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- 17-Aug-2025 10:04 PM IST
Vice President Election: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उपराष्ट्रपति पद के लिए अपने उम्मीदवार के रूप में सीपी राधाकृष्णन के नाम की घोषणा की है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि संसदीय बोर्ड की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया।
कौन हैं सीपी राधाकृष्णन?
सीपी राधाकृष्णन तमिलनाडु के मूल निवासी हैं और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), जनसंघ और बीजेपी के पुराने और समर्पित नेता रहे हैं। वर्तमान में वह महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में सेवारत हैं। इससे पहले वे झारखंड के राज्यपाल और तेलंगाना के अतिरिक्त प्रभार के साथ-साथ पुडुचेरी के उपराज्यपाल भी रह चुके हैं।
राधाकृष्णन ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 16 वर्ष की आयु में आरएसएस और जनसंघ से की थी। उन्होंने कोयंबटूर (तमिलनाडु) से लोकसभा सांसद के रूप में भी कार्य किया है और बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे हैं। दक्षिण भारत, विशेष रूप से तमिलनाडु और केरल में बीजेपी को मजबूत करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
सीपी राधाकृष्णन का सामाजिक और राजनीतिक बैकग्राउंड
सीपी राधाकृष्णन ओबीसी समुदाय से आते हैं और गाउंडर जाति की कोंगु वेल्लालर उपजाति से संबंधित हैं। यह उपजाति मुख्य रूप से पश्चिमी तमिलनाडु के कोंगु क्षेत्र में प्रभावशाली है और खेती-किसानी से जुड़ी हुई है। इस क्षेत्र में इस समुदाय का व्यापक प्रभाव है। तमिलनाडु के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलई और एआईएडीएमके नेता ई. पलनीस्वामी भी इसी जाति से हैं।
बीजेपी का गेम प्लान
तमिलनाडु में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए बीजेपी का यह कदम रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। एआईएडीएमके के साथ गठबंधन के दबाव में बीजेपी ने जब अन्नामलई को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाया, तब से चर्चा थी कि कोंगु वेल्लालर समुदाय के वोट बीजेपी से दूर जा सकते हैं। ऐसे में सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाना बीजेपी का एक डैमेज कंट्रोल कदम माना जा रहा है। यह कदम तमिलनाडु में कोंगु क्षेत्र के मतदाताओं को फिर से जोड़ने की रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
विपक्ष से भी होगी बात: जेपी नड्डा
जेपी नड्डा ने कहा, "हम विपक्ष से भी संपर्क करेंगे ताकि उपराष्ट्रपति पद के लिए निर्विरोध चुनाव सुनिश्चित हो सके। हम पहले भी विपक्षी नेताओं से संपर्क में रहे हैं और अब भी रहेंगे। हमारे सभी एनडीए सहयोगियों ने सीपी राधाकृष्णन के नाम का समर्थन किया है।"
उपराष्ट्रपति चुनाव की तारीखें
चुनाव आयोग के अनुसार, उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान 9 सितंबर 2025 को होगा और उसी दिन मतगणना भी होगी। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त 2025 है, जबकि उम्मीदवार 25 अगस्त 2025 तक अपना नामांकन वापस ले सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि 21 जुलाई 2025 को संसद के मानसून सत्र के पहले दिन जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके त्यागपत्र में लिखा था, "स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के अनुसार, तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूं।"
