इंडिया / तेजस एक्सप्रेस की होस्टेस यात्रियों से है परेशान, बना रहे है वीडियो और मांग रहे है उनके नंबर

Live Hindustan : Oct 22, 2019, 07:39 AM
Tejas Express | देश की पहली निजी तेजस एक्सप्रेस के रेल यात्रियों को ट्रेन होस्टेस से सभ्यता से पेश आने का सलीका सिखाया जाएगा। तेजस एक्सप्रेस की उद्घोषणा प्रणाली में होस्टेस की सेल्फी व वीडियो नहीं बनाने का आग्रह किया जाएगा। इसके अलावा तेजस ट्रेन में आईआरसीटीसी के अधिकारी होस्टेस से यात्रियों के व्यवहार का फीडबैक लेंगे। इसके आधार पर नियमों बदलाव कर शरारती यात्रियों से निपटने के प्रबंधन किए जाएंगे।

दिल्ली-लखनऊ के बीच दौड़ रही तेजस एक्सप्रेस में विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ हवाई जहाज की तर्ज पर यात्रियों की सेवा के लिए ट्रेन होस्टेस रहती हैं। लेकिन हवाई यात्रियों के ठीक उलट ट्रेन यात्री खानपान सेवा में लगी होस्टेस से सलीके से पेश नहीं आ रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि खाना परोसने अथवा वेलकम ड्रिंक देते समय रेल यात्री बैगर उनकी इजाजात के सेल्फी ले रहे हैं। काम करते हुए उनका वीडियो बना रहे हैं। बार-बार सीट पर लगे कॉल बटन को दबाकर होस्टेस को बेवजह परेशान करते हैं। कई यात्री एक कदम आगे बढ़ते हुए होस्टेस का मोबाइन नंबर तक मांगने से नहीं हिचकते हैं।

इसके चलते आईआरसीटीसी ने तेजस ट्रेन की उद्घोषणा प्रणाली में बदलाव का फैसला किया है। अब ट्रेन में सफर के दौरान यात्रियों से होस्टेस से सभ्यता से पेश आने के लिए बार बार उद्घोषणा की जाएगी। इसके अलावा सीट पर लगे कॉल बटन को बार-बार दबाने, होस्टेस की सेल्फी अथवा वीडियो नहीं बनाने का आग्रह किया जाएगा। सफर के दौरान ट्रेन में आईआरसीटीसी टीम के पांच अधिकारी यात्रियों पर नजर रखेंगे। सभी 28 ट्रेन होस्टेस से प्रतिदिन फीडबैक लिया जाएगा, इस आधार पर नियमों में बदलाव करेंगे। जिससे शरारती किस्म के यात्रियों को समझाने के अलावा दंड का प्रावधान किया जाएगा।

आईआरसीटसी के चीफ रीजनल मैनेजर (सीआरएम) अश्वनी श्रीवास्तव ने 'हिन्दुस्तान' को बताया कि  देश की पहली कॉरपोरेट तेजस टे्रन को लेकर लोगों में काफी उत्साह है। इसके चलते शुरूआत में यात्रियों ने सेल्फी खींची व वीडियो बनाए। लेकिन इसे परंपरा नहीं बनाया जा सकता है, यह सीधे निजिता से जुड़ा मामला है। आईआरसीटीसी पूरे सफर के दौरान ट्रे्रन के उद्घोषण प्राणाली में यात्रियों से ऐसा नहीं करने का बार बार अनुरोध करेगा। होस्टेस से फीडबैक के आधार पर नियमों में बदलाव किए जांएगे।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER