Share Market News / शेयर बाजार हुआ ट्रंप की धमकी से खुलते ही धड़ाम, निवेशकों को हुआ मोटा नुकसान

भारतीय शेयर बाजार में कारोबारी हफ्ते के पहले दिन भारी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 561 अंक गिरकर 77,299 पर और निफ्टी 176 अंक गिरकर 23,407.50 पर पहुंचा। डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नए टैक्स लगाने की चेतावनी से वैश्विक बाजार प्रभावित हुए। विदेशी पूंजी निकासी और रुपये की कमजोरी ने भी दबाव बढ़ाया।

Share Market News: भारतीय शेयर बाजार में कारोबारी हफ्ते के पहले दिन भारी गिरावट देखने को मिली है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी दोनों गिरावट के साथ खुले, जिससे बाजार खुलते ही निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ।

अमेरिकी नीति का असर

दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इस सप्ताह कई देशों पर नए टैक्स लगाने की चेतावनी देने के बाद वैश्विक बाजारों में हलचल मच गई। इस फैसले से दुनियाभर के बिजनेस पर नकारात्मक असर पड़ने की आशंका बढ़ गई है, जिससे निवेशकों में चिंता का माहौल बन गया।

सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट

सोमवार सुबह करीब 10:24 बजे BSE सेंसेक्स 561 अंक की गिरावट के साथ 77,299.00 अंक पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी इंडेक्स 176 अंक की गिरावट के साथ 23,407.50 पर पहुंच गया। इस गिरावट का सबसे अधिक प्रभाव टाटा स्टील, पावर ग्रिड, NTPC, बजाज फाइनेंस, रिलायंस इंडस्ट्रीज और HDFC बैंक के शेयरों पर देखने को मिला।

बाजार में गिरावट के अन्य कारण

  1. विदेशी पूंजी का बाहर जाना: विदेशी निवेशक लगातार भारतीय बाजार से पूंजी निकाल रहे हैं, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा है। शुक्रवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 470.39 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

  2. वैश्विक बाजारों का नकारात्मक रुख: एशियाई बाजारों में जापान का निक्की, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग लाल निशान में रहे, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट फायदे में रहा।

  3. अमेरिकी बाजारों की कमजोरी: शुक्रवार को अमेरिकी शेयर बाजार भी कमजोरी के साथ बंद हुआ था, जिससे भारतीय बाजार पर नकारात्मक असर पड़ा।

  4. क्रूड ऑयल की कीमतों में उतार-चढ़ाव: अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.56% बढ़कर 75.08 डॉलर प्रति बैरल हो गई, जिससे महंगाई को लेकर चिंता बढ़ी।

रुपये में गिरावट

भारतीय मुद्रा भी कमजोर होती दिखी। सोमवार को शुरुआती कारोबार में रुपया 45 पैसे टूटकर 87.95 प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। अमेरिका के इस्पात और एल्यूमीनियम आयात पर 25% का नया शुल्क लगाने की घोषणा के बाद डॉलर सूचकांक 108 पर पहुंच गया, जिससे रुपये पर और दबाव बढ़ गया।

वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका

ट्रंप के फैसले के बाद वैश्विक व्यापार युद्ध की संभावना बढ़ गई है। चीन ने भी पारस्परिक शुल्क लागू कर दिए हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार में अनिश्चितता बढ़ गई है। भारतीय निवेशकों को फिलहाल सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है, क्योंकि निकट भविष्य में बाजार में और अस्थिरता देखने को मिल सकती है।