (Delhi) की ही एक बैंक का है। इसके चलते बैंक ने साद के सीए को बुलाकर पूछा भी था कि विदेशों से अचानक यह रुपया क्यों आ रहा है। साथ ही साद से मिलने की बात भी कही थी। लेकिन यह कहकर की साद बड़े आदमी हैं और वो ऐसे ही किसी से नहीं मिलते हैं। 31 मार्च को तो बैंक ने इस तरह के ट्रांजेक्शन पर रोक लगाने की हिदायत भी सीए को दी थी।  क्राइम ब्रांच की टीम ने इसी के चलते मरकज़ में फंडिंग के हवाला कनेक्शन को भी खंगालना शुरू कर दिया है।

निगेटिव निकला मौलाना साद का कोरोना टेस्ट

तबलीगी मरकज़ के सदर (अध्यक्ष) मौलाना साद कोरोना पॉजिटिव नहीं है। सूत्रों की मानें तो साद के कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आई है। साथ ही यह खबर भी आ रही है कि मौलाना साद दिल्ली के ज़ाकिर नगर इलाके में ही है। निजी डॉक्टरों की टीम साद का हैल्थ चेकअप करती है। वहीं यूपी में रहने वाले साद के दो रिश्देदार कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। यह दोनों रिश्तेदार भी मरकज़ आए थे।

इसलिए आसानी से मिल जाएगी जमातियों की लोकेशन

सूत्रों की मानें तो दिल्ली में तब्लीगी मरकज़ से जुड़े जमातियों को तलाशना अब मुश्किल नहीं होगा। जमाती घर में हों या मस्जिद में उनकी जानकारी आसानी से मिल जाएगी। दिल्ली सरकार की 13 हज़ार टीम अब दिल्ली के हर मोहल्ले और कॉलोनी में कोरोना संक्रामित को तलाशने के लिए निकल रही है।

इसे कोरोना फुट वॉरियर्स कंटेंटमेंट एंड सर्विलांस टीम का नाम दिया गया है। इस टीम में पांच लोग होंगे। इसमें ज़्यादातर लोग स्थानीय होंगे। यहां तक की दिल्ली पुलिस के बीट सिपाही को भी इसमें शामिल किया जाएगा। यह टीम घर-घर जाएगी। स्थानीय होने के चलते ये लोग आसानी से जानकारी जुटा सकेंगे। सिविल डिफेंस के वॉलेंटियर और आशा वर्कर या आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इसमें अहम रोल निभाएंगे।

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