News18 : Aug 05, 2020, 08:16 AM
वाशिंगटन। बेरूत (Beirut blasts) में मंगलवार शाम हुए भीषण बम धमाके में अब तक 73 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। लेबनान (Lebanon) ने बम धमाके की वजह को पोर्ट के पास एक जहाज में इकठ्ठा करके रखा हुआ 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट (2750 tonnes of ammonium nitrate) में लगी आग को बताया है। उधर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने ये कहकर सबको चौंका दिया है कि बेरूत में हुआ धमाका एक 'अटैक' जैसा नज़र आता है और अमेरिकी सेना के जनरल ने उन्हें बताया है कि ये किसी तरह के बम से ही अंजाम दिया गया है।
व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत में ट्रंप ने कहा- अमेरिकी सेना के कई जनरल ने मुझे बताया है कि बेरूत का धमाका किसी तरह के बम से अंजाम दिया गया है, लेबनान ने इसे हमला नहीं बताया है लेकिन ये नज़र ऐसा ही आ रहा है। ट्रंप ने आगे कहा कि ये किसी भी तरह से देखा जाए दुनिया के लिए एक नुकसान और जैसा ही है। ट्रंप ने दावा किया कि ये एक बेहद घातक हमले की तरह नज़र आ रहा है। उन्होंने कहा कि ये कोई मैन्यूफैक्चरिंग के लिए इकठ्ठा सामान में हुए धमाके की तरह नज़र नहीं आ रहा है। उन्हें (लेबनान) इस घटना की झमले और बम धमाके के एंगल से भी जांच करनी चाहिए। उधर पेंटागन ने ट्रंप के बयान से जुड़े न्यूज़ एजेंसी AFP के सवाल के जवाब में इस दावे को सपोर्ट करने से इंकार करते हुए कहा कि आपको व्हाइट हाउस से ही उनके इस दावे की सच्चाई जाननी चाहिए। पेंटागन ने कहा है कि ट्रंप की इस बात पर सफाई सिर्फ व्हाइट हाउस ही दे सकता है।
लेबनान के सामान्य सुरक्षा के प्रमुख अब्बास इब्राहिम ने कहा कि हो सकता है कि धमाका अत्यधिक विस्फोटक सामग्री से हुआ हो, जिसे कुछ समय पहले एक जहाज से जब्त किया गया था और बंदरगाह पर रखा गया था। ये धमाका इतना भीषण था कि 10 किलोमीटर के दायरे में मौजूद घरों को नुकसान पहुंचा है। प्रत्यदर्शियों ने बताया कि धमाके से कारें तीन मंजिल तक उछल गईं और पास मौजूद कई बिल्डिंग्स एक पल में धराशायी हो गईं। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि अभी कम से कम 73 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और क़रीब 4000 लोग ज़ख़्मी हुए हैं।
व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत में ट्रंप ने कहा- अमेरिकी सेना के कई जनरल ने मुझे बताया है कि बेरूत का धमाका किसी तरह के बम से अंजाम दिया गया है, लेबनान ने इसे हमला नहीं बताया है लेकिन ये नज़र ऐसा ही आ रहा है। ट्रंप ने आगे कहा कि ये किसी भी तरह से देखा जाए दुनिया के लिए एक नुकसान और जैसा ही है। ट्रंप ने दावा किया कि ये एक बेहद घातक हमले की तरह नज़र आ रहा है। उन्होंने कहा कि ये कोई मैन्यूफैक्चरिंग के लिए इकठ्ठा सामान में हुए धमाके की तरह नज़र नहीं आ रहा है। उन्हें (लेबनान) इस घटना की झमले और बम धमाके के एंगल से भी जांच करनी चाहिए। उधर पेंटागन ने ट्रंप के बयान से जुड़े न्यूज़ एजेंसी AFP के सवाल के जवाब में इस दावे को सपोर्ट करने से इंकार करते हुए कहा कि आपको व्हाइट हाउस से ही उनके इस दावे की सच्चाई जाननी चाहिए। पेंटागन ने कहा है कि ट्रंप की इस बात पर सफाई सिर्फ व्हाइट हाउस ही दे सकता है।
लेबनान ने कहा- अमोनियम नाइट्रेट से हुआ धमाकाबता दें कि राष्ट्रपति माइकल इयोन ने ट्वीट कर कहा है कि यह बिल्कुल अस्वीकार्य है कि 2,750 टन विस्फोटक नाइट्रेट असुरक्षित तरीक़े से स्टोर कर रखा गया था। धमाका कैसे हुआ इसकी जांच अभी जारी है। लेबनान के प्रधानमंत्री हसन दिएब ने भी कहा है कि यह विस्फोट 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट से हुआ था। धमाका इतना तेज था कि आस-पास सब तरफ आग लग गई, कारें पलट गईं और लोगों के घरों में खिड़की-दरवाजों के शीशे टूट गए।VIDEO: President Trump says US generals told him the powerful explosions that rocked Beirut appear to have been caused by a "bomb of some kind".
— AFP news agency (@AFP) August 5, 2020
Lebanon has not described the explosions as an attack but "a disaster in every sense of the word"https://t.co/sJSNFXnbVm pic.twitter.com/iEJd53WV94
लेबनान के सामान्य सुरक्षा के प्रमुख अब्बास इब्राहिम ने कहा कि हो सकता है कि धमाका अत्यधिक विस्फोटक सामग्री से हुआ हो, जिसे कुछ समय पहले एक जहाज से जब्त किया गया था और बंदरगाह पर रखा गया था। ये धमाका इतना भीषण था कि 10 किलोमीटर के दायरे में मौजूद घरों को नुकसान पहुंचा है। प्रत्यदर्शियों ने बताया कि धमाके से कारें तीन मंजिल तक उछल गईं और पास मौजूद कई बिल्डिंग्स एक पल में धराशायी हो गईं। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि अभी कम से कम 73 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और क़रीब 4000 लोग ज़ख़्मी हुए हैं।