- भारत,
- 13-Aug-2025 03:20 PM IST
HAL Share Price: हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), रक्षा मंत्रालय के अधीन एक प्रमुख सरकारी कंपनी, भारत के लिए लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर जैसे महत्वपूर्ण रक्षा उपकरणों का निर्माण करती है। तेजस और ध्रुव जैसे विमान HAL की तकनीकी क्षमता और रक्षा क्षेत्र में योगदान के प्रतीक हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान HAL के हथियारों ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया था, जिसकी तारीफ खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर चुके हैं। हाल ही में कंपनी ने जून 2025 तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी किए हैं, जिसके बाद बुधवार को इसके शेयरों में लगभग 3% की बढ़ोतरी देखी गई।
वित्तीय प्रदर्शन: मुनाफे में गिरावट, लेकिन रेवेन्यू में उछाल
जून 2025 तिमाही में HAL ने ₹1,383.77 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले साल की समान तिमाही में ₹1,437.14 करोड़ था। हालांकि, पिछली तिमाही (मार्च 2025) के ₹4,347.50 करोड़ की तुलना में यह 65.2% की बड़ी गिरावट है। इस गिरावट का कारण मौसमी प्रभाव और प्रोजेक्ट डिलीवरी में अंतर बताया जा रहा है।
इसके बावजूद, कंपनी की ऑपरेटिंग इनकम (रेवेन्यू) में 10.8% की वृद्धि हुई और यह ₹4,819.01 करोड़ तक पहुंच गई। कुल आय (Total Income) भी 9.5% बढ़कर ₹5,566.10 करोड़ हो गई। यह वृद्धि बेहतर प्रोजेक्ट डिलीवरी और मजबूत मांग का परिणाम है। मार्च 2025 में समाप्त वित्त वर्ष में HAL की कुल नेट वर्थ ₹34,985.17 करोड़ थी, जो इसकी मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाती है।
कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन 10.8% की वार्षिक वृद्धि के साथ 26.7% रहा, जो बाजार की उम्मीदों से बेहतर है। यह दर्शाता है कि मुनाफे में कमी के बावजूद HAL का ऑपरेशनल प्रदर्शन मजबूत बना हुआ है।
ब्रोकरेज फर्मों का सकारात्मक रुख
ब्रोकरेज हाउस HAL के भविष्य को लेकर आशावादी हैं। नुवामा इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज ने जून तिमाही के नतीजों को उम्मीद से बेहतर बताया और HAL के शेयरों पर "खरीदें" (Buy) की रेटिंग दी है, जिसमें ₹6,000 का टारगेट प्राइस निर्धारित किया गया है। उनका अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025 से 2028 के बीच कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ 21% सालाना रह सकती है, जबकि प्रति शेयर कमाई (EPS) में 11% की वृद्धि हो सकती है।
मोतीलाल ओसवाल ने भी HAL के लिए सकारात्मक रुख अपनाया है और ₹5,800 का टारगेट प्राइस रखा है। उन्होंने कंपनी की मजबूत ऑर्डर बुक और तेजस फाइटर जेट की डिलीवरी को भविष्य की ग्रोथ का प्रमुख कारण बताया। मोर्गन स्टैनली, CLSA, और JPMorgan जैसी वैश्विक ब्रोकरेज फर्में भी HAL के स्टॉक को लेकर उत्साहित हैं। CLSA ने "आउटपरफॉर्म" रेटिंग दी है और कहा है कि बड़े फाइटर जेट ऑर्डर और इंजन सप्लाई से HAL को महत्वपूर्ण लाभ हो सकता है।
HAL की ताकत और भविष्य की संभावनाएं
HAL की मजबूत ऑर्डर बुक, विशेष रूप से तेजस फाइटर जेट और अन्य रक्षा उपकरणों की बढ़ती मांग, कंपनी के लिए एक बड़ा अवसर है। भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत HAL को रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी तकनीक को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण दायित्व मिला है। इसके अलावा, कंपनी की निर्यात क्षमता और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बढ़ती रुचि भी इसके विकास को गति दे सकती है।
हालांकि, मुनाफे में मौसमी उतार-चढ़ाव और प्रोजेक्ट डिलीवरी में देरी जैसे जोखिम भी मौजूद हैं। फिर भी, HAL की मजबूत वित्तीय स्थिति, तकनीकी विशेषज्ञता, और सरकार का समर्थन इसे रक्षा क्षेत्र में एक भरोसेमंद नाम बनाता है।
निवेशकों के लिए सलाह
ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि HAL के शेयर FY26 और FY27 की अनुमानित कमाई के हिसाब से आकर्षक वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहे हैं। कंपनी की दीर्घकालिक विकास संभावनाएं, खासकर रक्षा क्षेत्र में बढ़ती मांग और स्वदेशीकरण पर जोर, इसे निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाती हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।
