- भारत,
- 24-Jun-2025 07:44 AM IST
Israel-Iran War: मध्य पूर्व में चल रहा ईरान और इजराइल के बीच युद्ध आज 12वें दिन में प्रवेश कर चुका है। इसी बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच "पूर्ण और समग्र" युद्धविराम की घोषणा कर दी। हालांकि, ट्रंप के इस ऐलान को ईरान ने सिरे से खारिज कर दिया है। तेहरान का कहना है कि किसी भी तरह के युद्धविराम या सैन्य अभियानों की समाप्ति को लेकर कोई समझौता नहीं हुआ है।
ईरानी विदेश मंत्री की शर्त: "इजराइल रुके तो हम भी रुकेंगे"
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने स्पष्ट किया कि उन्हें युद्ध जारी रखने में कोई दिलचस्पी नहीं है, बशर्ते कि इजराइल सुबह 4 बजे तक अपने आक्रमण रोक दे। उन्होंने दोहराया कि युद्ध की शुरुआत इजराइल ने की थी, और यदि वह अपनी सैन्य कार्रवाई बंद करता है, तो ईरान भी जवाबी हमले बंद कर देगा।
अराघची ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर कहा, "तेहरान समयानुसार सुबह 4 बजे तक इजराइली हमले रुक जाएं, तो हम भी हमले बंद कर देंगे। हमारा कोई दीर्घकालिक युद्ध का उद्देश्य नहीं है।"
इजरायल की प्रतिक्रिया: अलर्ट जारी, दिशा-निर्देशों में कोई बदलाव नहीं
ट्रंप द्वारा घोषित युद्धविराम के बावजूद इजरायली रक्षा बल सतर्क बने हुए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि होम फ्रंट कमांड के दिशा-निर्देशों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे केवल आधिकारिक स्रोतों से ही निर्देश प्राप्त करें और उनका पालन करें।
ट्रंप का दावा: "हमेशा के लिए चलेगा युद्धविराम"
पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने युद्धविराम को एक "शानदार दिन" करार देते हुए कहा कि यह युद्धविराम स्थायी रहेगा। उन्होंने कहा, “मैं खुश हूं कि इस संघर्ष को रोकने में सफल रहा। यह मध्य पूर्व और अमेरिका दोनों के लिए एक जीत है। मुझे नहीं लगता कि ईरान और इजराइल फिर कभी एक-दूसरे पर गोली चलाएंगे।”
ईरानी मीडिया का पलटवार: "यह सिर्फ ध्यान भटकाने की कोशिश"
ट्रंप के युद्धविराम प्रस्ताव को लेकर ईरानी मीडिया ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने इसे "झूठा और भ्रामक" करार देते हुए कहा कि यह सिर्फ अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान भटकाने की एक रणनीति है। उनका कहना है कि अभी कोई आधिकारिक समझौता नहीं हुआ है और अमेरिका इस मुद्दे को अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल कर रहा है।
मिडिल ईस्ट की संवेदनशीलता और अमेरिका की मौजूदगी
मध्य पूर्व अमेरिका के लिए रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है। यहां अमेरिका के करीब 45,000 सैनिक तैनात हैं, जिनमें:
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सीरिया – 2000
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इराक – 2500
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कतर – 10000
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कुवैत – 13500
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जॉर्डन – 3813
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सऊदी अरब – 2700
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बहरीन – 9000
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यूएई – 3500
इससे स्पष्ट है कि क्षेत्र में कोई भी अस्थिरता अमेरिका और उसके हितों पर सीधा असर डाल सकती है।
इंडिगो ने जारी की ट्रैवल एडवाइजरी
ईरान-इजराइल युद्ध के प्रभाव को देखते हुए भारतीय विमानन कंपनी इंडिगो ने मध्य पूर्व के कई शहरों के लिए उड़ानें अस्थायी रूप से निलंबित कर दी हैं। इसमें दुबई, दोहा, बहरीन, दम्माम, अबू धाबी, कुवैत, मदीना, जेद्दा, रियाद समेत कई गंतव्य शामिल हैं। कंपनी ने यात्रियों से धैर्य रखने और सुरक्षा को प्राथमिकता देने की अपील की है।