Donald Trump / ट्रंप ने नोबेल प्राइज लेने का आखिरी दांव खेला, हो पाएंगे कामयाब?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस साल का नोबेल शांति पुरस्कार पाने की आखिरी कोशिश में जुट गए हैं। गाजा युद्ध रोकने के लिए वे 29 सितंबर को बड़ी बैठक करेंगे। ट्रंप की योजना 1 अक्टूबर तक युद्धविराम कराने की है, जिससे 10 अक्टूबर को घोषित होने वाले पुरस्कार पर दावा मजबूत हो सके।

Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस साल के नोबेल शांति पुरस्कार पर अपनी दावेदारी मजबूत करने के लिए नए सिरे से प्रयास शुरू कर दिए हैं। उनका मुख्य लक्ष्य गाजा युद्ध को समाप्त करवाकर इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को हासिल करना है। सोमवार, 29 सितंबर 2025 को ट्रंप गाजा युद्ध विराम को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक करने जा रहे हैं। इस बैठक के लिए प्रस्ताव तैयार हो चुका है, जिसे इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सहमति के बाद हमास के पास भेजा जाएगा।

ट्रंप की कोशिश है कि 1 अक्टूबर 2025 तक गाजा में युद्धविराम हो जाए, क्योंकि 10 अक्टूबर को नॉर्वे की नोबेल समिति इस साल के शांति पुरस्कार की घोषणा करने वाली है।

गाजा से ट्रंप को क्यों है उम्मीद?

अक्टूबर 2023 से अब तक गाजा में 65,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। यूरोप और कई अरब देश इस युद्ध के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, जिसे अमेरिका का प्रत्यक्ष समर्थन प्राप्त है। हाल ही में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने संयुक्त राष्ट्र के बाहर एक बड़ा बयान दिया था। मैक्रों ने कहा, "अगर ट्रंप गाजा युद्ध रुकवा देते हैं, तो उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार मिल सकता है।" इसके बाद व्हाइट हाउस ने गाजा में शांति स्थापित करने के लिए अपनी कोशिशें तेज कर दीं। इसी कड़ी में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को व्हाइट हाउस बुलाया गया है।

नोबेल शांति पुरस्कार की शर्तें

नोबेल शांति पुरस्कार उस व्यक्ति या संस्था को दिया जाता है, जिसने राष्ट्रों के बीच भाईचारे को बढ़ावा देने, स्थायी सेनाओं को कम करने या समाप्त करने, या शांति सम्मेलनों की स्थापना और संवर्धन में सबसे अधिक योगदान दिया हो। डोनाल्ड ट्रंप का दावा है कि उन्होंने राष्ट्रपति बनने के सात महीनों के भीतर सात युद्धों को समाप्त करवाया। हालांकि, रूस-यूक्रेन युद्ध, जिसे वे चुनाव से पहले रुकवाने की बात करते थे, अभी तक नहीं रुका है।

ट्रंप की दावेदारी

कंबोडिया और पाकिस्तान जैसे देशों ने नोबेल शांति पुरस्कार के लिए ट्रंप के नाम की सिफारिश की है। संयुक्त राष्ट्र में अपने भाषण के दौरान भी ट्रंप ने नोबेल पुरस्कार के प्रति अपनी इच्छा जाहिर की थी। उन्होंने कहा, "मैं वह काम कर रहा हूं, जो संयुक्त राष्ट्र को करना चाहिए।" गाजा युद्धविराम के जरिए ट्रंप न केवल इस क्षेत्र में शांति स्थापित करना चाहते हैं, बल्कि नोबेल शांति पुरस्कार के लिए अपनी स्थिति को और मजबूत करना चाहते हैं।

क्या ट्रंप की कोशिश होगी कामयाब?

गाजा युद्ध को समाप्त करवाना ट्रंप के लिए एक बड़ी चुनौती है। इजराइल और हमास के बीच लंबे समय से चली आ रही तनातनी और जटिल भू-राजनीतिक स्थिति इस प्रक्रिया को मुश्किल बनाती है। फिर भी, ट्रंप की ताजा कोशिशें और अंतरराष्ट्रीय समर्थन उनकी दावेदारी को मजबूती दे सकते हैं। अगर वे 1 अक्टूबर तक युद्धविराम करवाने में सफल हो जाते हैं, तो यह न केवल गाजा के लिए एक ऐतिहासिक कदम होगा, बल्कि ट्रंप के लिए नोबेल शांति पुरस्कार की दिशा में एक निर्णायक जीत भी हो सकती है।