देश / कई घंटे तक अस्पताल में भर्ती कराने के लिए चक्कर काटते रहे परिजन, देखते-देखते हो गई बच्‍ची की मौत

Zoom News : Sep 13, 2021, 04:30 PM
इस पांच वर्षीय बच्‍ची का परिवार सुबह 8 बजे से उसे भर्ती करने के लिए गुहार लगाता रहा लेकिन 'निर्मम व्‍यवस्‍था' के आगे उनका जोर नहीं चला.

UP: उत्‍तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फिरोजाबाद (Firozabad)में बड़ी संख्‍या में बच्‍चे डेंगू, मलेरिया और वायरस बुखार का 'शिकार' बन रहे हैं. ऐसे ही एक मामले में एक पांच साल की बच्‍ची ने समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण दम तोड़ दिया. इस पांच वर्षीय बच्‍ची का परिवार सुबह 8 बजे से उसे भर्ती करने के लिए गुहार लगाता रहा लेकिन 'निर्मम व्‍यवस्‍था' के आगे उनका जोर नहीं चला.परिजनों को कभी अस्‍पताल परिसर में इलाज के लिए कभी ऊपर तो कभी नीचे भेजा जाता रहा. आखिरकार 11:40 बजे मौत के खिलाफ यह बच्‍ची 'जंग' हार गई. बच्‍ची की मृत्‍यु के बाद बेबस परिजन एंबुलेंस में शव लेकर चले गए. एक अन्‍य घटना में, एक और लड़की की अस्पताल के बाहर मौत हो गई.

गौरतलब है कि यूपी के फिरोजाबाद जिले और कुछ अन्य जिल इस समय वायरल एवं डेंगू बुखार की चपेट में है और इसके कारण बच्‍चों सहित कई लोगों को जान गंवानी पड़ी है. फिरोजाबाद  में बुखार के कारण मौतों का आंकड़ा 50 के पार पहुंच गया है.  जिलाधिकारी नेचिकित्‍सा सुविधा मामले में लापरवाही बरतने पर तीन चिकित्सकों को निलंबित कर दिया हैं. इस माह के प्रारंभ में  भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) का 11 सदस्यीय दल भी बुखार के कारणों का पता लगाने के लिए फिरोजाबाद पहुंचा था. सदर विधायक मनीष असीजा का बुखार के कारण 60 से अधिक लोगों की मौत का दावा किया है.  कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) भी फिरोजाबाद सहित यूपी के कुछ अन्य जिलों में वायरल एवं डेंगू बुखार के प्रकोप पर चिंता जता चुकी थी. उन्‍होंने दो सितंबर को एक ट्वीट में कहा था कि  लोगों को हरसंभव स्वास्थ्य सुविधा मु्हैया कराई जाए और बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए उचित कदम उठाये जाएं.


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