America News / अमेरिका में दो सांसदों को घर में घुसकर मारी गोली, एक की मौत, जांच में जुटी पुलिस

मिनेसोटा में एक ही रात दो जनप्रतिनिधियों पर हुए जानलेवा हमलों से अमेरिका में सनसनी फैल गई है। पूर्व हाउस स्पीकर मेलिसा हॉर्टमैन व उनके पति की हत्या कर दी गई, जबकि सीनेटर जॉन हॉफमैन घायल हुए। हमलावर पुलिस की वर्दी में थे। FBI समेत एजेंसियां जांच में जुटीं हैं।

America News: अमेरिका के मिनेसोटा राज्य में एक ही रात दो वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों पर हुए जानलेवा हमलों ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इन घटनाओं ने न सिर्फ सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है, बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी गहरा तनाव पैदा कर दिया है।

जानकारी के अनुसार, डेमोक्रेट पार्टी की नेता और पूर्व हाउस स्पीकर मेलिसा हॉर्टमैन और उनके पति की उनके ब्रुकलिन पार्क स्थित घर में संदिग्ध हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। चौंकाने वाली बात यह है कि हमलावर पुलिस की वर्दी में थे, जिससे वे बिना किसी संदेह के घर में दाखिल हो गए। मिनेसोटा के गवर्नर टिम वॉल्ज़ ने इस हमले को राजनीतिक प्रतिशोध की आशंका से जोड़ते हुए कड़ी निंदा की है।

इसी रात, मिनेसोटा के सीनेटर जॉन हॉफमैन पर भी चेम्पलिन स्थित उनके घर में हमला हुआ। गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गए, लेकिन समय पर इलाज मिलने से उनकी जान बच गई। दोनों मामलों में हमला करने का तरीका काफी हद तक एक जैसा था, जिससे यह संदेह और गहरा हो गया है कि हमलावर किसी राजनीतिक साजिश के तहत नेताओं को निशाना बना रहे हैं।

पूरे राज्य में हाई अलर्ट, FBI जांच में शामिल

मिनेसोटा पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। गवर्नर वॉल्ज़ ने राज्य के इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर को एक्टिव कर दिया है और स्थानीय लॉ इन्फोर्समेंट को राज्य के तमाम संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की है। उन्होंने X (पूर्व ट्विटर) पर कहा, "हम घटनास्थलों पर निगरानी रखे हुए हैं और जल्द से जल्द सटीक जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।"

जांच से जुड़े सूत्रों ने बताया कि हमलावरों ने कानून प्रवर्तन अधिकारियों की तरह व्यवहार कर लोगों को भ्रमित किया। फिलहाल, हमलों के पीछे के मकसद को लेकर कई एंगल से जांच की जा रही है। घटनाएं अभी भी जांच के शुरुआती चरण में हैं, और FBI के साथ अन्य संघीय एजेंसियां भी जांच में शामिल हो गई हैं।

लोकतंत्र पर हमला?

राजनीतिक विश्लेषक इसे लोकतंत्र और राजनीतिक नेतृत्व पर सीधा हमला बता रहे हैं। एक ही रात दो जनप्रतिनिधियों को इस तरह निशाना बनाना यह दर्शाता है कि हमलावरों की योजना बेहद सोची-समझी और खतरनाक थी। यह भी सवाल खड़ा करता है कि अमेरिका में भी लोकतांत्रिक संस्थाओं की सुरक्षा कितनी चाक-चौबंद है।

अब सबकी नजरें पुलिस और जांच एजेंसियों की कार्रवाई पर हैं। सवाल यह है कि क्या यह कोई संगठित साजिश है, या फिर किसी उग्रवादी समूह की कार्रवाई? आने वाले दिनों में इसकी तह तक जाने से ही सच्चाई सामने आ पाएगी। तब तक के लिए मिनेसोटा और अमेरिका के बाकी हिस्सों में भय और चिंता का माहौल बरकरार है।