Bollywood Actres: आज-कल महाकुंभ की नीली आंखों वाली मोनालीसा की चर्चाएं हर जगह हैं, लेकिन बॉलीवुड ने दशकों पहले ही अपनी एक नीली आंखों वाली मोनालीसा पा ली थी। हम बात कर रहे हैं 80 के दशक की मशहूर अदाकारा मंदाकिनी की। अपनी मासूमियत और बेमिसाल खूबसूरती के लिए पहचानी जाने वाली मंदाकिनी ने 1985 में हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा और रातों-रात स्टार बन गईं। उनकी पहली बड़ी फिल्म
'राम तेरी गंगा मैली' ने बॉक्स ऑफिस पर इतिहास रच दिया।
'राम तेरी गंगा मैली' – रातों-रात स्टारडम
राज कपूर की निर्देशन में बनी यह फिल्म न केवल एक बेहतरीन सिनेमाई कृति थी, बल्कि इसके माध्यम से मंदाकिनी एक आइकन बन गईं। उनकी मासूम छवि और बेमिसाल अभिनय ने दर्शकों का दिल जीत लिया। हालांकि, कम लोग जानते हैं कि मंदाकिनी ने अपने करियर की शुरुआत एक बंगाली फिल्म
'अंतारेर भालोबाशा' से की थी। इसके बाद वह
'मेरा साथी' के जरिए हिंदी सिनेमा में आईं, लेकिन उनकी असली पहचान बनी
'राम तेरी गंगा मैली' से।
शिखर पर रहते हुए फिल्मों को कहा अलविदा
मंदाकिनी का फिल्मी करियर बहुत लंबा नहीं रहा। 1985 से शुरू हुआ सफर 1996 में फिल्म
'जोरदार' के साथ खत्म हो गया। इस दौरान उन्होंने कई हिट फिल्में दीं, लेकिन इंडस्ट्री की चकाचौंध को अलविदा कहने का फैसला किया। उनकी सादगी और सशक्त अभिनय ने उन्हें बॉलीवुड की सबसे अलग अभिनेत्री बना दिया।
अब क्या कर रही हैं मंदाकिनी?
28 सालों से फिल्मी दुनिया से दूर रहने के बावजूद मंदाकिनी आज भी लोगों के दिलों में बसती हैं। वह अब एक नई पारी शुरू करने की सोच रही हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंदाकिनी कुछ वेब सीरीज के प्रोजेक्ट्स पर विचार कर रही हैं। वह सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं और अपने प्रशंसकों के साथ जुड़े रहने की पूरी कोशिश करती हैं।
पारिवारिक जीवन और वर्तमान व्यस्तताएं
मंदाकिनी ने 1990 में डॉ. काग्यूर टी रिनपोछे ठाकुर से शादी की, जो बाद में बौद्ध भिक्षु बन गए। यह जोड़ा मुंबई में एक
तिब्बती हर्बल सेंटर चलाता है। इसके साथ ही मंदाकिनी योग की शिक्षा भी देती हैं। उनके दो बच्चे हैं – बेटा रब्बिल और बेटी रब्जे। मंदाकिनी का पारिवारिक जीवन बहुत सुखद है, और वह अपने परिवार के साथ अक्सर तस्वीरें साझा करती हैं।
एक नई शुरुआत की ओर
हाल ही में मुंबई में मंदाकिनी को उनके सिनेमा में दिए गए योगदान के लिए सम्मानित किया गया। यह सम्मान उनके फैंस के लिए एक बड़ा मौका था, क्योंकि इससे यह संकेत भी मिला कि वह शायद जल्द ही पर्दे पर वापसी कर सकती हैं।मंदाकिनी ने जो जगह अपने प्रशंसकों के दिलों में बनाई, वह आज भी कायम है। उनकी नीली आंखें और उनकी मासूमियत की छवि कभी धुंधली नहीं होगी। अगर वह वापसी करती हैं, तो यकीनन वह नई पीढ़ी के दिलों पर भी वही जादू चलाने में सफल रहेंगी।