- भारत,
- 22-May-2025 07:30 PM IST
Operation Sindoor: 6-7 मई की रात को भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देते हुए पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल अटैक कर दिया। यह हमला भारतीय सैन्य रणनीति की तीव्रता और निर्णायकता का प्रतीक था। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान ने भारत के कई सैन्य ठिकानों और शहरों पर मिसाइल, ड्रोन और फाइटर जेट से हमले की कोशिश की, मगर भारतीय सुरक्षा बलों ने दुश्मन के अधिकतर हथियारों को हवा में ही नष्ट कर दिया।
इसके बाद भारत ने एक बार फिर जवाबी हमला करते हुए पाकिस्तान के 11 आर्मी बेस को निशाना बनाया, जिससे पाकिस्तान को करीब 1 अरब डॉलर से अधिक का आर्थिक नुकसान हुआ। पहले से ही कर्ज के बोझ तले दबे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इस झटके को सह नहीं सकी और देश में महंगाई ने आग पकड़ ली।
पाकिस्तान में महंगाई बेलगाम, आवाम बेहाल
भारत के हमलों के बाद पाकिस्तान में महंगाई की लहर ऐसी आई कि लोग जरूरी सामान के लिए मोहताज हो गए हैं। 10 मई के बाद से हालात तेजी से बिगड़ने लगे। खाद्य वस्तुओं की कीमतों में भारी उछाल देखा गया है:
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दूध: 150 रुपये/लीटर
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आटा: 120 रुपये/किलो
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सरसों तेल: 500 रुपये/लीटर
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घी: 2800 रुपये/किलो
हर घर में इस्तेमाल होने वाले ये सामान अब आम पाकिस्तानी की पहुंच से बाहर हो चुके हैं। झेलम से लेकर कराची तक बाजारों में चीनी, दाल और आटा जैसी जरूरी वस्तुएं गायब होती जा रही हैं। स्टोर खाली हो चुके हैं और जो थोड़ा बहुत बचा है, वह बेतहाशा महंगा है।
सड़क पर उतरी जनता, बाजारों में झगड़े
महंगाई की मार से त्रस्त जनता अब सड़कों पर प्रदर्शन कर रही है। कई शहरों में दुकानदारों और ग्राहकों के बीच झड़प की खबरें सामने आई हैं। मारपीट और अफरातफरी आम हो गई है।
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5 किलो आटे का पैकेट अब 560 रुपये से ऊपर बिक रहा है।
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अच्छी क्वालिटी के चावल 275 रुपये/किलो तक पहुंच चुके हैं।
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1 किलो चना दाल 380 रुपये और बेसन 195 रुपये में बिक रहा है।
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सेब की कीमत 500 रुपये/किलो और एक अंडा 30 रुपये तक पहुंच गया है।
पानी और बिजली की सप्लाई भी बुरी तरह प्रभावित हुई है। पाकिस्तान में अब दो वक़्त की रोटी का इंतज़ाम करना भी चुनौती बन गया है।
जनाक्रोश के बीच पाकिस्तानी सेना जश्न में डूबी
पाकिस्तान की आम जनता जहां भूख और महंगाई से जूझ रही है, वहीं सेना प्रमुख आसिम मुनीर को "फील्ड मार्शल" की उपाधि देकर जश्न मनाया जा रहा है। इस उपाधि का मकसद सेना की हार को छुपाना और जनता का ध्यान भटकाना है।
मुनीर और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भारत द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर की करारी चोट को छिपाने में व्यस्त हैं और अपने लोगों को एक झूठी जीत का भ्रम बेचने की कोशिश कर रहे हैं।
भारत का सर्जिकल प्रहार बना पाकिस्तान की आर्थिक तबाही का कारण
भारत की सटीक और सशक्त जवाबी कार्रवाई ने न केवल पाकिस्तान के आतंकी ढांचों को ध्वस्त किया, बल्कि उसकी अर्थव्यवस्था की कमर भी तोड़ दी है। पहले ही कर्ज में डूबे पाकिस्तान को इस सैन्य हार ने आर्थिक मोर्चे पर पूरी तरह नंगा कर दिया है। जनता भूखी है, बाजार खाली हैं, और सत्ता के गलियारों में झूठा विजयी गीत गूंज रहा है।