Corona Crisis / कोरोना संक्रमण के मद्देनज़र इस देश ने शराब बेचने पर लगाया प्रतिबंध

News18 : Jul 13, 2020, 03:29 PM
केपटाउन। साउथ अफ्रीका (South Africa)  दुनिया में कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के नए हॉटस्पॉट के रूप में सामने आया है। रविवार को यहां अमेरिका (US), भारत (India) और ब्राजील (Brazil) के बाद कोरोना संक्रमण (Covid-19) के सबसे ज्यादा नए केस सामने आए हैं। साउथ अफ्रीका में 12 हज़ार से भी ज्यादा नए केस सामने आए हैं जिसके बाद कुल मामले बढ़कर अब 2 लाख 76 हज़ार से ज्यादा हो गए हैं। अब कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए दक्षिण अफ्रीका ने नए और कड़े प्रतिबंधों की घोषणा की है जिसमें शराब बेचने (Alcohol Ban) पर भी फ़िलहाल प्रतिबंध लगा दिया गया है।

दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने रविवार को सोमवार से रात के समय का कर्फ्यू लगाने और घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनने को भी अनिवार्य कर दिया है। रामफोसा ने कहा कि साल में दूसरी बार शराब पर लगाए गए प्रतिबंध से देश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ने वाला दबाव कम होगा। साउथ अफ्रीका में अभी तक संक्रमण से चार हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत भी हो चुकी है। दक्षिण अफ्रीकी स्वास्थ्य संस्था की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2020 के आख़िर तक यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या 50 हज़ार से अधिक हो सकती है।

दक्षिण अफ्रीका बना हॉटस्पॉट

दक्षिण अफ्रीका, अफ्रीका महाद्वीप पर करोना के कारण सबसे बुरी तरह प्रभावित देश हैं। इस सप्ताह की शुरूआत में यहां कोरोना संक्रमण के मामलों में तेज़ी दर्ज की गई थी। संक्रमण के अधिकांश मामले गुआटेंग इलाके में दर्ज किए गए थे जो अब तक यहां कोरोना महामारी का केंद्र बना हुआ है। एक सार्वजनिक सभा में राष्ट्रपति रामफोसा ने स्वीकार किया कि 'अधिकांश' लोगों ने कोरोना को फैलने से रोकने में सरकार की मदद करने के लिए ज़रूरी कदम उठाए लेकिन उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने 'ग़ैरज़िम्मेदाराना रवैया अपनाया और न तो दूसरों का सम्मान किया, न ही दूसरों की रक्षा की।'

रामफोसा ने कहा, 'कई लोगों ने पार्टियां आयोजित की हैं और कई ऐसे भी लोग हैं जो बिना मास्क पहले सर्वजनिक जगहों पर जाते रहे हैं।' राष्ट्रपति ने कहा कि कोरोना महामारी को फैलने से रोकने के लिए सरकार नए उपाय कर रही है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त तक देश में आपातकाल बढ़ाया जाएगा और रात का कर्फ्यू नौ बजे से सवेरे चार बजे तक रहेगा। उन्होंने कहा कि कोविड-1 मरीज़ों के लिए अस्पतालों में लिए 28,000 बेड की व्यवस्था की गई है लेकिन अब भी देश में नर्सों, डॉक्टरों और फिज़ियोथेरेपिस्ट समेत 12,000 से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों की है।

पहले भी लगी थी शराब पर पाबंदी

कुछ महीने पहले घरेलू हिंसा कम करने और सपताह के आख़िर में अधिक शराब पीने के मामले से बचने के लिए देश में शराब की बिक्री पर पाबंदी लगाई गई थी। लेकिन तीन महीने के बैन इस पाबंदी को हटा लिया गया था। अब बैन हटाने के कुछ स्प्ताह बाद सरकार ने एक बार फिर शराब बिक्री पर पाबंदी लगा दी है। डॉक्टरों और पुलिसकर्मियों का कहना है कि हाल में लगी पाबंदियों के कारण अस्पताल में इमर्जेन्सी एडमिशन में तेज़ी से गिरावट दर्ज की गई थी। हालांकि शराब बनाने वालों का कहना था कि उनका व्यापार बंद होने के कारण वो भुखमरी की कगार पर आ गए हैं।

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