India-Pakistan War / ट्रंप ने फिर गाया वही राग! भारत-पाक जंग रुकवाने का किया दावा, जानें इस बार क्या-क्या कहा?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध टालने में अहम भूमिका निभाई। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने व्यापार समझौते और टैरिफ की धमकी देकर दोनों देशों को युद्धविराम पर सहमत कराया। हालांकि भारत ने स्पष्ट किया है कि यह निर्णय डीजीएमओ स्तर पर बातचीत से हुआ था।

India-Pakistan War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष को रोका। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के नेतृत्व के साथ व्यक्तिगत हस्तक्षेप किया और व्यापार समझौतों व टैरिफ की धमकी देकर दोनों देशों को युद्धविराम के लिए राजी किया। यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने ऐसा दावा किया हो; वे अब तक 30 से अधिक बार इस बात को दोहरा चुके हैं।

ट्रंप ने अपने बयान में कहा, "...मैंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो एक शानदार इंसान हैं, से बात की। मैंने पूछा कि आपके और पाकिस्तान के बीच क्या चल रहा है। फिर मैंने पाकिस्तान से व्यापार के बारे में बात की। मैंने पूछा कि आपके और भारत के बीच क्या चल रहा है? नफरत जबरदस्त थी। यह लंबे समय से चल रहा है, जैसे सैकड़ों सालों से अलग-अलग नामों से...मैंने कहा, मैं आपके साथ कोई व्यापार समझौता नहीं करना चाहता...आप लोग परमाणु युद्ध में उलझ जाएंगे...मैंने कहा, कल मुझे फिर से फोन करना, लेकिन हम आपके साथ कोई समझौता नहीं करेंगे, हम आप पर इतने ज्यादा टैरिफ लगा देंगे कि आपका सिर घूम जाएगा...लगभग 5 घंटे के अंदर, यह हो गया...अब शायद यह फिर से शुरू हो जाए। मुझे नहीं पता। मुझे नहीं लगता, लेकिन अगर ऐसा हुआ तो मैं इसे रोक दूंगा।"

भारत का स्पष्ट रुख

भारत ने ट्रंप के इन दावों को खारिज करते हुए हमेशा स्पष्ट किया है कि दोनों देशों की सेनाओं के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (डीजीएमओ) के बीच सीधी बातचीत के बाद भारत ने केवल ऑपरेशन सिंदूर को स्थगित किया था। भारत का कहना है कि यह फैसला दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बातचीत का नतीजा था, न कि किसी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप का।

ट्रंप का बयान और पीएम मोदी की चीन यात्रा

ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही चीन के तियानजिन में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले हैं। इस सम्मेलन में दुनिया के करीब 20 नेता शामिल होंगे, और यह अंतरराष्ट्रीय मंच वैश्विक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है। ट्रंप ने हाल ही में भारत पर टैरिफ दर को 50 प्रतिशत तक बढ़ाने का फैसला किया है, जिसे कुछ विश्लेषक भारत-चीन संबंधों और क्षेत्रीय स्थिरता पर असर डालने वाली रणनीति के रूप में देख रहे हैं।