भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने रांची के जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम कॉम्प्लेक्स में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे मैच में एक अविस्मरणीय शतक जड़कर इतिहास रच दिया। कोहली की 135 रनों की शानदार पारी न केवल भारत को 349 रन के विशाल स्कोर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण थी, बल्कि इसने उन्हें एक ऐसे रिकॉर्ड को तोड़ने में भी मदद की जो पहले इंग्लैंड के अनुभवी बल्लेबाज जो रूट के नाम था। यह प्रदर्शन कोहली की निरंतर उत्कृष्टता और दबाव में प्रदर्शन करने की उनकी अद्वितीय क्षमता को रेखांकित करता है, जिससे उनके शानदार स्ट्रोकप्ले और क्रीज पर अटूट एकाग्रता से प्रशंसक और आलोचक समान रूप से मंत्रमुग्ध हो गए। उनकी यह पारी भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ती है, जो उनकी बल्लेबाजी की गहराई और मैच जीतने की उनकी भूख को दर्शाती है।
घर पर सर्वाधिक शतकों का नया कीर्तिमान
कोहली के असाधारण प्रदर्शन का मुख्य आकर्षण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक नया मानदंड स्थापित करना था। इस शतक के साथ, जो उनके घरेलू धरती पर खेले गए एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 25वां शतक था, विराट कोहली अब पुरुषों के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक ही प्रारूप में घर पर सर्वाधिक शतक बनाने का विशिष्ट रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं। यह उपलब्धि जो रूट के प्रभावशाली रिकॉर्ड को पीछे छोड़ती है, जिन्होंने पहले इंग्लैंड में 24 टेस्ट शतक बनाकर यह कीर्तिमान स्थापित किया था और परिचित परिस्थितियों में इतनी अधिक संख्या में शतक जमा करने के लिए आवश्यक निरंतरता और प्रभुत्व कोहली के समर्पण और खेल की उनकी गहरी समझ के बारे में बहुत कुछ कहते हैं, जिससे यह उनके शानदार करियर में वास्तव में एक उल्लेखनीय उपलब्धि बन गई है। यह रिकॉर्ड उनकी बेजोड़ प्रतिभा और अपने देश के लिए लगातार प्रदर्शन करने की उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
क्रिकेट के दिग्गजों को पछाड़ा
कोहली का इस रिकॉर्ड तक पहुंचना उन्हें अन्य क्रिकेट दिग्गजों से भी आगे रखता है, जिन्होंने अपने घरेलू मैदान पर इसी तरह का प्रभुत्व दिखाया है। जहां जो रूट के 24 घरेलू टेस्ट शतक सबसे लंबे प्रारूप में उनकी क्षमता का प्रमाण थे, वहीं एक और दुर्जेय नाम, रिकी पोंटिंग ने भी ऑस्ट्रेलिया में 23 टेस्ट शतक बनाकर अपनी छाप छोड़ी थी और कोहली की इन दिग्गजों को पछाड़ने की क्षमता, विशेष रूप से वनडे क्रिकेट के चुनौतीपूर्ण माहौल में, उनके असाधारण कौशल सेट और उच्चतम स्तर पर लगातार प्रदर्शन करने की उनकी क्षमता को उजागर करती है। यह रिकॉर्ड उनकी पीढ़ी के महानतम बल्लेबाजों में से एक के रूप में उनकी स्थिति का एक स्पष्ट संकेतक है, जो लगातार अपने देश के लिए मैच जिताऊ प्रदर्शन करते रहे हैं। उनकी यह उपलब्धि उन्हें वैश्विक क्रिकेट के इतिहास में एक विशिष्ट स्थान दिलाती है।
करियर का एक मील का पत्थर शतक
रांची में यह विशेष शतक विराट कोहली के लिए कई मोर्चों पर महत्वपूर्ण था और यह उनके एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 52वें शतक को चिह्नित करता है, जिससे वनडे के महान खिलाड़ियों के बीच उनकी स्थिति और मजबूत होती है। इसके अलावा, यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों में उनका 83वां शतक था, जो उनकी अविश्वसनीय दीर्घायु और शानदार स्कोरिंग क्षमता का प्रमाण है। ऐतिहासिक महत्व की एक और परत जोड़ते हुए, कोहली द्वारा बनाया गया यह। शतक पुरुषों के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में 7000वां शतक दर्ज किया गया। व्यक्तिगत मील के पत्थर और ऐतिहासिक निशानों का ऐसा संगम रांची में उनकी पारी को वास्तव में अविस्मरणीय बना गया, जिससे वैश्विक क्रिकेट परिदृश्य पर उनका प्रभाव प्रदर्शित हुआ और यह शतक उनकी निरंतरता और खेल के प्रति उनके जुनून का प्रतीक है।
रोहित शर्मा के साथ महत्वपूर्ण शतकीय साझेदारी
भारत के विशाल स्कोर की नींव विराट कोहली और गतिशील भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के बीच दूसरे विकेट के लिए 136 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी से रखी गई थी और यह साझेदारी एक शुरुआती विकेट के बाद पारी को स्थिर करने में महत्वपूर्ण थी और भारत को एक प्रभावशाली स्कोर बनाने के लिए आवश्यक गति प्रदान की। रोहित शर्मा ने अपनी विशिष्ट आक्रामक शैली में, 51 गेंदों पर 57 रनों का तेज योगदान दिया, जिसमें पांच चौके और तीन गगनचुंबी छक्के शामिल थे। उनकी आक्रामक शुरुआत ने कोहली को जमने और अपना स्वाभाविक खेल खेलने की अनुमति दी, जिससे एक आदर्श तालमेल बना जिसने दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों पर भारी दबाव डाला और एक बड़े स्कोर के लिए मंच तैयार किया। इस साझेदारी ने भारतीय पारी को मजबूती प्रदान की और बड़े स्कोर की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया।
भारत ने रखा चुनौतीपूर्ण लक्ष्य
रोहित शर्मा के आउट होने के बाद, विराट कोहली ने पारी की पूरी कमान संभाली, सटीकता और शक्ति के साथ स्कोरिंग को अंजाम दिया। उन्होंने सिर्फ 102 गेंदों में अपना शानदार शतक पूरा किया, जो उनकी नियंत्रित आक्रामकता और उत्कृष्ट शॉट चयन का प्रमाण है। शतक के बाद, कोहली ने अपनी बल्लेबाजी का अधिक आक्रामक पक्ष दिखाया, जिससे स्कोरिंग दर में काफी वृद्धि हुई। उनकी पारी गति निर्धारण में एक मास्टरक्लास थी, जिसमें सावधानीपूर्वक संचय को विस्फोटक हिटिंग के साथ जोड़ा गया था और अंततः, कोहली 120 गेंदों में 11 शानदार चौकों और सात शक्तिशाली छक्कों की मदद से 135 रन बनाकर आउट हुए, जिससे दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज क्रीज पर उनके पूरे समय के दौरान जवाब ढूंढते रहे। उनकी यह पारी एक बेहतरीन उदाहरण थी कि कैसे एक बल्लेबाज। दबाव में भी अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण रन बना सकता है।
कोहली के शानदार प्रदर्शन और अन्य बल्लेबाजों के बहुमूल्य योगदान के कारण, भारत ने अपनी निर्धारित ओवरों में 8 विकेट के नुकसान पर 349 रनों का एक प्रभावशाली कुल स्कोर बनाया। इस महत्वपूर्ण स्कोर ने मेहमान दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए एक दुर्जेय चुनौती पेश की, जिससे उन्हें श्रृंखला के शुरुआती मैच में तत्काल दबाव में डाल दिया गया। भारतीय बल्लेबाजी क्रम के सामूहिक प्रयास ने यह सुनिश्चित किया कि उन्होंने शीर्ष क्रम द्वारा प्रदान की गई मजबूत शुरुआत का लाभ उठाया, इसे वास्तव में एक प्रभावशाली लक्ष्य में बदल दिया जिसके लिए विपक्ष से एक असाधारण पीछा करने की आवश्यकता है और यह लक्ष्य भारतीय टीम के मजबूत इरादों और उनकी बल्लेबाजी की गहराई को दर्शाता है।
मध्य क्रम से बहुमूल्य योगदान
जहां कोहली का शतक मुख्य आकर्षण था, वहीं अन्य भारतीय बल्लेबाजों ने भी टीम के कुल स्कोर को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। केएल राहुल ने 56 गेंदों में 60 रनों की अच्छी पारी के साथ अपनी क्लास का प्रदर्शन किया, जिससे मध्य ओवरों में स्थिरता और स्कोरिंग में तेजी आई। ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने सिर्फ 20 गेंदों में 32 रनों का तेज योगदान दिया, जिससे पारी के अंत में महत्वपूर्ण रन जुड़े। इससे पहले, सलामी बल्लेबाज जायसवाल ने 18 रन और रुतुराज गायकवाड़ ने 8 रन बनाए, जिससे शुरुआती मंच तैयार हुआ। इन सामूहिक प्रयासों ने यह सुनिश्चित किया कि भारत ने अपनी पारी के दौरान गति बनाए रखी, जिसके परिणामस्वरूप एक ऐसा कुल स्कोर बना जिसने एक रोमांचक मुकाबले का वादा किया। 350 रनों का लक्ष्य भारतीय टीम की ओर से इरादे का एक मजबूत बयान था, जो श्रृंखला के सलामी बल्लेबाज में उनकी बल्लेबाजी की गहराई और महत्वाकांक्षा को दर्शाता है।