Vladimir Putin News / 'वो हाल करेंगे जो कभी नहीं हुआ'- पश्चिमी देशों को राष्ट्रपति पुतिन की खुली चुनौती

Zoom News : Feb 29, 2024, 08:50 PM
Vladimir Putin News: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने गुरुवार को पश्चिमी देशों को खुली चुनौती दी, पुतिन अमेरिका पर गरजे तो यूरोप को भी नहीं बख्शा. अपने भाषण में पुतिन ने नाटो की भी जमकर क्लास लगाई. उन्होंने कहा कि पश्चिम के देश रूस के साथ वही करने का इरादा रखते हैं जो उन्होंने यूक्रेन और अन्य देशों के साथ किया. वह हमें एक अधमरे और हारे हुए राज्य में बदलना चाहते हैं, जो कभी नहीं होगा. पुतिन ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर रूसी संघ में पश्चिमी देशों का हस्तक्षेप जारी रहा, तो वो हाल करेंगे जो पिछले युगों से कहीं अधिक दुखद होंगा. ऐसे प्रयास न रुके तो रूस परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने में नहीं हिचकेगा.

रूस में राष्ट्रपति चुनाव से दो सप्ताह पहले अपने वार्षिक संबोधन में व्लादिमिर पुतिन ने फेडरल असेंबली को संबोधित करते हुए कहा कि पश्चिम की आदत दुनिया को भड़काने की है, वह लगातार वैश्विक संघर्ष को बढ़ा रहे हैं. उनका मकसद हमारे विकास को रोकने से कहीं आगे है. पुतिन ने स्वीडन और फिनलैंड के नाटो में शामिल होने के बाद ऐलान किया कि पश्चिम में रूसी सशस्त्र बलों को और मजबूत किया जाएगा. पुतिन ने कहा कि रूस के विरोधियों को ये याद रखना चाहिए कि उनके पास लक्ष्य को भेदने के सक्षम हथियार हैं.

अमेरिका का दावा झूठा, वह उकसाता है

पुतिन ने अमेरिका के उन दावों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि रूस यूरोप पर हमला कर सकता है. पुतिन ने कहा कि अमेरिका देशों को संघर्ष के लिए उकसाता है, यूक्रेन, मिडिल ईस्ट और अन्य क्षेत्रों में उसने ही संघर्ष को बढ़ावा दिया और झूठ बोलकर वह इसे छिपाता है. जिस तरह से रूस द्वारा यूरोप पर हमले की बात कही जा रही है वह साफ बकवास है, पुतिन ने कहा कि अमेरिका ने एक और झूठ बोला था, इसमें कहा गया था कि रूस ने अंतरिक्ष में परमाणु हथियार तैनात किए हैं, अमेरिका ये इसलिए कर रहा है ताकि रूस उससे बातचीत करें, हम हमेशा बातचीत अपनी शर्तों पर करते हैं, हम अगर वाशिंगटन से बातचीत के लिए तैयार भी होंगे तो सिर्फ इस शर्त पर जब उसमें रूस का भला हो.

G7 को पीछे छोड़ रहा ब्रिक्स

पुतिन ने कहा कि ब्रिक्स परचेज पावर में जी7 से आगे निकल रहा है, पुतिन के मुताबिक ब्रिक्स की वैश्विक जीडीपी में 2028 तक हिस्सेदारी बढ़कर 36.6% हो जाएगी, जबकि G7 की हिस्सेदारी घटकर 27.8% रह जाएगी. पुतिन ने कहा कि ब्रिक्स ने 2022 में जीडीपी के मामले में जी7 को पीछे छोड़ दिया था, जबकि 1992 में ब्रिक्स की हिस्सेदारी केवल 16.5 % थी.

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