उत्तराखंड / मसूरी की सड़कों पर वाहनों की लंबी कतार से जाम में फंसे पर्यटक, तस्वीरें आईं सामने

Zoom News : Jul 11, 2021, 09:18 AM
देहरादून: वीकेंड पर शनिवार को मूसरी घूमने आए दूसरे राज्यों के पर्यटकों का आधा दिन जाम में ही बीता। लंबे जाम और गर्मी की तपिश से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बीते कुछ दिनों से मसूरी में हो रही अनावश्यक भीड़ पर काबू पाने के लिए शनिवार को पुलिस ने उन्हें ही प्रवेश दिया, जिनके पास कोरोना आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट, स्मार्ट सिटी के पोर्टल पर पंजीकरण और होटल की बुकिंग के कागजात पूरे थे। जबकि यह दस्तावेज पूरे न होने से पुलिस ने करीब दो हजार से अधिक वाहनों को वापस लौटाया। हालांकि इस व्यवस्था से मूसरी को जाम और भीड़ से बढ़ी राहत मिली। मसूरी और आसपास के पर्यटन स्थलों पर बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की ओर से कुठालगेट, किमाड़ी, सहस्त्रधारा से पहले बैरियर लगाए गए। दिन चढ़ने के साथ कुठालगेट पर वाहनों का तांता लगने लगा और देखते ही देखते जाम मसूरी डायवर्जन तक पहुंच गया। सड़क के दोनों और वाहनों की लंबी लाइन लग गई। वहीं लंबा जाम लगने से नौकरी, खरीदारी व अन्य काम के लिए मसूरी से देहरादून आने वाले स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस ने बताया कि कागज पूरे न होने पर करीब 1500 चौपहिया और 500 से अधिक दोपहिया वाहनों को लौटाया गया।

वीकेंड पर फूल रहने वाले मसूरी रोड के मैगी प्वाइंट भीड़ देखने का नहीं मिली। मैगी प्वाइंट के दुकानदार मुकेश राणा ने बताया कि मैगी प्वाइंट पर लोकल लोगों से ही काम होता है। पुलिस की ओर से बहुत से लोगों को लौटाया गया। जिसके चलते शनिवार को मैगी प्वाइंट पर भीड़ नहीं रही। जिससे काम पर असर पड़ा।

कुठालगेट पर पुलिस की चेकिंग का असर राजपुर रोड से घंटाघर तक भी देखने को मिला। उधर शहर में कांग्रेस और आप पार्टी का सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के चलते भी दोपहर करीब 12 बजे राजपुर रोड पर यातायात प्रभावित रहा।

सहस्त्रधारा में अनावश्यक भीड़ को रोकने के लिए पुलिस की ओर से दो जगह बैरियर लगाए गए। एक शहर से आने वालों वाहनों की चेकिंग के लिए दूसरा मालदेवता से आने वाले वाहनों की चेकिंग के लिए। उधर, आशारोड़ी पर भी पुलिस जांच के बाद ही दूसरे राज्यों के पर्यटकों को शहर में प्रवेश दिया गया। जबकि कोरोना गाइडलाइन से संबंधित कागज पूरे न होने पर पुलिस की ओर से करीब एक हजार से अधिक वाहनों को लौटाया गया।

कोरोना की जांच रिपोर्ट, स्मार्ट सिटी के पोर्टल पर पंजीकरण और होटल की बुकिंग देखने के बाद ही दूसरे राज्यों के पर्यटकों को मसूरी में प्रवेश दिया गया। जिनके पास यह कागजात नहीं थे, उन वाहनों को लौटाया गया। इससे शनिवार को मसूरी में राहत रही। पर्यटन स्थलों पर भीड़ कम लगने के साथ जाम भी नहीं लगा।

-एसके सिंह, एसपी ट्रैफिक

शहर में कई सैलानी कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं, जो स्थानीय प्रशासन के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER