अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के प्रयासों पर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने अभी तक अमेरिका द्वारा प्रस्तावित शांति योजना पर विचार नहीं किया है और ट्रंप के अनुसार, यह प्रस्ताव रूसी पक्ष को स्वीकार्य लग रहा है, लेकिन जेलेंस्की की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, जिससे उन्हें निराशा हुई है।
रूस-यूक्रेन युद्ध और ट्रंप का प्रस्ताव
रूस और यूक्रेन के बीच फरवरी 2022 से चल रहा युद्ध वैश्विक चिंता का विषय बना हुआ है। इस लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष को समाप्त करने के लिए कई अंतरराष्ट्रीय प्रयास किए गए हैं। इसी कड़ी में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक प्रस्ताव पेश किया है, जिसका उद्देश्य इस युद्ध को विराम देना है। ट्रंप ने अपनी टिप्पणी में कहा कि उन्हें लगा था कि रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करना 'थोड़ा आसान होगा', लेकिन 'इसे आसान नहीं बनाया जा रहा है'। यह टिप्पणी युद्ध की जटिलता और शांति स्थापित करने में आने वाली चुनौतियों को दर्शाती है। ट्रंप ने इस बात पर जोर दिया कि वे राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति जेलेंस्की सहित। यूक्रेनी नेताओं से लगातार बातचीत कर रहे हैं, ताकि इस गतिरोध को तोड़ा जा सके।
जेलेंस्की की अनिच्छा और ट्रंप की निराशा
डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी बातचीत के दौरान यह भी बताया कि उन्हें इस बात से 'थोड़ी निराशा' है कि राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अभी तक उनके द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव को नहीं पढ़ा है और ट्रंप के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति पुतिन को यह प्रस्ताव 'ठीक लग रहा है', और यहां तक कि यूक्रेन के लोग भी इसे पसंद करते हैं, लेकिन जेलेंस्की स्वयं 'तैयार नहीं हैं'। यह स्थिति शांति प्रक्रिया में एक बड़ी बाधा के रूप में देखी जा रही है, क्योंकि एक पक्ष की अनिच्छा किसी भी समाधान तक पहुंचने में कठिनाई पैदा कर सकती है। ट्रंप की टिप्पणियां इस बात पर प्रकाश डालती हैं कि एक संभावित शांति मार्ग मौजूद है, लेकिन यूक्रेन के नेतृत्व की ओर से उस पर विचार करने की कमी एक चुनौती बनी हुई है।
टैरिफ के माध्यम से 8 युद्धों का अंत
ट्रंप ने अपने प्रशासन की टैरिफ नीति पर भी विस्तार से बात की, जिसके बारे में उनका दावा है कि इसने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए 'अविश्वसनीय' लाभ प्रदान किए हैं। वाशिंगटन डीसी में कैनेडी सेंटर ऑनर्स में रेड कार्पेट पर अपनी उपस्थिति के दौरान, ट्रंप ने अपनी टैरिफ नीति के महत्व पर जोर दिया और उन्होंने कहा कि मौजूदा व्यवस्था के साथ अमेरिका के पास 'जबरदस्त लचीलापन' है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। यह बयान उनकी 'अमेरिका फर्स्ट' नीति के अनुरूप है, जिसमें व्यापार और आर्थिक उपायों। को राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए एक उपकरण के रूप में देखा जाता है।
डोनाल्ड ट्रंप ने एक चौंकाने वाला दावा किया कि उन्होंने अपने कार्यकाल में '8 युद्ध समाप्त किए हैं', और इसका श्रेय मुख्य रूप से अपनी व्यापार और टैरिफ नीतियों को दिया। उन्होंने कहा, 'मैंने 8 युद्ध समाप्त किए हैं, मुख्यतः व्यापार और टैरिफ के कारण ये सब हो पाया है। ' यह बयान उनकी आर्थिक नीतियों और कूटनीति के बीच के संबंध को दर्शाता है। ट्रंप का मानना है कि टैरिफ का उपयोग करके, उन्होंने अमेरिका के लिए अनुकूल व्यापार सौदे हासिल किए और उन संघर्षों को समाप्त करने में मदद की, जिनमें अमेरिका शामिल था या जो उसके हितों को प्रभावित कर रहे थे। यह एक महत्वपूर्ण दावा है जो उनकी विदेश नीति के दृष्टिकोण को रेखांकित करता है।
अन्य टैरिफ मार्गों के संभावित परिणाम
ट्रंप ने चेतावनी दी कि यदि अमेरिका 'अन्य टैरिफ मार्ग अपनाता है', तो इससे 'सही से राष्ट्रीय सुरक्षा नहीं मिलेगी'। यह टिप्पणी सुप्रीम कोर्ट के एक महत्वपूर्ण फैसले से पहले आई है, जिसमें यह पूछा। गया है कि क्या उन्होंने व्यापक शुल्क लगाने में राष्ट्रपति के अधिकार का अतिक्रमण किया है। ट्रंप का यह तर्क है कि उनकी टैरिफ नीतियां केवल आर्थिक उपकरण नहीं हैं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी आवश्यक हैं। उनका मानना है कि एक मजबूत और लचीली व्यापार नीति ही देश की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकती है। इस प्रकार, उन्होंने अपनी टैरिफ नीतियों को राष्ट्रीय सुरक्षा के एक अभिन्न अंग के रूप में प्रस्तुत। किया, जो भविष्य की व्यापार और सुरक्षा रणनीतियों के लिए एक महत्वपूर्ण बहस का विषय हो सकता है।