America-Venezuela Tension / वेनेजुएला-अमेरिका तनाव चरम पर: पुतिन ने मादुरो को दिया खुला समर्थन, ट्रंप खेमे में खलबली

अमेरिका द्वारा वेनेजुएला के तेल टैंकर को जब्त करने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को फोन कर हर तरह के समर्थन का आश्वासन दिया है। इस कदम से अमेरिका में खलबली मच गई है, क्योंकि मादुरो पर नार्को-आतंकवाद के आरोप लगे हैं।

अमेरिका और वेनेजुएला के बीच भू-राजनीतिक तनाव एक नए चरम पर पहुंच गया है, जब अमेरिकी नौसेना ने कैरेबियन सागर में वेनेजुएला के एक तेल टैंकर को जब्त कर लिया। इस घटना ने दोनों देशों के बीच पहले से ही नाजुक संबंधों को और अधिक जटिल बना दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस कार्रवाई को अपनी एक बड़ी जीत बताया, जबकि वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने इसे अपनी संप्रभुता का उल्लंघन और अमेरिका द्वारा की गई 'डकैती' करार दिया। इस गंभीर स्थिति में, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति मादुरो को फोन कर हर संभव समर्थन का आश्वासन दिया है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय मंच पर एक नई हलचल पैदा हो गई है और ट्रंप प्रशासन के खेमे में चिंता बढ़ गई है।

तनाव का चरम और अमेरिकी कार्रवाई

हाल ही में, अमेरिकी नौसेना ने कैरेबियन सागर में एक वेनेजुएला के तेल टैंकर पर कमांडो कार्रवाई की और उसे अपने कब्जे में ले लिया। यह घटना दो दिन पहले हुई थी और इसने अमेरिका तथा वेनेजुएला के बीच तनाव को अभूतपूर्व स्तर तक बढ़ा दिया है। राष्ट्रपति ट्रंप ने इस कार्रवाई को अपनी प्रशासन की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में प्रस्तुत किया, यह दर्शाता है कि अमेरिका मादुरो सरकार पर दबाव बनाने के लिए दृढ़ है। दूसरी ओर, राष्ट्रपति मादुरो ने इस कृत्य की कड़ी निंदा करते हुए इसे वेनेजुएला की संप्रभुता का सीधा उल्लंघन और अंतर्राष्ट्रीय समुद्री डकैती का एक कार्य बताया। उन्होंने इसे 'खुली चोरी' करार दिया, जिससे दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध और भी बिगड़ गए हैं। इस घटना ने वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था पर भी गहरा प्रभाव डाला है, जो पहले से ही अमेरिकी प्रतिबंधों से जूझ रही है।

पुतिन का मादुरो को खुला समर्थन

इस बढ़ते तनाव के बीच, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वेनेजुएला के नेता निकोलस मादुरो के साथ फोन पर बात की और “वेनेजुएला के लोगों के साथ एकजुटता” व्यक्त की। क्रेमलिन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि पुतिन ने मादुरो की उस नीति। का समर्थन दोहराया जो “बढ़ते बाहरी दबाव के सामने राष्ट्रीय हितों और संप्रभुता की रक्षा” करती है। यह कॉल अमेरिकी सेनाओं द्वारा वेनेजुएला के तट से एक तेल टैंकर जब्त किए जाने के ठीक बाद आया, जो ट्रम्प प्रशासन की मादुरो पर दबाव बढ़ाने की नवीनतम रणनीति थी। पुतिन का यह कदम स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि रूस वेनेजुएला को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अकेला नहीं छोड़ेगा और उसके राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए खड़ा रहेगा। यह समर्थन अमेरिका के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि वेनेजुएला के मामले में रूस की महत्वपूर्ण भूमिका है।

अमेरिका के नार्को-आतंकवाद के आरोप

अमेरिका ने राष्ट्रपति मादुरो पर नार्को-आतंकवाद के गंभीर आरोप लगाए हैं, जिससे उनके प्रशासन को अस्थिर करने के प्रयासों को बल मिला है। गुरुवार को कांग्रेस के समक्ष गवाही के दौरान, होमलैंड सिक्योरिटी सेक्रेटरी क्रिस्टी नोएम ने जहाज़ की जब्ती को क्षेत्र में ट्रम्प प्रशासन के नशीली दवाओं के खिलाफ अभियान से जोड़ा। अमेरिका ने दशकों में क्षेत्र में अपनी सबसे बड़ी सैन्य उपस्थिति बढ़ाई है और कथित ड्रग तस्करी वाली नावों पर घातक हमले किए हैं। हालांकि, मादुरो ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए जोर दिया है कि अमेरिकी सैन्य अभियानों का असली उद्देश्य उन्हें पद से हटाना है। वेनेजुएला सरकार ने टैंकर जब्ती को “खुली चोरी और अंतरराष्ट्रीय समुद्री डकैती का कार्य” बताया, जो अमेरिका के कार्यों के प्रति उनके तीव्र विरोध को दर्शाता है। यह आरोप-प्रत्यारोप का दौर दोनों देशों के बीच अविश्वास की खाई को और गहरा कर रहा है।

रूस-वेनेजुएला के ऐतिहासिक संबंध और सहयोग

रूस और वेनेजुएला के बीच संबंध लंबे समय से मजबूत रहे हैं, और पुतिन का समर्थन इस ऐतिहासिक गठबंधन का एक हिस्सा है। अपने पूर्ववर्ती दिवंगत राष्ट्रपति ह्यूगो चावेज़ की तरह, मादुरो ने रूस के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए हैं। रूस ने वेनेजुएला को विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की है, जिसमें कोविड-19 वैक्सीन से लेकर क्रिप्टोकरेंसी डिज़ाइन तक शामिल है। यह सहयोग वेनेजुएला को अमेरिकी प्रतिबंधों और अंतर्राष्ट्रीय अलगाव का सामना करने में मदद करता है। रूस ने सैन्य सहायता भी प्रदान की है; 2018 में, अमेरिका से तनाव चरम पर होने के बीच, रूस ने वेनेजुएला की राजधानी के बाहर हवाई अड्डे पर दो न्यूक्लियर-सक्षम Tu-160 बॉम्बर तैनात किए थे। पिछले साल, दो रूसी नौसैनिक जहाज़ अटलांटिक महासागर में अभ्यास के बाद वेनेजुएला के ला ग्वाइरा। बंदरगाह पर रुके थे, जिसे मॉस्को ने “दूरस्थ महत्वपूर्ण क्षेत्रों में झंडा दिखाने” का कारण बताया। यह सैन्य उपस्थिति वेनेजुएला के प्रति रूस की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

बेलारूस की कूटनीतिक भूमिका

रूस के अलावा, बेलारूस भी वेनेजुएला के समर्थन में खड़ा दिख रहा है। बेलारूस में, पुतिन के सहयोगी तानाशाह राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने गुरुवार को रूस में वेनेजुएला के राजदूत जेसस राफेल सलाजार वेलास्केज़ से दूसरी बार मुलाकात की और हालांकि क्या चर्चा हुई, इसका विवरण नहीं बताया गया, लेकिन बेलारूस की सरकारी न्यूज़ एजेंसी बेल्टा ने लुकाशेंको के हवाले से कहा कि राजदूत को 25 नवंबर की पहली मुलाकात के बाद मादुरो के साथ “कुछ मुद्दों” पर चर्चा करनी है और फिर बेलारूस लौटना है ताकि “कुछ फैसला” हो सके। नवंबर की मुलाकात में लुकाशेंको ने मादुरो को बेलारूस आने का न्योता दिया था और कहा था कि वे खुद भी वेनेजुएला जाने का समय निकालेंगे। यह बेलारूस की ओर से वेनेजुएला को दिया गया एक और कूटनीतिक समर्थन है, जो दर्शाता है कि मादुरो सरकार को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुछ सहयोगी देश प्राप्त हैं।

अंतर्राष्ट्रीय भू-राजनीति पर प्रभाव

अमेरिका और वेनेजुएला के बीच बढ़ता तनाव और रूस तथा बेलारूस। का मादुरो को समर्थन अंतर्राष्ट्रीय भू-राजनीति पर गहरा प्रभाव डाल रहा है। यह स्थिति एक बड़े शक्ति संघर्ष को दर्शाती है, जहां अमेरिका एक क्षेत्रीय शक्ति को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है, जबकि रूस और उसके सहयोगी देश अमेरिकी प्रभाव को चुनौती दे रहे हैं और वेनेजुएला का मामला केवल एक क्षेत्रीय विवाद नहीं रह गया है, बल्कि यह वैश्विक शक्तियों के बीच चल रहे शीत युद्ध जैसी स्थिति का एक महत्वपूर्ण मोर्चा बन गया है। तेल टैंकर की जब्ती और उसके बाद की राजनयिक प्रतिक्रियाएं यह संकेत देती हैं कि आने वाले समय में यह क्षेत्र और भी अधिक अस्थिर हो सकता है और अंतर्राष्ट्रीय कानून और संप्रभुता के सिद्धांतों पर बहस तेज हो गई है, और यह देखना बाकी है कि यह जटिल स्थिति किस दिशा में आगे बढ़ती है। कुल मिलाकर, वेनेजुएला और अमेरिका के बीच तनाव अपने चरम पर है, और रूसी। राष्ट्रपति पुतिन के हस्तक्षेप ने इस स्थिति को और अधिक जटिल बना दिया है। मादुरो को पुतिन का खुला समर्थन ट्रंप प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है, जो वेनेजुएला में अपने प्रभाव को कम करने की कोशिश कर रहा है। यह घटनाक्रम अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, जहां विभिन्न शक्तियां अपने-अपने हितों की रक्षा के लिए आमने-सामने खड़ी हैं।