Visa for Indians / भारतीयों के लिए वीजा पर बड़ा फैसला: चीन, न्यूजीलैंड से राहत; अमेरिका, बांग्लादेश से झटका

चार देशों - चीन, न्यूजीलैंड, अमेरिका और बांग्लादेश ने भारतीयों के लिए वीजा नियमों पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। चीन और न्यूजीलैंड ने प्रक्रियाएं आसान की हैं, जबकि अमेरिका ने H1B वीजा नियमों को सख्त किया है और बांग्लादेश ने वीजा सेवाएं निलंबित कर दी हैं, जिससे भारतीयों के लिए चुनौतियां बढ़ी हैं।

भारतीयों के लिए वीजा नियमों में हाल ही में चार अलग-अलग देशों द्वारा महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इन फैसलों में कुछ राहत देने वाले हैं, तो कुछ ने नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। चीन और न्यूजीलैंड ने भारतीय नागरिकों के लिए वीजा प्रक्रियाओं को सरल बनाने की दिशा में कदम उठाए हैं, जबकि अमेरिका ने H1B वीजा के लिए अपनी नीतियों को सख्त कर दिया है। वहीं, बांग्लादेश ने भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच अपनी वीजा सेवाओं को निलंबित करने का चौंकाने वाला निर्णय लिया है। इन विविध निर्णयों का भारतीय यात्रियों, छात्रों और पेशेवरों पर सीधा प्रभाव पड़ेगा, जिससे। उनके लिए इन देशों की यात्रा या वहां काम करने की संभावनाओं में बदलाव आएगा।

चीन का राहत भरा कदम

चीन ने भारतीय नागरिकों के लिए वीजा आवेदन प्रक्रिया को काफी सरल बना दिया है और देश ने एक नया ऑनलाइन वीजा एप्लिकेशन सिस्टम शुरू किया है, जो पहले की जटिल और कागजी कार्रवाई वाली प्रक्रिया की तुलना में कहीं अधिक सुविधाजनक है। इस नई प्रणाली के तहत, आवेदकों को अब कई भौतिक दस्तावेज जमा करने की आवश्यकता। नहीं होगी, जिससे आवेदन प्रक्रिया में लगने वाला समय और प्रयास दोनों कम हो जाएंगे। भारतीय में चीनी दूतावास ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट वीचैट पर 22 दिसंबर से इस ऑनलाइन वीजा सेवा प्रणाली के शुरू होने की घोषणा की थी। यह कदम उन भारतीयों के लिए एक बड़ी राहत है जो व्यापार, पर्यटन या अन्य उद्देश्यों के। लिए चीन की यात्रा करना चाहते हैं, क्योंकि यह प्रक्रिया को अधिक सुलभ और कुशल बनाता है।

न्यूजीलैंड से मजबूत होते रिश्ते और आसान वीजा

भारत और न्यूजीलैंड के बीच संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं,। जिसका प्रमाण दोनों देशों द्वारा हस्ताक्षरित फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) है। यह समझौता भारतीय नागरिकों के लिए वर्क वीजा और स्टूडेंट मोबिलिटी की सुविधाओं को काफी बढ़ाएगा। FTA के तहत, एक नया टेम्पररी एम्प्लॉयमेंट एंट्री वीज़ा किसी भी समय 5,000 भारतीय प्रोफेशनल्स को न्यूजीलैंड में रहने और काम करने की अनुमति देगा। यह विशेष रूप से उन भारतीय पेशेवरों के लिए एक बड़ा अवसर है जो आईटी, इंजीनियरिंग, हेल्थकेयर, शिक्षा और कंस्ट्रक्शन जैसे उच्च मांग वाले क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखते हैं, क्योंकि न्यूजीलैंड हर साल इन सेक्टरों में हजारों टेम्पररी वर्क वीज़ा जारी करेगा। इस समझौते में 18 से 30 साल के भारतीय युवाओं के लिए 12 महीने तक के वर्किंग हॉलिडे वीज़ा भी शामिल हैं, जिससे उन्हें न्यूजीलैंड में रहते हुए काम करने और यात्रा करने का अवसर मिलेगा।

इसके अतिरिक्त, भारतीय छात्रों को अपनी पढ़ाई के दौरान हर हफ्ते 20 घंटे तक काम करने की अनुमति होगी, जिससे उन्हें अपने खर्चों को पूरा करने में मदद मिलेगी और अंतरराष्ट्रीय अनुभव प्राप्त होगा। FTA का भारतीय आवेदकों के लिए यह मतलब है कि न्यूजीलैंड प्रमुख सेक्टरों में भारतीय प्रोफेशनल्स के लिए आसान वर्क वीज़ा रास्ते शुरू करेगा, जिससे श्रमिकों के पसंदीदा स्रोत के रूप में भारत की स्थिति मजबूत होगी। भारतीय छात्रों को बेहतर स्टडी-टू-वर्क ट्रांज़िशन और पढ़ाई के बाद काम करने के अधिकारों के विस्तार से फायदा होगा, जिससे युवाओं, प्रोफेशनल्स और छात्रों के लिए पहुंच बेहतर होगी। कुल मिलाकर, FTA से शिक्षा संबंधों, रोज़गार के अवसरों और द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद साबित होगा।

अमेरिका का H1B वीजा पर झटका

अमेरिका ने H1B वीजा के लिए अपने नियमों को सख्त कर दिया है, जिससे भारतीय उच्च-कुशल श्रमिकों के लिए चुनौतियां बढ़ गई हैं। हाल ही में, अमेरिकी अधिकारियों ने घोषणा की है कि H1B वीजा के लिए आवेदन करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को सोशल मीडिया जांच से गुजरना होगा। यह एक नई नीति है जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी आवेदक अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा या सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा न बने। इसके अलावा, अमेरिका ने 15 से 26 दिसंबर के बीच हजारों H1B वीजा इंटरव्यू को रद्द कर दिया है। यह वह समय होता है जब कई H1B धारक अपॉइंटमेंट लेते हैं और अमेरिका में छुट्टियों का मौसम होता है। वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, स्टेट डिपार्टमेंट ने कहा कि ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन की नई सोशल मीडिया स्क्रीनिंग पॉलिसी लागू होने के बाद इंटरव्यू में देरी हो रही है। इस बड़े पैमाने पर इंटरव्यू रद्द होने से H1B वीजा आवेदकों के अमेरिका लौटने में काफी देरी होने की उम्मीद है। पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह री-शेड्यूलिंग हर उस आवेदक पर लागू होती है जिसका इंटरव्यू 15 दिसंबर या उसके बाद तय था। अमेरिकी अधिकारियों द्वारा कड़ी जांच के हिस्से के रूप में किए गए इन कैंसलेशन से इंटरव्यू की तारीखें आगे बढ़ जाएंगी और वीज़ा अप्रूवल में देरी होगी, जिससे आवेदकों के दोबारा एंट्री के लिए समय-सीमा बढ़ जाएगी और अभी यह निश्चित नहीं है कि भारतीयों को H1B वीज़ा मिलने में कितना समय लगेगा, जिससे अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है।

बांग्लादेश ने निलंबित की वीजा सेवाएं

बांग्लादेश ने भारतीयों के लिए अपनी वीजा सेवाओं को निलंबित कर दिया है, जो भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच एक महत्वपूर्ण कदम है। मुहम्मद युनूस के मुल्क ने भारत के कदम की कॉपी करते हुए यह निर्णय लिया है। बांग्लादेश ने नई दिल्ली स्थित अपने उच्चायोग और त्रिपुरा स्थित अपने मिशन में वीजा सेवाएं निलंबित कर दी हैं। यह फैसला उन भारतीय नागरिकों के लिए मुश्किलें खड़ी करेगा जो बांग्लादेश की यात्रा करना चाहते हैं, चाहे वह व्यापार, पर्यटन या पारिवारिक कारणों से हो। दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने से इस तरह के कदम द्विपक्षीय संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं और लोगों के बीच आवाजाही को बाधित कर सकते हैं। यह निर्णय भारत और बांग्लादेश के बीच राजनयिक संबंधों में एक। नए मोड़ का संकेत देता है, जिसके दूरगामी परिणाम हो सकते हैं।