राजस्थान की राजनीतिक गलियारों में उस समय हलचल मच गई जब कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जयपुर के अल्बर्ट हॉल में खुली डिबेट के लिए चुनौती दी. इस चुनौती पर राजस्थान सरकार के प्रभारी मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिन्होंने डोटासरा के बयान को सिरे से खारिज करते हुए उन्हें मुख्यमंत्री से बहस करने के लायक नहीं बताया.
प्रभारी मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर, जो राजस्थान सरकार के दो वर्ष के विकास कार्यों के कार्यक्रम का शुभारंभ करने बीकानेर दौरे पर थे, ने मीडिया से बातचीत के दौरान डोटासरा के डिबेट चैलेंज पर अपनी राय रखी. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा कोई ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जो हर किसी के कहने पर डिबेट के लिए उपलब्ध हों और खींवसर ने डोटासरा के इस बयान को राजनीतिक स्टंट करार देते हुए कहा कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष को पहले अपनी पार्टी के भीतर की स्थिति पर ध्यान देना चाहिए, बजाय इसके कि वे मुख्यमंत्री को सार्वजनिक बहस के लिए चुनौती दें.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की कार्यशैली की तारीफ
मंत्री खींवसर ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की कार्यशैली की जमकर तारीफ की. उन्होंने मुख्यमंत्री को एक ईमानदार और मेहनती व्यक्ति बताया, जो प्रदेश के विकास के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं. खींवसर ने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा 'सबका साथ, सबके विकास' के विजन के साथ काम कर रहे हैं और सभी वर्गों को साथ लेकर चल रहे हैं. यह दर्शाता है कि सरकार का उद्देश्य समावेशी विकास है, जिसमें किसी भी वर्ग या क्षेत्र को पीछे नहीं छोड़ा जाएगा. मुख्यमंत्री की ईमानदारी और कड़ी मेहनत को राज्य के प्रशासनिक ढांचे में एक नई ऊर्जा के रूप में देखा जा रहा है, जिससे सुशासन की उम्मीदें बढ़ रही हैं.
कांग्रेस पर साधा निशाना
खींवसर ने इस अवसर पर कांग्रेस की पिछली सरकार पर भी निशाना साधा और उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पिछली सरकार में 'टुकड़े-टुकड़े' में बंटी हुई स्थिति थी, जहां लोग एक-दूसरे की टांग खींचते थे और आंतरिक कलह चरम पर थी. इसके विपरीत, उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में वर्तमान सरकार एकजुट होकर काम कर रही है और सभी मंत्री तथा अधिकारी एक साझा लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं. खींवसर के अनुसार, यह एकजुटता ही वर्तमान सरकार की सबसे बड़ी ताकत है, जो उसे. पिछली कांग्रेस सरकार से अलग करती है और बेहतर परिणाम देने में सक्षम बनाती है.
डोटासरा को प्रेस के सामने आने की चुनौती
खींवसर ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को चुनौती देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री से डिबेट करने से पहले डोटासरा प्रेस के सामने आएं और मुख्यमंत्री की खामियां बताएं और उन्होंने कहा कि यदि डोटासरा के पास मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई ठोस आरोप या खामियां हैं, तो उन्हें सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत करना चाहिए, बजाय इसके कि वे केवल डिबेट का चैलेंज दें. यह चुनौती डोटासरा पर दबाव बनाने के लिए थी कि वे अपने आरोपों को तथ्यों के साथ पेश करें, जिससे सार्वजनिक बहस का स्तर ऊंचा हो सके और जनता को वास्तविक मुद्दों की जानकारी मिल सके. खींवसर ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री का समय राज्य के विकास कार्यों में लगा हुआ है और वे ऐसे बेबुनियाद चैलेंजों पर ध्यान नहीं दे सकते.