देश / दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल का पति जयहिंद से तलाक, ट्वीट पर दी जानकारी

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल अब शादीशुदा नहीं रहीं। उनका अपने पति नवीन जयहिंद से तलाक हो गया है। बुधवार को उन्होंने ट्वीट कर खुद इस बात की जानकारी दी। स्वाति ने कहा कि उनकी परियों की कहानियों वाले दिन खत्म हो गए। उन्होंने कहा कि कई बार शानदार लोग भी साथ नहीं रह पाते हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने पूर्व पति को बहुत याद करेंगी।

News18 : Feb 19, 2020, 01:07 PM
नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) अब शादीशुदा नहीं रहीं। उनका अपने पति नवीन जयहिंद से तलाक (Divorce) हो गया है। बुधवार को उन्होंने ट्वीट कर खुद इस बात की जानकारी दी। स्वाति ने कहा कि उनकी परियों की कहानियों वाले दिन खत्म हो गए। उन्होंने कहा कि कई बार शानदार लोग भी साथ नहीं रह पाते हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने पूर्व पति को बहुत याद करेंगी।

स्वाति मालीवाल ने ट्वीट किया, 'सबसे दर्दनाक क्षण तब होता है जब आपकी कहानी समाप्त होती है। मेरा और नवीन (नवीन जयहिंद) का तलाक हो गया है। कभी-कभी सबसे अच्छे लोग एक साथ नहीं रह सकते। मैं हमेशा उसे याद करूंगी। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि हम और हमारे जैसे अन्य लोगों को इस दर्द से निपटने के लिए शक्ति प्रदान करें।'

बता दें कि स्वाति मालीवाल के पूर्व पति नवीन जयहिंद (Naveen Jai Hind) आम आदमी पार्टी (AAP) से जुड़े हैं। वर्ष 2015 में दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार बनने पर स्वाति मालीवार को दिल्ली महिला आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। स्वाति मालीवाल अक्सर अपने कामों को लेकर चर्चा में रहती हैं। बच्चियों से बलात्कार करने वालों को फांसी देने की मांग को लेकर बीते दिसंबर महीने में उन्होंने आमरण अनशन किया था। लेकिन कुछ दिन बाद उनकी तबियत बिगड़ गई थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था।

जब पति ने ऐसे की थी स्वाती की तारीफ

जब स्वाती ने अनशन किया था तो उस वक्त नवीन जयहिंद ने पत्नी शेरनी और मर्दानी संबोधित करते हुए उनकी तारीफों के कसीदे पढ़े थे। उन्होंने लिखा था, स्वाति शेरनी है मुर्दा नहीम मर्दानी है। सोये हुए लोगों को जगाया जाता है, पर मुर्दों को जगाने चली है। इस जंगल मे जंग जिंदा रहकर लड़ी जाती है, मरके तो जंग नहीं लड़ी जा सकती। रेपिस्टों को फांसी के लिए अनशन पर है। मर भी जाएगी तो यह लोग याद भी नहीं रखेंगे लोग।