Russia-Ukraine War / रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करने का 'फूलप्रूफ' प्लान तैयार? ट्रंप ने अपने 2 दूतों को काम पर लगाया

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करने का उनका प्लान लगभग तैयार है। उन्होंने अपने दो दूतों, स्टीव विटकॉफ और डैन ड्रिस्कॉल को रूस और यूक्रेन से बातचीत के लिए भेजा है। ट्रंप ने संकेत दिया कि सौदे के अंतिम चरण में पहुंचने पर वे पुतिन और जेलेंस्की से मिलेंगे।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए दावा किया कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त करने का उनका 'फूलप्रूफ' प्लान अब 'फाइन-ट्यून' हो चुका है। इस योजना को अंतिम रूप देने के लिए, ट्रंप ने अपने दो प्रमुख दूतों को सक्रिय किया है और स्टीव विटकॉफ को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए भेजा गया है, जबकि आर्मी सेक्रेटरी डैन ड्रिस्कॉल यूक्रेनी अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे। ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि जब शांति समझौता अपने अंतिम चरण में पहुंच जाएगा, तब वे स्वयं रूसी राष्ट्रपति पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात कर सकते हैं और यह कदम युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।

दूतों की तैनाती और बातचीत का विवरण

डोनाल्ड ट्रंप के अनुसार, उनके दूतों की तैनाती एक सुनियोजित रणनीति का हिस्सा है। स्टीव विटकॉफ को सीधे रूसी नेतृत्व के साथ संवाद स्थापित करने का कार्य सौंपा गया है, जिसका उद्देश्य रूस की चिंताओं और मांगों को समझना है। दूसरी ओर, आर्मी सेक्रेटरी डैन ड्रिस्कॉल ने सोमवार देर रात और मंगलवार को अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात में रूसी अधिकारियों के साथ उभरते हुए प्रस्ताव पर चर्चा की। यह बातचीत यूक्रेन के साथ सीधे संवाद के बजाय, एक तटस्थ स्थान पर रूसी पक्ष के साथ प्रारंभिक विचार-विमर्श का संकेत देती है। ड्रिस्कॉल के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जेफ टॉलबर्ट ने इन वार्ताओं को। 'अच्छी' बताया और आशा व्यक्त की कि वे सकारात्मक परिणाम देंगी। इन दूतों का कार्य दोनों पक्षों के बीच एक साझा आधार तैयार करना है, ताकि ट्रंप की प्रस्तावित शांति योजना को आगे बढ़ाया जा सके।

ट्रंप की उम्मीदें और उच्च-स्तरीय भागीदारी

ट्रंप ने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में इस पहल के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने लिखा कि उन्हें सभी प्रगति की जानकारी दी जाएगी, जिसमें उपराष्ट्रपति जेडी वैंस, विदेश मंत्री मार्को रुबियो, युद्ध मंत्री पीट हेगसेथ और व्हाइट हाउस चीफ ऑफ स्टाफ सूसी वाइल्स जैसे वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे। यह दर्शाता है कि ट्रंप की शांति योजना एक व्यापक टीम प्रयास है, जिसमें अमेरिकी प्रशासन के कई महत्वपूर्ण सदस्य शामिल हैं। ट्रंप ने आगे कहा कि उन्हें जल्द ही राष्ट्रपति जेलेंस्की और राष्ट्रपति पुतिन से मिलने की उम्मीद है, लेकिन यह मुलाकात तभी होगी जब जंग खत्म करने का सौदा अंतिम रूप ले लेगा या उसके आखिरी चरण में पहुंच जाएगा। यह शर्त इस बात पर जोर देती है कि ट्रंप व्यक्तिगत रूप से। तभी हस्तक्षेप करेंगे जब एक ठोस समझौते की नींव रखी जा चुकी होगी।

बातचीत के दौरान भी जारी रहे हमले

शांति प्रयासों के बीच एक चिंताजनक पहलू यह रहा कि जब आर्मी सेक्रेटरी ड्रिस्कॉल रूसी अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे थे, तभी युद्धग्रस्त क्षेत्रों में हमले जारी रहे। रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर हमलों की बौछार कर दी, जिसमें कम से कम 7 लोग मारे गए और दूसरी तरफ, यूक्रेन ने भी दक्षिणी रूस पर हमले किए, जिसमें 3 लोग मारे गए और कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। ये घटनाएं दर्शाती हैं कि कूटनीतिक प्रयास कितने भी गहन क्यों न हों, जमीन पर संघर्ष की भयावहता बनी हुई है। इन हमलों से शांति वार्ता की नाजुकता और दोनों पक्षों के बीच गहरे अविश्वास का पता चलता है। यह स्थिति ट्रंप की योजना के क्रियान्वयन में बड़ी चुनौती पेश कर सकती है।

ट्रंप की योजना की प्रकृति और जेलेंस्की की प्रतिक्रिया

ट्रंप का जंग खत्म करने का प्लान पिछले हफ्ते सामने आया था और इस योजना के बारे में बताया गया था कि यह रूस के पक्ष में ज्यादा थी, जिसकी वजह से यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने जल्दी से अमेरिका से संपर्क किया था। इस प्रतिक्रिया से पता चलता है कि यूक्रेन को इस योजना के कुछ पहलुओं पर आपत्ति हो सकती है, खासकर यदि वे रूस को महत्वपूर्ण रियायतें देते हैं। किसी भी शांति समझौते की सफलता के लिए दोनों पक्षों की स्वीकार्यता आवश्यक है, और यदि योजना एक पक्ष के लिए बहुत अधिक अनुकूल प्रतीत होती है, तो उसे लागू करना मुश्किल हो सकता है। जेलेंस्की की प्रारंभिक प्रतिक्रिया ट्रंप की टीम के लिए एक संकेत है कि उन्हें अपनी योजना को और अधिक संतुलित बनाने की आवश्यकता हो सकती है।

अंतर्राष्ट्रीय शांति प्रयासों में तेजी

ट्रंप की पहल के साथ-साथ, अन्य अंतर्राष्ट्रीय नेताओं ने भी शांति प्रयासों में तेजी आने की बात कही है और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने मंगलवार को कहा कि शांति प्रयासों में तेजी आ रही है और 'यह स्पष्ट रूप से एक महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं। ' उन्होंने यह बात रविवार को जेनेवा में अमेरिकी और यूक्रेनी अधिकारियों की बैठक के बाद कही। एक वीडियो कॉन्फ्रेंस मीटिंग में, जो फ्रांस और ब्रिटेन की अगुवाई में हुई और जिसमें रूस के साथ किसी सीजफायर की निगरानी करने वाले देश शामिल थे, मैक्रों ने कहा, 'बातचीत को नई गति मिल रही है। और हमें इस गति का फायदा उठाना चाहिए। ' वहीं, ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने भी सकारात्मक रुख दिखाते हुए कहा, 'मुझे लगता है कि हम सकारात्मक दिशा में बढ़ रहे हैं। ' इन बयानों से पता चलता है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय युद्ध को समाप्त करने के लिए एक समन्वित प्रयास कर रहा है, और ट्रंप की पहल इन व्यापक प्रयासों का एक हिस्सा हो सकती है। यह देखना बाकी है कि क्या ये विभिन्न कूटनीतिक प्रयास अंततः रूस। और यूक्रेन के बीच एक स्थायी शांति समझौते का मार्ग प्रशस्त कर पाएंगे।