- भारत,
- 18-Sep-2025 10:13 PM IST
Rahul Gandhi News: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में एक बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने देश के युवाओं, खासकर Gen-Z को संविधान और लोकतंत्र का रक्षक बताया। राहुल गांधी ने कहा, "देश के युवा, देश के स्टूडेंट्स और देश के Gen-Z संविधान को बचाएंगे, लोकतंत्र की रक्षा करेंगे और वोट चोरी को रोकेंगे। मैं उनके साथ हमेशा खड़ा हूं।" इस बयान ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है, क्योंकि हाल ही में पड़ोसी देश नेपाल में Gen-Z के आंदोलन ने बड़े बदलाव लाए थे, जिसका जिक्र राहुल के बयान से जोड़ा जा रहा है।
नेपाल में Gen-Z का आंदोलन और तख्तापलट
नेपाल में Gen-Z के हालिया प्रदर्शन ने दुनियाभर का ध्यान खींचा। यह आंदोलन शुरूआत में सोशल मीडिया बैन के खिलाफ था, लेकिन धीरे-धीरे यह हिंसक रूप ले लिया। इस आंदोलन में 34 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग घायल हुए। परिणामस्वरूप, नेपाल में सत्ता परिवर्तन हुआ और सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाया गया। यह इतिहास में पहला मौका था जब Gen-Z ने इतने बड़े स्तर पर आंदोलन किया और तख्तापलट जैसी स्थिति पैदा की। राहुल गांधी के बयान में Gen-Z का जिक्र इस घटना से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसके कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। विपक्षी पार्टियां इस बयान को लेकर विवाद खड़ा कर सकती हैं।
वोट चोरी के आरोपों पर राहुल का हमला
राहुल गांधी इन दिनों वोट चोरी के मुद्दे पर लगातार हमलावर हैं। 18 सितंबर 2025 को उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि चुनाव आयोग लोगों के वोट डिलीट कर रहा है और इसके लिए गलत मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। राहुल ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग के कुछ लोग अब उन्हें इसकी जानकारी दे रहे हैं। उनके इन आरोपों ने राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है।
चुनाव आयोग का जवाब
राहुल गांधी के आरोपों का जवाब देते हुए चुनाव आयोग ने साफ किया कि उनके सभी आरोप निराधार और गलत हैं। आयोग ने कहा, "किसी भी आम नागरिक के वोट को ऑनलाइन हटाया नहीं जा सकता। राहुल गांधी ने गलत धारणा बनाई है।" आयोग ने अपने बयान में यह भी जोड़ा कि मतदाता सूची से किसी भी तरह की हेराफेरी संभव नहीं है और उनके सिस्टम पूरी तरह पारदर्शी हैं।
राहुल के बयान के सियासी मायने
राहुल गांधी का यह बयान न केवल Gen-Z को प्रेरित करने वाला है, बल्कि यह मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में एक नई बहस को जन्म दे सकता है। नेपाल में Gen-Z के आंदोलन का उदाहरण और वोट चोरी के आरोपों ने उनके बयान को और वजनदार बना दिया है। हालांकि, विपक्षी दलों द्वारा इसे लेकर सवाल उठाए जाने की संभावना है, खासकर नेपाल की घटना को जोड़कर।
राहुल गांधी के इस बयान से यह साफ है कि वे युवाओं को लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। लेकिन, उनके वोट चोरी के आरोप और Gen-Z के आंदोलन का जिक्र सियासी तौर पर कितना असर डालेगा, यह आने वाले दिनों में ही स्पष्ट होगा।
देश के Yuva
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 18, 2025
देश के Students
देश की Gen Z
संविधान को बचाएंगे, लोकतंत्र की रक्षा करेंगे और वोट चोरी को रोकेंगे।
मैं उनके साथ हमेशा खड़ा हूं।
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