दुनिया / UN की कार में सेक्स का वीडियो वायरल, संयुक्त राष्ट्र ने बताया दुखद

AajTak : Jun 27, 2020, 11:14 AM
संयुक्त राष्ट्र संघ के एक अधिकारी का महिला संग कार में शारीरिक संबंध बनाने का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। यह वीडियो इजयारल की राजधानी तेल अवीव से सामने आया है। वीडियो वायरल होने के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ ने कहा कि यह घटना बेहद हैरान और परेशान करने वाली है।

वायरल हो रही क्लिप में साफ नजर आ रहा है कि लाल ड्रेस पहने एक महिला कार की पिछली सीट पर एक शख्स के साथ बैठी हुई है। इसके अलावा कार में ड्राइविंग सीट पर भी एक व्यक्ति नजर आ रहा है। वीडियो सामने आने के बाद यूएन की ओर से जारी बयान में बताया गया कि मामले  की छानबीन जारी है। वीडियो में नजर आ रहे शख्स की पहचान करने के वे काफी करीब थे।

यूएन ने कहा, 'इजरायल में शांति संगठन के कर्मचारियों को भी शक के तौर पर देखा जा रहा है। वीडियो तेल अवीव की एक मेन सड़क का है। इससे पहले वीडियो में ड्राइवर का चेहरा साफ नजर आता, गाड़ी वहां से निकल गई।' ट्रैफिक सिग्नल पर गाड़ी रुकने के बाद किसी ने यह वीडियो बिल्डिंग के ऊपर से लिया था।

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने कहा  कि 18 सेकेंड का यह वीडियो व्यावहारिक रूप से बेहद घिनौना है। हम जिस चीज के खिलाफ खड़े हैं, उसके विरुद्ध जाकर संयुक्‍त राष्‍ट्र के कर्मचारियों द्वारा ऐसे मामले सामने आ रहे हैं।'

उन्होंने कहा, ''अब तक सामने आई जानकारी में पता लगा है कि ये कार 'यूनाइटेड नेशंस ट्रूस सुपरविजन ऑर्गेनाइजेशन' की है। कार में सेक्स दो लोगों की सहमति से हुआ या इसके लिए पैसे दिए गए, इसकी गंभीरता से जांच की जा रही है।'

डुजारिक ने कहा, 'इस वीडियो से जुड़े घटना स्थल की पहचान हो चुकी है। वीडियो में नजर आने वाली जगह हायारर्कोन सड़क की है। आमतौर पर इस जगह काफी भीड़ रहती है। छानबीन में बहुत जल्द आरोपी का पर्दाफाश हो जाएगा।'

यौन शोषण और दुर्व्यवहार को लेकर संयुक्त राष्ट्र संघ की नीति बेहद सख्त है। यदि संबंधित व्यक्ति नियमों का उल्लंघन करने के लिए दोषी पाया जाता है तो उस पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।

इस मामले में शांति संगठन दोषी को प्रतिबंधित कर सकता है और उसे स्वदेश भी वापस भेज सकता है। हालांकि ये अधिकार दोषी के घरेलू राष्ट्र को है कि वे उस पर अनुशासनात्मक या कानूनी कार्रवाई करे।

बता दें कि संयुक्त राष्ट्र लंबे समय से अपने शांति सैनिकों और अन्य कर्मचारियों द्वारा यौन दुराचार के आरोपों की जांच कर रहा है। बीते कुछ सालों में इस तरह के मामले लगातार सामने आते रहे हैं। जबकि यूएन के महासचिव गुटेरेस खुद यौन शोषण के मामलों में फंसने वाले आला अधिकारियों के लिए जीरो टॉलरेंस (शून्य सहिष्णुता) की बात कह चुके हैं।

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